चण्डीगढ़, 20.12.25- : पब्लिक अगेंस्ट एडुल्टरेशन वेलफेयर एसोसिएशन (पावा) ने देश भगत यूनिवर्सिटी के सहयोग से आज सेक्टर-17 में सुरक्षित भोजन के लिए कैंडल मार्च का आयोजन किया। इस मार्च में विद्यार्थियों, वरिष्ठ नागरिकों, युवा समूहों और आम जनता की भारी भागीदारी देखने को मिली।
कैंडल मार्च को न्यायमूर्ति जोरा सिंह, पूर्व न्यायाधीश, पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट तथा डॉ. संदीप सिंह, अध्यक्ष, देश भगत यूनिवर्सिटी, गोबिंदगढ़ ने झंडी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. सुरिंदर कौर, उप निदेशक, स्वास्थ्य सेवाएं, पंजाब और मनजीत सिंह, कार्यकारी उपाध्यक्ष, दोआबा ग्रुप ऑफ कॉलेजेज उपस्थित रहे।
इस अवसर पर डॉ. अंशु कटारिया, अध्यक्ष, पंजाब अनएडेड कॉलेजेज एसोसिएशन; अवतार सिंह, सहायक निदेशक (मीडिया), डीबीयू; एडवोकेट अमरजीत सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष; भूपिंदर सिंह, आईएएस, सलाहकार; सुखविंदरपाल सिंह, पीसीएस (सेवानिवृत्त), सलाहकार; बीरिंदर सिंह, सेशन जज (सेवानिवृत्त), वरिष्ठ उपाध्यक्ष; कैप्टन बलविंदर सिंह, उपाध्यक्ष; एडवोकेट कुलवंत सिंह लेहरा, आईआरएस, संयुक्त सचिव; कुलवंत सिंह पुरबा, संयुक्त सचिव; एडवोकेट यादविंदरपाल सिंह, विधि सलाहकार; निरंजन सिंह, कोषाध्यक्ष; सुरिंदर सिंह बब्बर, आईआरएस, कार्यकारिणी सदस्य; डॉ. जसवंत सिंह, पीसीएमएस (सेवानिवृत्त), अध्यक्ष, चंडीगढ़ इकाई; एडवोकेट सौरव मेहता, सचिव, चंडीगढ़ तथा सुरजीत सिंह भटोआ, राष्ट्रीय महासचिव सहित कई जिला स्तरीय पदाधिकारी मौजूद रहे। इनमें गुरदीप सिंह, जिला अध्यक्ष पटियाला; कौशल राव सिंगला, जिला सचिव, पटियाला; एडवोकेट केशव कुमार, जिला अध्यक्ष, फतेहगढ़ साहिब; एडवोकेट असलम खान, जिला सचिव तथा अन्य क्षेत्रों के प्रतिनिधि भी शामिल थे।
देश भगत यूनिवर्सिटी और दोआबा ग्रुप ऑफ कॉलेजेज, पावा के माध्यम से सेमिनार आयोजित कर छात्रों को मिलावटी, जंक और अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
समाज के विभिन्न वर्गों से 300 से अधिक लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस मार्च का उद्देश्य खाद्य मिलावट, रासायनिक संदूषण तथा जंक और अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों के बढ़ते सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों को उजागर करना था, जो मोटापा, हृदय रोग, बांझपन, किडनी फेलियर, बच्चों में कुपोषण, किशोर-किशोरियों में समय से पहले यौवनारंभ और भारत में बढ़ते कैंसर मामलों के प्रमुख कारण हैं।
सभा को संबोधित करते हुए पावा के पदाधिकारियों ने सख्त प्रवर्तन तंत्र, उपभोक्ता जागरूकता तथा विशेष रूप से बच्चों और युवाओं के लिए सुरक्षित, प्राकृतिक भोजन अपनाने की व्यापक आवश्यकता पर जोर दिया।
कार्यक्रम का एक प्रमुख आकर्षण कॉलेज छात्रों द्वारा प्रस्तुत 10–15 मिनट का नुक्कड़ नाटक रहा, जिसमें मिलावटी और जंक फूड के दुष्प्रभावों को प्रभावशाली ढंग से दर्शाया गया। इस प्रस्तुति को जनता से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली और यह एक प्रभावी जागरूकता माध्यम साबित हुआ।