चण्डीगढ़, 19.08.25- : पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज फॉर गर्ल्स, सेक्टर 42 की ई-वेस्ट एवं सिंगल-यूज़ प्लास्टिक प्रिवेंशन (एसयूपीपी) कमेटी ने जागरूकता एवं संग्रहण अभियान आयोजित किया। यह अभियान स्वयंसेवी शिवानी और उनकी टीम द्वारा संयोजक सुनीता कुमारी के मार्गदर्शन में चलाया गया। 15 दिनों तक चली इस मुहिम में संग्रह, पृथक्करण और जागरूकता गतिविधियों पर विशेष ध्यान दिया गया। अभियान का उद्देश्य विद्यार्थियों, स्टॉफ और समुदाय को सिंगल-यूज़ प्लास्टिक और ई-वेस्ट के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करना था। इसके तहत पोस्टर कैंपेन, जागरूकता सत्र और व्यक्तिगत संवाद आयोजित किए गए, जिनमें प्लास्टिक की खपत घटाने, कचरे को अलग-अलग करने और टिकाऊ विकल्प अपनाने के लिए प्रेरित किया गया।

कॉलेज की प्राचार्या प्रो. अनीता कौशल ने जोर देते हुए कहा कि आज की छोटी-छोटी पहलें कल को स्वच्छ बनाती हैं क्योंकि धरती की रक्षा हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि ऐसे प्रयास आने वाले वर्षों में लगातार जारी रहेंगे और कॉलेज सतत विकास तथा जिम्मेदार जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध रहेगा।

अभियान के अंतर्गत इकोब्रिक विधि को अपनाया गया, जिसमें छात्रों ने उपभोग किए गए खाद्य पदार्थों के रैपर इकट्ठा कर उन्हें बेकार प्लास्टिक की बोतलों में भरकर इकोब्रिक्स तैयार किए।

इस दौरान एकत्र किए गए कचरे में लगभग 50 किलोग्राम ई-वेस्ट, जिसमें पुराने चार्जर, केबल, मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान शामिल थे तथा लगभग 40 किलोग्राम सिंगल-यूज़ प्लास्टिक, जिसमें इकोब्रिक्स, खाली बोतलें, पैकेजिंग सामग्री और कटलरी शामिल थीं।
संग्रहित प्लास्टिक सामग्री को इंडियन पॉल्यूशन कंट्रोल एसोसिएशन (आईपीसीए) को एमओयू के तहत सौंपा गया, ताकि इसका उचित रिसाइक्लिंग और निस्तारण पर्यावरण मानकों के अनुसार किया जा सके।

संयोजक सुनीता कुमारी ने बताया कि यद्यपि कॉलेज परिसर में सिंगल-यूज़ प्लास्टिक पर प्रतिबंध है, फिर भी बाजार में उपलब्ध खाद्य पदार्थों की पैकेजिंग को पूरी तरह रोक पाना कठिन है। फिर भी इस तरफ सतत प्रयास करने जरूरी हैं।