सर्वदलीय बैठक में इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष रामपाल माजरा और विधायक अदित्य देवीलाल ने की शिरकत
पंजाब का संघीय ढांचें में कोई विश्वास नहीं है: रामपाल माजरा
दिल्ली और हरियाणा की जनता को सबक सिखाने के लिए भगवंत मान ने यह प्रोपेगेंडा रचा है: रामपाल माजरा
एसवाईएल के उपर 2002, 2004 और 2016 में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय जो हरियाणा के पक्ष में आए उन्हें भी आज तक लागू नहीं किया है
हम हरियाणा प्रदेश की जनता की रखवाली के लिए सभी मतभेद भुलाकर हरियाणा सरकार के साथ खड़े हैं, परंतु हरियाणा सरकार हरियाणा की जनता की ठोस लड़ाई लड़े और ठोस कदम उठाए
हम हरियाणा प्रदेश के अधिकारों की लड़ाई लड़ेंगे और हम 5, 6 और 7 मई को हरियाणा प्रदेश में जिला स्तर पर प्रदर्शन करेंगे उसके बाद आगे की रणनीति तय करेंगे
चंडीगढ़, 2 मई। हरियाणा को पंजाब द्वारा भाखड़ा का पूरा पानी न देने पर सरकार द्वारा शनिवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष रामपाल माजरा और विधायक अदित्य देवीलाल ने शिरकत की। बैठक के बाद रामपाल माजरा ने बताया कि सर्वदलीय बैठक में उन्होंने पानी के मुद्दे को बड़ी गहनता से उठाया। पंजाब का संघीय ढांचे में कोई विश्वास नहीं है। हरियाणा के पानी के उपर अनेकों एग्रीमेंट हुए हैं लेेकिन उन सभी को पंजाब ने नामंजूर किया है। एसवाईएल के उपर 2002, 2004 और 2016 में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय जो हरियाणा के पक्ष में आए उन्हें भी आज तक लागू नहीं किया है। हमने इस बात की भी आलोचना की कि जिस तरह से भाखड़ा डैम के उपर पुलिस लगाई गई और मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों ने जाकर यह प्रदर्शित किया कि वो हरियाणा को पानी नहीं देंगे। हम हरियाणा प्रदेश की जनता की रखवाली के लिए सभी मतभेद भुलाकर हरियाणा सरकार के साथ खड़े हैं। परंतु हरियाणा सरकार हरियाणा की जनता की ठोस लड़ाई लड़े और ठोस कदम उठाए। बहुत बातें एसवाईएल, रेणूका, किशाऊ और लखवार डैम पर भी हुई। हमने सिंचाई के अनेकों मुद्दों को भी उठाया। परंतु हमने सर्वोपरि इस मुद्दे को उठाया कि भाखड़ा के पानी का हरियाणा का हिस्सा जो 9 हजार क्यूसेक है वो हमें मिले जिससे दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान की प्यासी जमीन और प्यासे लोगों की प्यास बूझ सके। भगवंत मान का यह राजनीतिक स्टंट है और पंजाब की जनता को खुश करने का प्रपंच है। क्योंकि आप पार्टी की सरकार दिल्ली से चली गई और हरियाणा में इन्हें कुछ मिला नहीं। दिल्ली और हरियाणा की जनता को सबक सिखाने के लिए भगवंत मान ने यह प्रोपेगेंडा रचा है। परंतु हम हरियाणा प्रदेश के अधिकारों की लड़ाई लड़ेंगे और हम 5, 6 और 7 मई को हरियाणा प्रदेश में जिला स्तर पर प्रदर्शन करेंगे उसके बाद आगे की रणनीति तय करेंगे।