करनाल, 07.04.22- जनस्वास्थ्य किसी भी राज्य के आर्थिक विकास एवं जीवन स्तर के आकलन का एक प्रमुख सूचक है। हरियाणा के विकास का आकलन भी यहां की स्वास्थ्य सुविधाओं के आधार पर किया जा सकता है। सत्ता में आने के बाद से यहां भाजपा सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया है। सबको निरोगी रखने के अपने स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत राज्य भर में नए-नए वैलनेस सेंटर खोले जा रहे हैं। यह जानकारी हरियाणा ग्रंथ अकादमी के उपाध्यक्ष एवं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने दी। वह विश्व स्वास्थ्य दिवस पर एक लाइव परिचर्चा में भाग ले रहे थे। इस परिचर्चा में डॉ. चौहान के अलावा पीजीआईएमएस रोहतक के सीनियर प्रोफेसर एवं बर्न्स एंड प्लास्टिक सर्जरी डिपार्टमेंट विभागाध्यक्ष डॉ. कुलदीप सिंह, राजकीय आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी राहड़ा की एएमओ डॉ. प्रतिभा और राजकीय आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी कोहण्ड, बरसत की एएमओ डॉ. भावना ने भी भाग लिया। परिचर्चा का सार यह था कि स्वस्थ जीवन के लिए रोज सुबह उठना, नियमित सैर एवं योग और अच्छी नींद बहुत जरूरी है। इसके अलावा यदि दूध को नियमित आहार का हिस्सा बनाया जाए तो यह स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होगा।


डॉ. चौहान ने बताया कि करनाल के 26 वैलनेस सेंटरों को मिलाकर राज्य भर में 609 से ज्यादा आयुष्मान भारत हेल्थ वेलनेस सेंटर खोले जा चुके हैं। इनमें 351 वैलनेस सेंटर ग्रामीण पीएचसी में, 161 सब-सेंटर में और 97 शहरी पीएचसी में स्थित हैं। इनके अलावा 980 और हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर चालू होने के इंतजार में हैं। इस प्रकार राज्य में फिलहाल 1589 हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर जनता के लिए उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणा में फिलहाल 97 पब्लिक हेल्थ सेंटर कार्यरत हैं। डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि इन वैलनेस सेंटरों में वात, पित्त और कफ की स्थिति के आकलन के आधार पर बीमारी का पता लगाया जाता है और उसका उपचार किया जाता है। उन्होंने कहा कि अपने स्वास्थ्य मिशन के तहत हरियाणा सरकार ने गांवों में भी योगशाला एवं वैलनेस सेंटर खोलने का काम किया है। इन योग शालाओं के लिए योग प्रशिक्षक एवं डाइटीशियन की नियुक्ति शीघ्र की जाएगी।