तांदी इको टूरिज़्म एसोसिएशन ने उपायुक्त को सौंपा 50 हजार रुपए का चेक
मंडी, 24 सितम्बर-तांदी गाँव में गत 1 जनवरी, 2025 को घटित भीषण अग्निकांड के दौरान मंडी-थुनाग क्षेत्र के लोगों ने प्रभावित परिवारों की मदद के लिए जिस मानवीयता और सहयोग भाव का परिचय दिया था, उसकी कृतज्ञता स्वरूप तांदी इको टूरिज़्म एसोसिएशन ने आज 50 हजार रुपये का चेक उपायुक्त मंडी को सौंपा। इस बरसात में मंडी जिला में आई आपदा के प्रभावितों की सहायता के लिए यह राशि दी गई है।
एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि यह राशि विशेष रूप से मंडी-थुनाग क्षेत्र के उन लोगों के लिए आभार स्वरूप दी गई है, जिन्होंने तत्कालीन आपदा की घड़ी में तांदी गाँव के लोगों को सहारा दिया था।
उपायुक्त मंडी ने एसोसिएशन के इस प्रयास की सराहना की और कहा कि आपसी सहयोग और भाईचारे से ही आपदाओं का सामना किया जा सकता है।
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आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत व पुनर्निर्माण कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाए – अपूर्व देवगन
मंडी, 24 सितम्बर। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज योजनाओं की प्रगति की समीक्षा के लिए आज उपायुक्त कार्यालय मंडी में बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त अपूर्व देवगन ने की। बैठक में सभी खंड विकास अधिकारियों ने अपने-अपने विकास खंडों में चल रही योजनाओं और हाल ही में आई आपदा के बाद बहाल किए गए कार्यों की स्थिति प्रस्तुत की। उपायुक्त ने निर्देश दिए कि प्रभावित परिवारों को शीघ्र सुविधा मिल सके इसके लिए राहत और पुनर्निर्माण कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाए।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, ग्रामीण आजीविका मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना आदि विकास एवं कल्याणकारी कार्यक्रमों के साथ-साथ आपदा प्रभावित क्षेत्रों में अवसंरचना की बहाली और मूलभूत सेवाओं की उपलब्धता सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है।
उपायुक्त ने बताया कि जिले में मनरेगा के अंतर्गत 566.46 करोड़ रुपये की लागत से 34,327 कार्य स्वीकृत किए गए हैं। इनमें से अब तक 1,512 कार्य शुरू हुए हैं जिन पर 6.63 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। उन्होंने स्वीकृत कार्यों को शीघ्र आरंभ करने और लंबित कार्यों को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। वर्तमान में जिले में 38,249 कार्य लंबित हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक निर्धारित लक्ष्य के मुकाबले केवल 75 प्रतिशत ही मानव दिवस अर्जित हुए हैं, इसमें शीघ्र सुधार लाना होगा।
उन्होंने जानकारी दी कि अमृत सरोवर के चरण दो में जिले में 49 स्थानों पर अमृत सरोवर बनाए जाएंगे और स्थानों का चयन कर लिया गया है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की समीक्षा करते हुए उन्होंने प्रगति पर असंतोष जताया और बीडीओ को निरंतर निगरानी रखने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जो स्वयं सहायता समूह अच्छा कार्य कर रहे हैं उनकी सफलता की कहानियां प्रकाशित की जाएं तथा उनके तैयार उत्पादों की बिक्री के लिए अधिक अवसर उपलब्ध कराए जाएं। आपदा प्रभावित क्षेत्रों के स्वयं सहायता समूहों को दिवाली के दौरान विशेष फोकस के साथ बाजार उपलब्ध करवाया जाएगा।
उपायुक्त ने कहा कि एनआरएलएम के अंतर्गत ग्राम संगठनों को बुड कटर, पावर टिलर आदि उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं, जिन्हें किसानों को किराए पर दिया जाना है। लेकिन किसानों को इसकी जानकारी नहीं है, इसलिए इस बारे में लोगों को जागरूक किया जाए।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त गुरसिमर सिंह, जिला ग्रामीण विकास अधिकारी गोपी चंद पाठक और सभी खंड विकास अधिकारी उपस्थित रहे।
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लारजी बांध से 28 सितम्बर को छोड़ा जाएगा पानी
लारजी से पंडोह बांध तक व्यास नदी किनारे रहने वाले सभी निवासी रहें सतर्क
मंडी, 24 सितम्बर। लारजी पावर स्टेशन के लारजी स्थित बांध में एकत्रित गाद की निकासी के लिए बांध से पानी छोड़ा जाएगा। यह प्रक्रिया 28 सितम्बर सुबह 6 बजे से 29 सितम्बर सुबह 6 बजे तक (24 घंटे) जारी रहेगी।
वरिष्ठ अधिशासी अभियंता सिविल मेंटिनेंस डिवीजन, एचपीएसईबीएल थलौट अजय ठाकुर ने बताया कि इस दौरान लारजी बांध से लेकर पंडोह बांध तक व्यास नदी के किनारे रहने वाले सभी निवासियों को सतर्क रहने और नदी किनारे न जाने की सलाह दी गई है। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति इस अवधि में स्वयं अथवा अपने पशुओं को नदी के किनारे न ले जाए, ताकि किसी भी प्रकार की जान-माल की क्षति न हो।
उन्होंने आगे जानकारी दी कि बांध के गेट खोले जाने पर लगभग 2000 क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा। इस दौरान लारजी पावर स्टेशन विद्युत गृह में उत्पादन पूर्ण रूप से बंद रहेगा। सुरक्षा नियमों के पालन को सुनिश्चित करने के लिए सायरन एवं प्रचार वाहनों के माध्यम से लोगों को समय-समय पर सूचित किया जाएगा।
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गोहर विकास खंड की पंचायत समिति के वार्डवार आरक्षण की अधिसूचना जारी
मंडी, 24 सितम्बर। एसडीएम गोहर एवं प्राधिकृत अधिकारी बचित्र सिंह ठाकुर ने एक अधिसूचना जारी करते हुए पंचायत चुनाव 2025 के लिए पंचायत समिति गोहर के 16 वार्डों का आरक्षण रोस्टर घोषित कर दिया है। अधिसूचना के अनुसार वार्डों को अनुसूचित जाति, अनुसूचित जाति महिला, महिला तथा अनारक्षित श्रेणियों में विभाजित किया गया है।
अनारक्षित श्रेणी में मझोठी, शाला, धिश्ती, जहल और सेरी वार्ड शामिल हैं। महिला श्रेणी में बस्सी, परवाड़ा, शिल्हणु, कोटला खनोला और स्यांज वार्ड आरक्षित किए गए हैं। अनुसूचित जाति श्रेणी के अंतर्गत तांदी, बासा और गोहर वार्ड आएंगे, जबकि नौण, चैलचौक और नांडी वार्ड अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित किए गए हैं।
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जिला स्तरीय समीक्षा समिति एवं जिला परामर्शदात्री समिति की बैठक 29 सितम्बर को
मंडी, 24 सितम्बर। जिला स्तरीय समीक्षा समिति (डीएलआरसी) एवं जिला परामर्शदात्री समिति (डीसीसी) की बैठक 29 सितम्बर को डीआरडीए कॉन्फ्रेंस हॉल मंडी में होगी। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन करेंगे। एलडीएम मंडी चंद्र प्रकाश ने बताया कि बैठक में बैंकों के जिला समन्वय अधिकारी (डीसीओ), भारतीय रिजर्व बैंक, नाबार्ड और विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल होंगे। सभी बैंक एवं विभाग अपनी-अपनी रिपोर्ट के साथ भाग लेंगे।
बैठक में वार्षिक ऋण योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन , अनुसूचित जाति/जनजाति निगम, किसान क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री जनधन योजना, सामाजिक सुरक्षा योजनाएं, मुद्रा योजना और प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना जैसी प्रमुख योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिले में बैंकों के सीडी अनुपात, गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) की स्थिति तथा डिजिटल भुगतान प्रणाली की प्रगति पर भी विस्तार से चर्चा होगी।
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मढ़ी में पोषण माह पर जागरूकता शिविर, 52 लोगों ने लिया हिस्सा
स्वस्थ पीढ़ी के लिए संतुलित आहार जरूरी
मंडी, 24 सितम्बर। पोषण माह के अंतर्गत आज मढ़ी में एक जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। इस शिविर का आयोजन बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय धर्मपुर, जिला मंडी के माध्यम से पर्यवेक्षिका रीता देवी वृत्त मढ़ी द्वारा किया गया। शिविर में कुल 52 प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि महिला मंडल दबरोत की प्रधान किरण रहीं। वार्ड सदस्य मढ़ी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और स्थानीय महिलाएँ इस अवसर पर उपस्थित रहीं।
अपने संबोधन में रीता देवी ने पोषण माह के महत्व पर प्रकाश डाला और बताया कि यह अभियान देशभर में 17 सितम्बर से 16 अक्तूबर तक चलाया जा रहा है। विभाग द्वारा प्रतिदिन अलग-अलग विषय निर्धारित किए गए हैं। आज का विषय शिशु एवं बाल आहार रहा। उन्होंने कहा कि नवजात शिशु को जन्म से छह माह तक केवल माँ का दूध ही देना चाहिए तथा इस अवधि में किसी भी प्रकार का अतिरिक्त आहार या सप्लीमेंट नहीं देना चाहिए।
शिविर के दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने पोषण प्रदर्शनी लगाई, जिसमें स्थानीय पौष्टिक व्यंजन प्रदर्शित किए गए। महिला मंडल दबरोत की प्रधान किरण ने कहा कि गाँवों में उपलब्ध स्थानीय एवं जैविक उत्पादों का अधिक उपयोग करना चाहिए और जंक फूड के सेवन से बचना चाहिए।