चण्डीगढ, 02 अक्तूबर - आज देश, दूनिया व समाज को गांधी जी के बताए सत्य अहिंसा के मार्ग पर चलने की आवश्यकता है ताकि मानव में वैमनस्य की भावना खत्म हो। यह उद्गार हरियाणा के राज्यपाल श्री सत्यदेव नारायण आर्य ने आज गांधी जी की 150वी जयंती पर राजभवन में आयोजित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और श्री लाल बहादूर शास्त्री को श्रद्धांजलि अर्पित करने उपरांत अपने उद्बोधन मे व्यक्त किए। इस अवसर पर महात्मा गांधी के प्रिय भजनों का गायन हुआ और सर्वधर्म प्रार्थना सभा की गई। इस प्रार्थना सभा में हिन्दु, इस्लाम, इसाई, सिख धर्मो के धार्मिक प्रचारकों ने देश की एकता व अखण्डता का प्रवचनांे व भजनों के माध्यम से संदेश दिया।
राज्यपाल श्री आर्य ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने सर्वधर्म समन्वय का पाठ पढ़ाते हुए देश को एकसूत्र मे पिरोकर आजादी दिलाई। उन्होनंे महात्मा बुद्ध के बताए सत्य-अहिंसा के रास्ते पर चलते हए मानवता को शांति का संदेश दिया। इसके साथ-साथ देश को मजबूती प्रदान करने के लिए गांधी जी ने कई आंदोलन चलाए।
उन्होनंे कहा कि देश के द्वितीय प्रधानमंत्री श्री लाल बहादूर शास्त्री ने देश की स्वायतता और आत्मनिर्भरता का जो कार्य किया उसी की बदोलत आज भारतवर्ष न केवल सुरक्षा व खाद्यान्न की दृष्टि से आत्मनिर्भर है, बल्कि अन्य देशों को अनाज निर्यात करने व उन्हें सुरक्षा देने में सक्षम है। शास्त्री जी ने जय जवान-जय किसान का नारा देकर देश में हरित क्रांति को आगे बढ़ाया। उन्होनें बहुत कम कार्यकाल में ही देश की प्रगति में चार-चांद लगाए।
राज्यपाल श्री आर्य ने गांधी व शास्त्री जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि अनेक महापुरूषों ने गांधी जी को आदर्श मानकर उनके जैसा जीवन जीया। जब हम इन दोनों महापुरूषों का विचार करते हैं तो हमें ज्ञान होता है कि भारत कैसा होना चाहिए। गांधी जी ऐसा भारत चाहते थे जिसमें सब समुदायों में समभाव हो, अस्पृश्यता कहीं देखने को न मिले, जीवन में स्वच्छता हो और महिलाओं व पुरूषों को समान अधिकार मिलें और देश समृद्ध, खुशहाल एवं स्वस्थ हो।
उन्होनें कहा है कि आज पूरा देश दोनों महान विभुतियों की जयंती पर्व के रूप में मना रहा है। इस अवसर पर उन्होनें युवाओं का आहवान किया कि वें प्रण ले कि वह अनुशासन में रहे और एकता के सूत्र में बंध कर देश व प्रदेश की तरक्की के लिए कार्य करें तभी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और श्री लाल बहादूर शास्त्री को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
राज्यपाल ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण शिक्षा परिषद द्वारा तैयार की गई स्वच्छता और जल संरक्षण के नियमावली पर आधारित ‘‘स्वच्छ कैम्पस तथा जल शक्ति कैम्पस और जल शक्ति ग्राम‘‘ नामक दो पुस्तिकाओं का विमोचन भी किया। उन्होनें कहा कि ये दोनो पुस्तिकाएं राष्ट्रीय रैंकिंग के मानदण्डों के अनुसार शिक्षण संस्थानों के माध्यम से युवा वर्ग को गांधी जी की विचारधारा से जोडे़गी।

श्रद्धांजलि सभा में चैयरमेन बिजली विनियामक बोर्ड हरियाणा डी.एस. डेसी, मुख्य सचिव श्रीमति केशनी आनंद, गृह सचिव श्रीमति नवराज सिंह संधु, अतिरिक्त मुख्य सचिव सुनील कुमार गुलाटी, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमति धीरा खण्डेलवाल, अतिरिक्त मुख्य सचिव टी.सी.गुप्ता, प्रधान सचिव अनुराग रस्तोगी, प्रधान सचिव अशोक खेमका, प्रधान सचिव श्रीमति नीरजा शेखर, सचिव प्रसोनल श्री नितिन यादव, राज्यपाल के सचिव श्री विजय सिंह दहिया, महानिदेशक सूचना, जनसंपर्क एंव भाषा विभाग समीरपाल सरांे तथा श्री चंद्रशेखर भी उपस्थित थें।