असंध, 23.06.25-। हरियाणा ग्रंथ अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष और निदेशक डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने कलमकारों का आवाहन किया कि वे अपनी रचनाधर्मिता का उपयोग समसामयिक समस्याओं के सटीक समाधान सुझाने के लिए भी करें। एक स्थानीय बैंक्वेट हाल में शिक्षक और प्रख्यात कवि भारत भूषण वर्मा के नए काव्य संग्रह के लोकार्पण समारोह में अध्यक्षीय वक्तव्य में डॉ चौहान ने यह टिप्पणी की । इंद्रप्रस्थ साहित्य भारती के अध्यक्ष व प्रख्यात साहित्यकार विनोद बब्बर इस अवसर पर मुख्यतिथि थे।
नगर के प्रतिष्ठित कवि भारत भूषण वर्मा की पुस्तक 'रचनाओं का प्रयागराज' (काव्य सग्रह) के लोकार्पण समारोह कार्यक्रम के साथ भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन भी किया गया।
कवि भारत भूषण ने बताया कि उन्होंने यह काव्य-संग्रह अपनी माता स्वर्गीया शकुंतला देवी को समर्पित किया। विभिन्न छंदों में रचित इस पुस्तक के प्राक्कथन में समीक्षात्मक भूमिका संदेश रामायण में राम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविंल , राष्ट्रीय कवि हरिओम पंवार, प्रो. वीरेंद्र सिंह चौहान, और मेरठ के चरण सिंह स्वामी के द्वारा लिखे गए हैं। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि दिल्ली से प्रोफेसर कुलविंदर सिंह, करनाल से बी.आर. चानना, और असंध से रमेश बतरा रहे ।
कार्यक्रम के दौरान बदायूं उत्तर प्रदेश से कवि मनु बदायूंनी, रिफाइनरी टाउनशिप से कवि प्रदीप चौहान 'दीप', आराधना सिंह 'अनु', नरेश लाभ, अनूपिंद्र सिंह 'अनूप', पानीपत से सोनिया अक्स, हिसार से पूनम मनचंदा और नीरज मनचंदा और सोनीपत से शकील जठेडी ने शानदार काव्य पाठ किया।
इसके अलावा रश्मि, श्रुति और श्रेया ने भी अपनी प्रस्तुतियों से समां बांधा । कार्यक्रम के अंत में मंचा सीन अतिथियों के कर-कमलों से सभी कवियों को 'शकुंतला देवी स्मृति सम्मान 2025' से सम्मानित किया गया। इसके अलावा मंचासीन अतिथियों को भी सम्मानित किया गया । इस अवसर पर वासदेव, संगीता रानी, मीनू बाला, अमित कुमार, विनोद कुमार, राजपाल, दीपक कुमार, सतपाल मेहता, गोपाल, कृष्ण वर्मा इत्यादि विशेष रूप से उपस्थित रहे ।