चण्डीगढ़, 07.06.25- : निर्जला एकादशी के उपलक्ष्य में सेक्टर 44 डी में भारतीय सांस्कृतिक ज्ञान संस्था की तरफ से छबील का आयोजन किया गया। संस्था के अध्यक्ष अनूप सरीन ने बताया कि निर्जला एकादशी को पांडव भीम एकादशी या पांडव निर्जला एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। यह नाम पांडवों में से भीम के नाम पर रखा गया है, क्योंकि वे एकमात्र ऐसे पांडव थे जिन्होंने निर्जला एकादशी का व्रत रखा था। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार निर्जला एकादशी व्रत से सभी एकादशी का फल प्राप्त होता है व भगवान विष्णु की कृपा पापों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। इस अवसर पर हरिश्चंद्र, अशोक चौधरी, अमन मुखी, जगदीश चंद्र, राजेश, मोनिका, कुलदीप, भुवनेश, अशोक कुमार मित्रा, वीराध्या एवं राजीव भी उपस्थित रहे।