राज्य स्तरीय अंडर-14 बालिका खेल प्रतियोगिता का उपायुक्त ऊना ने किया शुभारंभ
* बोले...शिक्षा के साथ खेलों में भागीदारी से होता है सर्वांगीण विकास **

ऊना, 30 अक्तूबर। उपायुक्त ऊना जतिन लाल ने आज (वीरवार) को राज्य स्तरीय अंडर-14 बालिका वर्ग खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ वन विहारी नंद ब्रह्मचारी राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, सलोह में किया। इस तीन दिवसीय प्रतियोगिता में प्रदेश के दस जिलों से आई लगभग 440 बालिकाएं भाग ले रही हैं। प्रतियोगिता के दौरान हॉकी, बास्केटबॉल और हैंडबॉल की प्रतिस्पर्धाएं आयोजित की जाएंगी।

उद्घाटन समारोह में उपायुक्त ने खिलाड़ियों की मार्च पास्ट परेड की सलामी ली तथा स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लिया। उन्होंने आयोजन के लिए स्कूल प्रबंधन की सराहना की और सभी खिलाड़ियों को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दीं।

उपायुक्त जनित लाल ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे शिक्षा के साथ-साथ खेलों में भी सक्रिय रूप से भाग लें। उन्होंने कहा कि खेलों से न केवल शारीरिक और मानसिक विकास होता है, बल्कि अनुशासन, टीम भावना और आपसी भाईचारे की भावना भी मजबूत होती है।
उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि जीवन में कभी हार नहीं माननी चाहिए, क्योंकि व्यक्ति या तो जीतता है या सीखता है। असफलता को हार न मानते हुए उसे सीखने का अवसर समझना चाहिए। निरंतर प्रयास और दृढ़ निश्चय से ही सफलता प्राप्त होती है।

इसके साथ ही, उपायुक्त ने युवाओं से नशे की बुराई के प्रति जागरूक रहने का आह्वान करते हुए कहा कि इस सामाजिक कुरीति को समाप्त करने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे, ताकि युवा पीढ़ी को इसके प्रभाव से बचाया जा सके।

इस अवसर पर शिक्षा उप निदेशक (प्रारंभिक) ऊना सोमलाल धीमान, प्रधानाचार्य विक्रम बहादुर, एडीपीओ ऊना रविंद्र भुल्लर, विभिन्न जिलों से आई टीमों के प्रतिनिधि सहित राजेश कौशल, राकेश कुमार, अजय शर्मा और शीश राम भी उपस्थित रहे।
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स्वच्छ एवं हरित विद्यालय रेटिंग कार्यक्रम के तहत उपायुक्त ने ली जिला स्तरीय बैठक
ऊना, 30 अक्तूबर। स्वच्छ एवं हरित विद्यालय रेटिंग (एसएचवीआर) कार्यक्रम के अंतर्गत जिला स्तरीय समिति की बैठक आज उपायुक्त ऊना जतिन लाल की अध्यक्षता में उनके कक्ष में आयोजित हुई। उपायुक्त ने इस अवसर पर एसएचवीआर के तहत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की और कहा कि यह पहल विद्यार्थियों में स्वच्छता, पर्यावरणीय जिम्मेदारी और सतत विकास के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यालयों में स्वच्छता, जल संरक्षण, अपशिष्ट प्रबंधन, पर्यावरण-अनुकूल प्रथाओं तथा नागरिक दायित्वों को प्रोत्साहित करना है, ताकि विद्यार्थियों को एक स्वस्थ, सुरक्षित और स्वच्छ शिक्षण वातावरण प्राप्त हो सके।

बैठक में उप निदेशक स्कूल शिक्षा (गुणवत्ता) एवं जिला परियोजना अधिकारी, समग्र शिक्षा नीलम कुमारी ने बताया कि स्वच्छ एवं हरित विद्यालय रेटिंग 2025-26 के अंतर्गत ऊना जिले के सभी विद्यालयों का पंजीकरण और स्व-मूल्यांकन कार्य पूर्ण कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि पहले यह पहल “स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार” के रूप में आरंभ की गई थी, जिसे अब उन्नत करते हुए “स्वच्छ एवं हरित विद्यालय रेटिंग” के रूप में लागू किया गया है, ताकि विद्यालयों को स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।

उन्होंने बताया कि ऊना जिले के सभी सरकारी और कुछ निजी विद्यालयों को एसएचवीआर पोर्टल एवं “स्वच्छ एवं हरित विद्यालय” मोबाइल ऐप के माध्यम से पंजीकृत किया गया है। विद्यालयों ने स्वच्छता, जल उपयोग, अपशिष्ट प्रबंधन, पर्यावरणीय पहल और स्वच्छ व्यवहार जैसे विभिन्न मानकों पर स्व-मूल्यांकन रिपोर्ट के साथ आवश्यक फोटोग्राफ अपलोड किए हैं। प्राप्त अंकों के आधार पर विद्यालयों ने 3 से 5 स्टार तक की स्व-मूल्यांकन रेटिंग दी है। जिला स्तरीय समिति द्वारा इन पात्र विद्यालयों का निरीक्षण एवं मूल्यांकन किया जाएगा। चयनित विद्यालयों को चार श्रेणियों ग्रामीण श्रेणी-एक बाल वाटिका से कक्षा 8 तक, ग्रामीण श्रेणी-दो कक्षा 9 से 12 तक, शहरी श्रेणी-एक बाल वाटिका से कक्षा 8 तक, शहरी श्रेणी-दो कक्षा 9 से 12 तक में विभाजित किया गया है।
इनमें से 6 ग्रामीण विद्यालय (प्रत्येक श्रेणी से 3) तथा 2 शहरी विद्यालय (प्रत्येक श्रेणी से 1) को 15 नवम्बर तक राज्य स्तरीय प्रक्रिया के लिए नामांकित किया जाएगा। मूल्यांकन के उपरांत उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों को स्वच्छ एवं हरित विद्यालय रेटिंग 2025-26 के अंतर्गत सम्मानित किया जाएगा।

इस अवसर पर नीलम कुमारी, उप निदेशक स्कूल शिक्षा (गुणवत्ता) सह जिला परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा, प्रधानाचार्य डाइट देहलां राकेश अरोड़ा, डॉ. पी.एस. राणा सहित अन्य अधिकारी एवं सदस्य उपस्थित रहे।
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