धर्मशाला: दिनाँक: 30.06.2025 -आज अपराह्न 12:00 बजे लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दीप प्रज्जवलित कर राष्ट्रमण्डल संसदीय संघ वार्षिक सम्मेलन भारत क्षेत्र -॥ का तपोवन में शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मंच पर मौजूद मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू, विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां, राज्य सभा उप-सभापति हरिवंश, संसदीय कार्यमंत्री हर्ष वर्धन चौहान तथा विधान सभा उपाध्यक्ष विनय कुमार ने भी दीप को प्रज्जवलित किया। इस अवसर पर अपने स्वागत सम्बोधन में विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां ने कहा कि तपोवन विधान सभा परिसर में प्रथम बार राष्ट्रमण्डल संसदीय सम्मेलन के आयोजित होने से तपोवन के इतिहास में सुनहरा अध्याय जुड़ा है।

उन्होने कहा कि तपोवन में प्रथम बार आयोजित हो रहे इस सम्मेलन में निर्धारित महत्वपूर्ण विषयों पर संबाद देश में संसदीय संस्थानों को सशक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा जिसके दूरगामी व आशातीत परिणाम सामने आएँगे। इस अवसर पर उन्होने अध्यक्ष लोक सभा से तपोवन विधान सभा का इस्तेमाल राष्ट्रीय ई-विधान अकादमी के रूप में किए जा सकने की सम्भावनाओं को तलाशने बारे तथा भविष्य में राष्ट्र स्तर के महत्वपूर्ण आयोजनों को इस परिसर में आयोजित करने का आग्रह किया।

पठानियां ने कहा कि पिछले वर्ष राष्ट्रीय ई-विधान का शुभारम्भ भी तपोवन भवन में हुआ था। इस अवसर पर पठानियां ने लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला, मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू, राज्य सभा के उप-सभापति डॉ0 हरिवंश तथा संसदीय कार्यमंत्री हर्ष वर्धन चौहान को शॉल व टोपी पहनाकर सम्मानित किया।

इससे पूर्व विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां ने आज प्रात: 6:00 बजे लोक सभा अध्यक्ष की होटल हयात में अगबानी की तथा गुलदस्ता भेंट कर उनका सत्कार किया। इस सम्मेलन में पँजाब, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश के डेलिगेट भाग ले रहे हैं क्योंकि यह जोन - ॥ का वार्षिक सम्मेलन है। इस सम्मेलन में उत्तर प्रदेश, कर्नाटक तथा तेलंगाना राज्य के विधान सभा अध्यक्ष भी विशेष आमंत्रित अतिथियों के रूप में सम्मेलन मे भाग ले रहे हैं जो सभी सदन में मौजूद थे। इसके अतिरिक्त इन राज्यों के विधान सभा उपाध्यक्ष, मुख्य सचेतक, उप मुख्य सचेतक तथा विधायकगण भी मौजूद थे। यह सत्र दो दिन चलेगा तथा 1 जुलाई को इसका समापन होगा तथा राज्यपाल हि0प्र0 शिव प्रताप शुक्ल समापन समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। आज के कार्यक्रम में मंत्रीपरिषद तथा हिमाचल प्रदेश विधान सभा के 20 माननीय सदस्य भी मौजूद थे। उदघाटन समारोह के बाद आज के लिए प्रस्तावित सत्र का अपराह्न 3:00 बजे सदन में आयोजन किया गया जिसमें “राज्य के विकास की तुलना में राज्य के संसाधनों के प्रबन्धन में विधायिका की भूमिका” विषय पर मंथन किया गया। इस अवसर पर विभिन्न राज्य विधान सभाओं के प्रतिनिधियों ने अपने- अपने विचार रखे तथा सम्बन्घित विषय पर अपने बहुमुल्य सुझाव दिए। इस अवसर पर सदन में लोक सभा तथा राज्य सभा महासचिव व विधान सभा सचिव यशपाल शर्मा भी मौजूद थे।

(हरदयाल भारद्वाज)

संयुक्त निदेशक एवं मुख्य प्रवक्ता,

हि0 प्र0 विधान सभा।