चण्डीगढ़, 24.05.25- : मलोया स्मॉल फ्लैट्स में सरकारी स्कूल के पास सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। श्री राम कृष्ण सेवा दल की ओर से आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन वृंदावन से आए कथा व्यास पंडित कृष्णश्री ठाकुर महाराज ने प्रवचन करते हुए कहा कि व्यक्ति को अहंकार नहीं करना चाहिए, अहंकार बुद्धि और ज्ञान का हरण कर लेता है। अहंकार ही मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है।

कथा व्यास पंडित कृष्णश्री ठाकुर महाराज ने शुक्रवार को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का प्रसंग सुनाया। श्रीकृष्ण की जन्म कथा का प्रसंग सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे। उन्होंने कहा कि जब अत्याचारी कंस के पापों से धरती डोलने लगी, तो भगवान कृष्ण को अवतरित होना पड़ा। सात संतानों के बाद जब देवकी गर्भवती हुई, तो उन्हें अपनी इस संतान की मृत्यु का भय सता रहा था। भगवान की लीला वे स्वयं ही समझ सकते हैं। भगवान कृष्ण के जन्म लेते ही जेल के सभी बंधन टूट गए और भगवान श्रीकृष्ण गोकुल पहुंच गए। कृष्णश्री ठाकुर महाराज ने कहा कि जब-जब धरती पर धर्म की हानि होती है, तब-तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं। जैसे ही कथा के दौरान भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ पूरा पंडाल जयकारों से गूंजने लगा। श्रीकृष्ण जन्म उत्सव पर नन्द के आनंद भयो जय कन्हैयालाल की भजन प्रस्तुत किया तो श्रद्धालु भक्ति में लीन होकर जमकर झूमे। एक-दूसरे को श्रीकृष्ण जन्म की बधाईयां दी गई, एक-दूसरे को मिठाईयां बाटी गई।

संस्था के अध्यक्ष हरिशंकर मिश्रा ने बताया कि 25 मई को कथा समापन के बाद दोपहर 2 बजे से अटूट भंडारे का आयोजन होगा। उन्होंने बताया कि यह आयोजन समाज में धार्मिक चेतना, सद्भाव और आध्यात्मिक एकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया जा रहा है। इस दौरान कार्यक्रम में हरिशंकर मिश्रा, रिंकू दुबे, गजाधर, राम प्रकाश यादव, सुभाष पांडे, रोहित शुक्ला, अनिल कुमार सिंह, राम वृक्ष व अन्य उपस्थित रहे।