कहा जा रहा था मॉनसून इस बार कमज़ोर रहेगा पर मॉनसून आई तो ऐसे आई कि बरखा रानी जम के बरसी और ऐसी बरसी कि नदियों में उफान आ गया । पहाड़ों पर जीना मुहाल हो गया तो मैदानों पर भी हालत अच्छी नहीं । हर नदी उफान पर है । सब नदियां एक दूसरी नदियों से जैसे होड़ कर रही है कि मैं तुमसे आगे ! पीछे नहीं कोई नदी । सभी ताल तलैया तक भर गये ।
उत्तराखंड की केदारनाथ यात्रा रोक दी गयी है । हरियाणा में भी हालत अच्छी नहीं । पंचकूला , अम्बाला और शाहाबाद के साथ साथ कुरूक्षेत्र सब पानी पानी हो चुके । घग्गर नदी भी एक बार तो अपने रंग में आती है । अब जाकर महारानी प्रणीत कौर काली माता को चूड़ा और नत्थ पहनाने गयी हैं ताकि जलमग्न होने से पटियाला को मां अपनी कृपा से बचा सके । अपने दाढ़ी वाले बाबा कश्ती में खबर ले रहे हैं लोगों की । एक बार तो कह दो विधायक हो तो ऐसा ! वैसे सुना है कि हरियाणा के डिप्टी स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता लोगों से नाराज हैं कि धारा 144 लगाने के बावजूद लोग वहीं के वहीं क्यों बैठे हैं ? अब नेता जी , लोग जाये तो जायें कहां ? इसकी खातिरदारी यानी रोटी पानी का प्रबंध कीजिये , नाराज होने को बहुत मौका मिल जायेंगे । इस समय तो आपदा मे इनकी मदद की सोचिये और सर्विस विद ए स्माइल दीजिये ! हिमाचल में भी हालत बहुत खराब बताई जा रही है । मनाली , कुल्लू लगभग कट गये हैं ।
हर साल मॉनसून के दिनों में ये दृश्य आम हैं । नये नक्शे के अनुसार बनाये चंडीगढ़ से लेकर अनगढ़ तरीके से बसाये हिसार में भी कोई खास फर्क नही है । चंडीगढ़ से हिसार तक लोग परेशान हैं । सड़कें नहरें बन गयी हैं और नहरें दरिया ! आखिर इसका हल क्या है ! शायद कोई नहीं ! प्रकृति के आगे मनुष्य सदैव बौना रहेगा । यह बात तो कोरोना ने भी साबित कर दी थी कि प्रकृति के आगे मनुष्य कितना बेबस है । कितना दयनीय । तो फिर विज्ञान से प्रकृति बड़ी हुई । मनुष्य को प्रकृति का सम्मान करना चाहिये । प्रकृति की रक्षा करनी चाहिये । बेशक हमारे हिसार में हमारा प्यार हिसार और गुरु जम्भेश्वर विश्विद्यालय के कुलपति प्रो नरसी राम बिश्नोई इस पर्यावरण को बचाने के प्रयासों मः लगे हैं लेकिन यह हर किसी का काम है , हर किसी का धर्म है । दुष्यंत कुमार ने लिखा सच ।
बाढ़ की संभावनायें सामने हैं
और नदियों के किनारे घर बने हैं !
दूसरा शेर :
जाने कितनी बस्तियां समंदर बहा ले गया
लोग फिर भी समंदर किनारे घर बना रहे हैं !
यह उम्मीद ही हमें हर मुसीबत से बाहर लाती है ।
-पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी ।
9416047075