धर्मशाला, 24 सितंबर। अनुसुचित जाति आयोग के सदस्यों विजय डोगरा, एडवोकेट दिग्विजय मल्होत्रा ने नगर निगम के कार्यालय में सफाई कर्मचारियों तथा उनके आश्रितों की समस्याओं के निदान तथा पुनर्वास तथा स्वरोजगार के लिए चलाए गए विभिन्न प्रकल्पों की समीक्षा की गई।

इस अवसर पर आयोग के सदस्यों विजय डोगरा तथा दिग्विजय मल्होत्रा ने कहा सफाई कर्मचारी समाज का अभिन्न हिस्सा हैं तथा स्वच्छ अभियान को सफल बनाने में सफाई कर्मचारियों ने अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि कोविड के दौरान तत्परता के साथ, कठिन दौर में भी समाज सेवा के भाव के साथ सराहनीय सेवाएं दीं तथा प्रत्येक विभाग विशेषकर नगर निकायों को सफाई कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए सुविधाएं प्रदान करने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए।

उन्होंने नगर निकायों के अधिकारियों को सफाई कर्मचारियों के लिए आवासीय सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए आवश्यक प्लान तैयार करने के निर्देश दिए इसके साथ ही सफाई कर्मचारियों का छह महीने में कम से कम एक बार मेडिकल चेक अप करवाने, सभी सफाई कर्मचारियों के आईडी कार्ड बनाने, मौसम के अनुसार सफाई कर्मचारियों को यूनिफार्म, रेन कोट इत्यादि उपलब्ध करवाने, सफाई कर्मचारियों को कार्य स्थल पर चेंजिंग रूम निर्मित करवाने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए।

उन्होंने कहा कि सभी सफाई कर्मचारियों को महीने के पहले दिन ही सैलरी देने तथा उनके पीएफ एकाउंट खुलवाने इत्यादि भी अधिकारियों को स्वयं माॅनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए इसके साथ ही सफाई कर्मचारियों की आवासीय बस्तियों के आसपास सामुदायिक भवन तथा लाइब्रेरी इत्यादि भी सुविधा प्रदान करने के लिए भी उचित कदम उठाने के लिए कहा गया ताकि सफाई कर्मचारियों के बच्चों को पढ़ाई के लिए बेहतर माहौल मिल सके। इस अवसर पर लेबर एक्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई तथा इस एक्ट की सफाई कर्मचारियों के हित में अनिवार्य तौर पर अनुपालना सुनिश्चित करवाने के भी निर्देश दिए गए। इस अवसर पर नगर निगम के कमीशनर जफर इकबाल ने सफाई कर्मचारियों के लिए उपलब्ध करवाई जा रही सुविधाओं की जानकारी दी तथा सफाई कर्मचारियों की समस्याओं के त्वरित निदान को उचित कदम उठाने का भरोसा भी दिलाया।