BILASPUR, 07.05.25-हिमाचल प्रदेश में बागवानी को प्रोत्साहित करने तथा किसानों को उनके उत्पादों के लिए बेहतर बाजार उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से आज घुमारवीं स्थित M4U परिसर में एक भव्य क्रेता-विक्रेता मिलन समारोह का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम हिमाचल प्रदेश बागवानी विभाग द्वारा एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) के सहयोग से संचालित “हिमाचल प्रदेश सब-ट्रॉपिकल हॉर्टिकल्चर, इरिगेशन एंड वैल्यू एडिशन प्रोजेक्ट (HPSHIVA)” के अंतर्गत संपन्न हुआ।
इस समारोह में बागवानी विभाग हिमाचल प्रदेश के निदेशक विनय सिंह (आईएएस) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि HPSHIVA परियोजना के परियोजना निदेशक डॉ. देविंदर सिंह ठाकुर विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसान, बागवानी उत्पादक, विपणन विशेषज्ञ, बाजार प्रतिनिधि, वैज्ञानिक तथा विभागीय अधिकारी मौजूद रहे, जिससे यह आयोजन ज्ञान, अनुभव और संवाद का केंद्र बन गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को उनके उत्पादों की गुणवत्ता, ग्रेडिंग, पैकेजिंग, मूल्य निर्धारण और विपणन की आधुनिक तकनीकों से अवगत कराना था। साथ ही, यह मंच किसानों और खरीदारों के बीच सीधा संवाद स्थापित करने के लिए एक प्रभावी माध्यम बना, जिससे पारदर्शिता और स्थायित्व के साथ व्यापारिक संबंध मजबूत किए जा सकें।
समारोह के दौरान विशेषज्ञों ने बताया कि अब फलों की ग्रेडिंग के लिए उन्नत तकनीकों का प्रयोग हो रहा है, जैसे कि साइज-सेन्सिंग मशीनें, रंग के आधार पर छंटाई तथा मैनुअल क्वालिटी चेकिंग। इन तकनीकों से उत्पाद की गुणवत्ता सुनिश्चित होती है और किसानों को बेहतर मूल्य प्राप्त होता है। यह जानकारी किसानों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हुई, क्योंकि इससे उन्हें अपने उत्पादों की बाजार मांग के अनुरूप तैयारी करने का मार्गदर्शन मिला।
कार्यक्रम के दौरान किसानों ने फलों के उचित मूल्य निर्धारण, मौसम जनित नुकसान, छोटे आकार अथवा असामान्य फलों की बिक्री तथा बागवानी फसलों में कीट एवं रोगों से संबंधित समस्याएं भी प्रस्तुत कीं। इन सभी जमीनी स्तर की चुनौतियों पर वैज्ञानिकों एवं अधिकारियों ने किसानों से सीधा संवाद किया और उन्हें व्यावहारिक समाधान सुझाए। किसानों को बताया गया कि मूल्य निर्धारण में बाजार मांग, उत्पाद की ग्रेड, मौसमी आपूर्ति और परिवहन लागत को ध्यान में रखा जाता है। साथ ही, अब किसानों को इन विषयों पर जानकारी ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से उपलब्ध करवाई जा रही है, जिससे वे समय पर सही निर्णय ले सकें।
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट HPSHIVA की मार्केटिंग टीम, मार्ट ग्लोबल मैनेजमेंट तथा नांगिया एंड कंपनी LLP की भूमिका की सराहना की गई, जिन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस समारोह ने किसानों को न केवल ज्ञान प्रदान किया, बल्कि उन्हें अपने उत्पादों को बेहतर ढंग से बाजार में प्रस्तुत करने की प्रेरणा भी दी।
इस प्रकार यह क्रेता-विक्रेता मिलन समारोह किसानों के लिए एक प्रेरणादायक मंच सिद्ध हुआ, जहाँ उन्होंने न केवल बागवानी से जुड़ी चुनौतियों के समाधान प्राप्त किए बल्कि अपने उत्पादों के मूल्यवर्धन और विपणन की दिशा में नई संभावनाएं भी तलाशीं। HPSHIVA परियोजना के तहत ऐसे आयोजन भविष्य में भी किसानों के हित में मील का पत्थर साबित होंगे और हिमाचल प्रदेश की बागवानी अर्थव्यवस्था को नई ऊँचाइयाँ प्रदान करेंगे।
यह मीट का आयोजन एचपी शिवा के तहत गठित मार्केटिंग कमेटी जिसके अध्यक्ष डा संजय गुप्ता उप निदेशक उद्यान मंडी है ने करवाया | इस अवसर पर चार जिलो से बिलासपुर , मंडी, काँगड़ा और हमीरपुर से लगभग 80 बागवान व् 10 बायेर्स उपस्तिथ रहे और 15 बायेर्स ऑनलाइन मध्यम से चंडीगढ़ मुंबई श्रीनगर उत्तरखंड दिल्ली से जुड़े | उद्यान विभाग से चार जिलों के उप निदेशक उद्यान भी उपस्तिथ रहे । डा राजेश्वर परमार उप निदेशक उद्यान हमीरपुर, डा माला शर्मा बिलासपुर व डा कमलशील नेगी कांगड़ा से उपस्थित रहे