लघु बचत योजनाओं का करें प्रचार प्रसार: प्रकाश चंद करड़
चंबा 17 मई 2025,उपाध्यक्ष लघु बचत हिमाचल प्रदेश प्रकाश चंद करड़ की अध्यक्षता में आज उपायुक्त कार्यालय में लघु बचत के विषय पर एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में उपायुक्त चंबा मुकेश रेसपवाल विशेष रूप से उपस्थित रहे। उपायुक्त ने उपाध्यक्ष लघु बच प्रकाश चंद करड़ को शाल टोपी व चंबा थाल भेंट कर उन्हें सम्मानित किया।
बैठक में लघु बचत से संबंधित योजनाओं के अतिरिक्त अभिकर्ताओं के कार्य व उससे सम्बंधित आने वाली समस्याओं पर विस्तृतपूरक चर्चा की गई। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि सरकार द्वारा आमजन मानस के उत्थान के लिए लघु बचत से संबंधित चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं व उपलब्धिओं से सम्बंधित एक होर्डिंग जिला में स्थापित किया जाए।
उन्होंने कहा कि लघु बचत योजनाओं का प्रचार प्रसार करना जरूरी है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इन योजनाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों को लघु बचत अभिकर्ताओं की एक बैठक करने के निर्देश दिये ताकि अभिकर्ताओं के ज़रिए भी इन योजनाओं को क्रियान्वित किया जा सके तथा अभिकर्ताओं को कार्य करने में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि जिला में लघु बचत की परिसंपतियों को बढ़ाया जाए ताकि आय के साधनों को बढ़या जा सकें।
बैठक में सहायक आयुक्त पीपी सिंह, डाकपाल योगेश नेय्यर सहायक डाकपाल मोहित चडा व लिपिक लघु बचत कुलदीप सिंह उपस्थित रहे।
====================================
अपना विद्यालय योजना के अंतर्गत गोद लिए जा चुके हैं लगभग 400 विद्यालय - भाग सिंह उपनिदेशक
चंबा 17 मई 2025,अपना विद्यालय योजना के अन्तर्गत जिला चम्बा में लगभग 400 विद्यालयों को गोद लिया जा चुका है जोकि जिला चम्बा के कुल विद्यालयों का लगभग 25 प्रतिशत है। द हिमाचल स्कूल एडॉप्शन प्रोग्राम के अंतर्गत क्रियान्वित की जा रही अपना विद्यालय योजना में जिलाधीश मुकेश रेपसवाल, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अमित मैहरा, उप मंडलाधिकारी (ना) प्रियांशु खाती व एसी टू डीसी पृथ्वी पाल सिंह द्वारा विभिन्न विद्यालयों को गोद लिया जा चुका है। इसके अलावा शिक्षा विभाग के उप निदेशक (उच्च शिक्षा) भाग सिंह, उप निदेशक (प्रा० शिक्षा) बलवीर सिंह, उमाकान्त आनन्द (ओ०एस०डी० प्रा० शिक्षा) सहित कई प्रधानाचार्यो, मुख्याध्यापकों, खण्ड शिक्षा अधिकारियों व विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा भी विद्यालयों को गोद लिया गया है।
इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए उप निदेशक (उच्च शिक्षा) भाग सिंह व उप निदेशक (प्रा० शिक्षा) बलबीर सिंह ने बताया कि अपना विद्यालय योजना का उद्देश्य शिक्षा स्तर में सुधार के अलावा विद्यालयों में पढ़ रहे बच्चों में आत्मविश्वास तथा प्रेरणा की भावना पैदा उत्पन्न करना है ताकि विद्यार्थी अपने भविष्य जीवन में एक सफल नागरिक बन सके।
उन्होंने जिला के सभी अधिकारीयों, कर्मचारीयों, जन प्रतिनिधियों व अन्य संस्थाओं से अपील की जाती है कि वे स्वेच्छा से किसी विद्यालय का चयन करें और उसे गोद लेकर उनमें पढ़ने वाले विद्यार्थियों को अपने सुझावों व अनुभवों के बारे में अवगत करवाएं। उन्होंने कहा कि खेल, कौशल विकास, कैरियर मार्गदर्शन और परामर्श, कला व शिल्प, चित्रकला, गीत-संगीत, नृत्य आदि क्षेत्र से सम्बन्ध रखने वाले व्यक्ति भी विद्यालयों को गोद लेकर विद्यार्थियों के साथ अपने अनुभव साझा कर सकते हैं। इसके अलावा कोई भी व्यक्ति विद्यालयों में तिथि भोजन के माध्यम से मिड-डे मील व खेल प्रतियोगिताओं के दौरान वित्तीय या अन्य सहायता प्रदान कर विद्यालय व विद्यार्थियों को लाभ पहुंचा सकते हैं। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के खण्ड शिक्षा अधिकारियों व खण्ड परियोजना अधिकारियों से संपर्क किया जा सकता है।