असंध, 03.08.25- हरियाणा के ग्रामीण अंचल में बीते 11 वर्षों में स्वच्छता , पेयजल व स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के अलावा ढांचागत तंत्र के विकास में अभूतपूर्व काम हुए हैं। इस अवधि में गांवों में बनकर तैयार हुए ग्राम सचिवालय, योगशालाएँ , पुस्तकालय भवन, अमृत सरोवर, खेल स्टेडियम, सामुदायिक भवन और बेहतरीन गली, नाली और सड़क इस बात के जीवन्त प्रमाण है कि सरकार ने नई सोच और संकल्प के साथ राजकाज की नई कार्य संस्कृति स्थापित करने में सफलता हासिल की है। स्थानीय लोक निर्माण विश्रामगृह में डॉ. चौहान की अगवानी करने पहुँचे शहर और ग्रामीण अंचल के प्रतिनिधियों से बातचीत में उन्होंने यह टिप्पणी की।
इसके बाद शहर के एक रेस्तरां में आयोजित कार्यक्रम में युवा शक्ति से रूबरू हुए डॉ.वीरेंद्र सिंह चौहान ने हरियाणा ग्रामीण विकास संस्थान की भूमिका और कार्यप्रणाली के विषय में चर्चा की। उन्होंने बताया कि प्रदेश का यह शिखर शिक्षण संस्थान ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज से जुड़े विभिन्न विभागों के कर्मचारियों और अधिकारियों के प्रशिक्षण और कौशल विकास के साथ निर्वाचित जन प्रतिनिधियों की कार्यक्षमता में सुधार के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करता है। इसी क्रम में उन्होंने शिष्टाचार भेंट के लिए पहुँचे असंध खंड की सरपंच एसोसिएशन के प्रधान से ग्राम पंचायतों की सम सामायिक समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने विश्वास दिलाया कि ग्राम पंचायतों के समक्ष उत्पन्न होने वाली सभी चुनौतियों और समस्याओं का समाधान करने में संस्थान हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार के मार्गदर्शन में हरसंभव कार्य करेगा।
कुश्ती कोच सोमवीर सिंह कुश्ती खिलाड़ियों की एक टीम के साथ नवनियुक्त निदेशक का स्वागत करने पहुँचे। उन्होंने कुश्ती खिलाड़ियों की समस्याओं से डॉ.चौहान को अवगत कराया।
जींद के सिंघाना से पहुंचे पंडित सुनील शास्त्री, महावीर शर्मा, प्रमोद राणा और योगेन्द्र सिंह ने भी गांव की और से पगड़ी भेंट कर डॉ. चौहान का अभिनंदन किया।
उधर सरदार जी रेस्तराँ में योगेश ठकराल के संयोजन में पुरूषोत्ततम ठुकराल, बादल छाबड़ा, अंकित परुथी , नीतिन जुनेजा और ट्विंकल आदि ने पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया।
लोक निर्माण विश्रामगृह में पतंजलि योग समिति के प्रभारी एडवोकेट नरेन्द्र शर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता इंद्रजीत सिंह, डॉ. संदीप राणा,पूर्व सैनिक चौ. रामदिया मोर, भाजपा नेता राजेश पाढ़ा, अंकुश राणा, अभय प्रताप सिंह, पन्ना लाल प्रजापति, पंकज आर्य आदि शामिल थे।