हिसार, 16.11.25-- हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कांन्फैड के पूर्व अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने मंडियों के दौरा करने के उपरांत कहा कि सरकार की लापरवाही के कारण करोड़ों रुपए का धान खरीद में घोटाला हुआ है जबकि 2024 में सरकारी धान की खरीद 53 लाख 98 हजार मैट्रिक टन हुई थी मगर इस साल लगभग सरकारी आंकड़ों के अनुसार 14 लाख 74 हजार एकड़ जमीन में धान बारिश व बाढ़ के कारण खराब हो गई है। उसके बावजूद भी पिछली साल की तुलना इस साल धान 8 लाख मैट्रिक टन से ज्यादा की सरकारी खरीद हुई है। इस साल धान की सरकारी खरीद लगभग 62 लाख 7 हजार मैट्रिक टन हो चुकी है। सरकार ने धान खरीद का लक्ष्य 54 लाख मैट्रिक टन रखा गया था।

बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकारी खरीद एजेंसी के अधिकारियों द्वारा धान खरीद में बहुत बड़ा घोटाला किया गया है। सरकार के चहेतों ने बाहरी राज्यों से धान 1500-1600 रुपए प्रति क्विंटल खरीद कर हरियाणा सरकार को 2389 रुपए एमएसपी में बेचकर करोड़ों रुपए का घोटाला करने का काम किया। धान घोटाले की हाई कोर्ट के सिटिंग जज से जांच होनी चाहिए। धान घोटाले करने वाले भ्रष्ट अधिकारियों से रकम की वसूली के साथ-साथ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। पहले भी करोड़ों रुपए का धान खरीद में घोटाला हुआ था। जिसकी एफआईआर दर्ज होने के बावजूद भी आज तक करोड़ों रुपए का घोटाला करने वाले अभी तक पकड़े नहीं गए हैं। सरकार में कई बार धान, बाजरा, सरसों व गेहूं घोटाला हो चुका है। बजरंग गर्ग ने कहा कि धान की एमएसपी 2389 रुपए है मगर सरकारी एजेंटीयों ने धान की खरीद 2389 रुपए एमएसपी की बजाएं 1700 से लेकर 2200 रुपए प्रति क्विंटल तक धान की खरीद की है जिसके कारण किसानों को बड़ा भारी नुकसान उठाना पड़ा है।