शिक्षा केवल पढ़ाई नहीं बल्कि एक साधना भी है- बंडारू दत्तात्रेय
विद्यार्थियों में निरंतर सीखने के साथ-साथ सकारात्मक दृष्टिकोण का होना जरूरी- राज्यपाल
राज्यपाल ने चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय के चतुर्थ दीक्षांत समारोह को बतौर मुख्य अतिथि किया संबोधित
राज्यपाल ने 1276 विद्यार्थियों को प्रदान की डिग्रियां

चंडीगढ़, 1 मई 2025- हरियाणा के राज्यपाल व चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि शिक्षा केवल पढ़ाई ही नहीं बल्कि एक साधना भी है। निरंतर सीखते रहने का नाम साधना है। सीखने की कोई समय सीमा नहीं होती। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी को अपने जीवन में अनुशासित रहते हुए, निरंतर सीखने, मेहनत करने तथा सकारात्मक दृष्टिकोण को अपनाना चाहिए, यह सफलता व संतुष्टि दोनों में सहायक है। उन्होंने विद्यार्थियों से नई तकनीकों, कौशल विकास के साथ-साथ चरित्रवान, शीलवान तथा आशावादी बनने का आह्वान किया।

राज्यपाल श्री दत्तात्रेय वीरवार को भिवानी स्थित चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय के चतुर्थ दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। समारोह में श्री दत्तात्रेय ने 1276 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की। साथ ही 48 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए, जिनमें 43 छात्राएं शामिल थी। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की तरफ से साउथ एशियन पैरा ओलंपिक की अध्यक्ष डॉ. मल्लिका नड्डा को समाज में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की 10 साल की विकास गाथा पर आधारित स्मारिका का विमोचन किया तथा एक नई एंबुलेंस भी विश्वविद्यालय को समर्पित की।

दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल डिग्री प्राप्त करना नहीं है, बल्कि यह हमें बेहतर इंसान बनाती है, समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारियों का बोध कराती है। उन्होंने कहा कि डिग्री केवल एक कागज का टुकड़ा नहीं है, बल्कि यह आपकी मेहनत, अनुशासन और ज्ञान का प्रतीक है। यह वह आधार है, जिस पर आप अपने भविष्य का निर्माण करेंगे। उन्होंने समारोह में डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों से कहा कि वे आज से अपने जीवन की एक नई यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं। यह यात्रा कठिन हो सकती है, लेकिन कठिनाइयों और विषम परिस्थितियों से कभी घबराना नहीं है।
उन्होंने कहा कि विकसित हरियाणा के निर्माण में पूर्व मुख्यमंत्री स्व. चौधरी बंसीलाल का नाम सम्मान से लिया जाता है। वे हरियाणा के आधुनिक विकास के निर्माता माने जाते हैं। उनके नेतृत्व में हरियाणा ने औद्योगिक और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की। इस विश्वविद्यालय का नाम उन्हीं के नाम पर रखा गया। यह विश्वविद्यालय उनके उस अमिट दृष्टिकोण का प्रतीक है, जो शिक्षा, नवाचार और सामाजिक उत्थान पर आधारित था। उन्होंने कहा कि चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय ने कम समय में ही अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाई है।

राज्यपाल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी की प्रशंसा करते हुए कहा कि वर्ष 2030 तक देशभर में लागू हो रही नई शिक्षा नीति को हरियाणा में मौजूदा वर्ष 2025 में ही लागू किया जा रहा है। इसके साथ-साथ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई स्टार्टअप इंडिया पहल ने स्टार्टअप के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाया है। हरियाणा सरकार ने महिला उद्यमियों के कल्याण के लिए कई पहल की हैं। उन्होंने कहा कि भारत में आईटी और स्टार्टअप क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है। वर्ष 2030 तक भारत में आईटी क्षेत्र में दस करोड़ नौकरियां सृजित होने की संभावना है। आप इन अवसरों का लाभ उठाकर न केवल अपने लिए, बल्कि दूसरों के लिए भी रोजगार के अवसर पैदा कर सकते हैं।
राज्यपाल ने विद्यार्थियों से सरकार द्वारा चलाई जा रही ’स्टार्टअप इंडिया’ और ’स्टैंडअप इंडिया’ जैसी योजनाओं का लाभ उठाकर नए उद्यम शुरू करने और स्वरोजगार अपनाकर दूसरों को नौकरी देने का आह्वान किया।

प्रदेश के खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में सरकार खिलाडिय़ों को खेल सुविधाएं प्रदान करने पर पूरा ध्यान दे रही है। प्रदेशभर के साथ-साथ जिला भिवानी में खिलाडिय़ों को हरसंभव खेल सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि आज देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में भिवानी ने खेलों के दम पर अपना नाम कमाया है। दुनिया में खेलों का नाम जहां लिया जाता है, वहां हरियाणा का नाम भी लिया जाता है।
समारोह के दौरान विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. दीप्ति धर्माणी ने अपने संबोधन में बताया कि विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों के कौशल विकास को विशेष बढ़ावा दिया जा रहा है। विश्वविद्यालय द्वारा व्यक्तित्व विकास एवं चरित्र निर्माण पर पाठ्यक्रम बनाया है, जिसे देश के ज्यादातर विश्वविद्यालयों ने लागू किया है। विश्वविद्यालय ने सतत विकास की दिशा में कदम बढ़ाते हुए पांच गांव को गोद लेकर उनमें पुस्तकालय एवं वाचनालयों की स्थापना की है।

समारोह में लोकसभा सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह, राज्यसभा सांसद किरण चौधरी, बवानीखेड़ा विधायक कपूर सिंह वाल्मीकि, राज्य उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. कैलाश चंद्र शर्मा ने भी कार्यक्रम में विद्यार्थियों को संबोधित किया। कुलसचिव डॉ भावना शर्मा ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। मंच का संचालन प्रो सुनीता भरतवाल व डॉ स्नेहलता शर्मा ने किया।

इस अवसर पर उपायुक्त महावीर कौशिक, पुलिस अधीक्षक मनबीर सिंह, एसडीएम महेश कुमार, एमडीयू रोहतक के कुलपति प्रो राजबीर सिंह, शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. पवन शर्मा, उद्योगपति विपुल गुप्ता, उद्यमी डॉ रिपलिका शर्मा, पूर्व सूचना आयुक्त भूपेंद्र धर्माणी, डीएसपी आर्यन चौधरी, पूर्व कुलसचिव डॉ जितेन्द्र भारद्वाज, डॉ ऋतु सिंह, पवन कौशिक, विवेक मुदगिल, प्रदीप शास्त्री, सतनारायण मित्तल, त्रिलोक शर्मा, बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य शंकर धूपड़, डॉ शिवकांत शर्मा, चेयरमैन सुंदर अत्री, डॉ सुरेंद्र शर्मा के अलावा विश्वविद्यालय प्रशासन व जिला प्रशासन के लिए अनेक अधिकारी तथा गणमान्य नागरिक मौजूद रहे
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राज्यपाल ने अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस की बधाई दी
श्रमिकों का अथक परिश्रम राज्य की प्रगति का आधार- बंडारू दत्तात्रेय
चंडीगढ़, 1 मई 2025- हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने आज वीरवार को अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर राज्य के सभी श्रमिकों को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने श्रमिकों के अथक परिश्रम को राज्य की प्रगति का आधार बताया। राज्यपाल ने कहा कि हरियाणा के श्रमिक न केवल हमारे उद्योगों और खेतों की रीढ़ हैं, बल्कि वे हमारे सामाजिक-आर्थिक विकास के असली नायक हैं। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में श्रमिकों की अहम भूमिका है।

उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार ने श्रमिकों के कल्याण के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं, जिनमें ई-श्रम पोर्टल के तहत असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों का पंजीकरण, स्वास्थ्य बीमा, और न्यूनतम वेतन लागू करना शामिल है। श्रमिकों की बेटियों की शादी में वित्तीय सहायता और कन्यादान योजना के तहत अब एक लाख एक हजार रुपये प्रदान किए जाते हैं। एन.सी.आर क्षेत्र में ‘ग्रेप-4’ लगने के कारण 6 लाख 54 हजार पंजीकृत श्रमिकों को 265 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता भी प्रदान की गई। इसके अलावा, श्रमिकों को उत्तम स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए नई ईएसआईसी डिस्पेंसरियों और अस्पतालों की स्थापना की जा रही है।

राज्यपाल ने श्रमिक कल्याण पर बल देते हुए इन्डस्ट्री मजदूर व अन्य क्षेत्रों में कार्य कर रहे मजदूरों की भलाई के लिए कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने हर श्रमिक को सुरक्षित कार्यस्थल, उचित वेतन और सामाजिक सुरक्षा को सर्वोच्च लक्ष्य बताया। उन्होंने कहा कि आइए, हम सब मिलकर हरियाणा के मेहनतकश श्रमिकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करें और उनके बेहतर भविष्य के लिए संकल्प लें।