ऊना, 7 नवम्बर। नशे के विरुद्ध एक युद्ध अभियान के अंतर्गत आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टक्का और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बसाल में जिला बाल संरक्षण अधिकारी कमलदीप सिंह की अध्यक्षता में जागरूकता शिविरों का आयोजन किया गया। इन शिविरों में छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों, बच्चों के प्रति यौन अपराधों, और बच्चों की सुरक्षा से संबंधित कानूनों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। इस अवसर पर प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इसके साथ ही कार्यक्रम में कुल 695 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
शिविर के दौरान बच्चों को यौन अपराधों से बच्चों की सुरक्षा अधिनियम, 2012 (पॉक्सो एक्ट), मनोदैहिक पदार्थ अधिनियम, 1985 (एनडीपीएस एक्ट), बाल तस्करी, बाल श्रम, बाल विवाह और साइबर अपराधों से संबंधित जानकारियां दी गईं। साथ ही, मिशन वात्सल्य योजना के अंतर्गत 0 से 18 वर्ष तक के अनाथ बच्चों के लिए उपलब्ध सुविधाओं, मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना, 2023 के तहत 18 से 27 वर्ष तक के अनाथ युवाओं के लिए सहायता योजनाओं, मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना और सामर्थ्य योजना के बारे में भी विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।
कमलदीप सिंह ने बच्चों और अध्यापकों से आग्रह किया कि वे इन जानकारियों को समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुँचाएं ताकि अधिक से अधिक लोग इन महत्वपूर्ण योजनाओं और कानूनों से अवगत हो सकें।
इन शिविरों में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टक्का के प्रधानाचार्य वरिंदर कपिला, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बसाल की प्रधानाचार्य कविता संधू, विद्यालय स्टाफ तथा जिला बाल संरक्षण इकाई ऊना की टीम के सदस्य उपस्थित रहे।