नीलोखेड़ी (करनाल), 05.07.25-। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में केंद्र की सरकार ने महिला सशक्तिकरण के लिए बीते 11 वर्षों में एक के बाद एक कई क्रांतिकारी कार्य किए हैं। लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण सुनिश्चित करने के लिए पारित नारी शक्ति वंदन क़ानून इस दिशा में बहुत बड़ी पहल है। हरियाणा ग्रामीण विकास संस्थान के नवनियुक्त निदेशक डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने संस्थान के परिसर में आयोजित एक प्रशिक्षण कार्यशाला के प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की।
डॉ.वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि महिला जनप्रतिनिधियों का प्रशिक्षण केवल एक शैक्षणिक प्रक्रिया नहीं बल्कि सामाजिक परिवर्तन की नींव है। वे सभी गांव की असली ताकत हैं। जब एक महिला प्रतिनिधि आत्मविश्वास के साथ निर्णय लेती है, तो वह समाज की दिशा बदल दे दी है। पंचायती राज विभाग, हरियाणा द्वारा आयोजित चार दिवसीय महिला जनप्रतिनिधि प्रशिक्षण कार्यक्रम के चौथे एवं अंतिम दिन समापन सत्र में बतौर मुख्यातिथि अपने संबोधन में चौहान ने भारतीय संस्कृति के आधारभूत जीवन मूल्यों के अनुसार का नेतृत्व विकास की प्रक्रिया पर ज़ोर दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता एवं संचालन नीलम कुमारी द्वारा किया गया। सहायक प्रोफेसर अनिल मेहता भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
निदेशक डॉ. चौहान ने बताया कि हरियाणा सरकार की मंशा है कि पंचायतों में सहभागी, पारदर्शी और उत्तरदायी नेतृत्व विकसित हो, जिसमें महिलाओं की भूमिका निर्णायक है। उन्होंने प्रतिभागियों से आह्वान किया कि प्रशिक्षण में प्राप्त ज्ञान को अपने कार्यक्षेत्र में प्रभावी रूप से लागू करें।
कार्यक्रम की शुरुआत सरोज सैनी द्वारा गत दिवस की पुनरावृत्ति एवं प्रेरक गतिविधियों से हुई। संवाद कौशल, ग्राम सभा की प्रक्रिया, और संचार के विभिन्न पहलुओं पर नेहा एवं कविता द्वारा संवादात्मक पद्धति से अभ्यास सत्र आयोजित किए गए। मुख्य सभागार में हुए सामूहिक चर्चा एवं फीडबैक सत्र में प्रतिभागियों ने अपने अनुभव साझा किए और कई शिक्षण तकनीकों पर चर्चा की।
प्रश्नोत्तर सत्र में प्रतिभागियों ने अपने संदेह स्पष्ट किए, वहीं कुछ चयनित प्रतिभागियों एवं प्रशिक्षकों ने व्यावहारिक प्रस्तुतियाँ दीं। समापन अवसर पर EWR थीम सॉन्ग का सामूहिक गायन विशेष आकर्षण का केंद्र रहा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य महिला प्रतिनिधियों को पंचायत कार्यप्रणाली, संचार कौशल, और ग्राम सभा की प्रक्रियाओं की समग्र जानकारी देना था। समापन सत्र में मुख्य अतिथि डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए और विशिष्ट अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर शिवनाथ कपूर, सतनाम आहूजा, राजेश शर्मा, मुकेश भारती, एडवोकेट नवीन कपूर, केवल कृष्ण कुकरेजा आदि गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।