*माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर ट्रस्ट की बैठक सम्पन्न,
श्रद्धालुओं की सुविधा, आध्यात्मिक अनुभव और सौंदर्यीकरण को लेकर लिए गए कई अहम निर्णय*
ऊना, 30 मई. माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर ट्रस्ट की एक महत्वपूर्ण बैठक शुक्रवार को उपायुक्त ऊना एवं ट्रस्ट के अध्यक्ष जतिन लाल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में मंदिर के समग्र विकास, श्रद्धालुओं की सुविधाओं के विस्तार और आध्यात्मिक अनुभव को समृद्ध बनाने के लिए अनेक दूरगामी निर्णय लिए गए।
बैठक के दौरान वित्तीय वर्ष 2024–25 के बजट को औपचारिक स्वीकृति प्रदान की गई, जबकि वर्ष 2025–26 के बजट को सैद्धांतिक मंजूरी दी गई।
*मंदिर सौंदर्यीकरण परियोजना को गति*
बैठक में मंदिर सौंदर्यीकरण परियोजना के दूसरे चरण के अंतर्गत भूमि अधिग्रहण के लिए 10 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई। यह परियोजना मंदिर के दीर्घकालिक एवं समग्र विकास के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्त्वपूर्ण मानी जा रही है।
*श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधाएं*
श्रद्धालुओं की सुविधाओं को प्राथमिकता देते हुए उपायुक्त ने मंदिर परिसर में स्वच्छता बनाए रखने के लिए सुलभ इंटरनेशनल को चौबीसों घंटे शौचालय संचालन के निर्देश दिए। इसके लिए अतिरिक्त सफाई कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी।
वहीं, अंब रेलवे स्टेशन पर मां चिंतपूर्णी की भव्य छवियां और डिजिटल डिस्प्ले लगाने के निर्देश संबंधित विभाग को दिए गए, ताकि यात्रियों को स्टेशन पर उतरते ही एक दिव्य अनुभूति प्राप्त हो।
*गौशाला के लिए भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया आरंभ*
पशु कल्याण के दृष्टिगत उपायुक्त ने एसडीएम अंब को निर्देशित किया कि मुबारकपुर से चिंतपूर्णी के मध्य गौशाला हेतु उपयुक्त भूमि की पहचान कर शीघ्र हस्तांतरण की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए।
*मौसम से सुरक्षा के उपाय*
श्रद्धालुओं को बारिश व धूप से बचाव हेतु माधव टिल्ला से मंदिर के गेट नंबर 1 व 2 तक टिन शेड लगाने की योजना को स्वीकृति प्रदान की गई, ताकि मंदिर दर्शन के लिए आने वाले यात्री मौसम की कठिनाइयों से सुरक्षित रह सकें।
*डिजिटल प्रचार और लाइव दर्शन*
मंदिर की डिजिटल उपस्थिति को सशक्त बनाने के उद्देश्य से इंस्टाग्राम, फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सक्रिय प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए गए। साथ ही भरवाईं में स्थापित एलईडी स्क्रीन के माध्यम से लाइव आरती और दर्शन का सीधा प्रसारण सुनिश्चित किया जाएगा।
बैठक के समापन पर उपायुक्त जतिन लाल ने सभी संबंधित विभागों को समयबद्ध कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि यह प्रयास श्रद्धालुओं के आध्यात्मिक अनुभव को समृद्ध करने तथा मंदिर क्षेत्र के समग्र विकास की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है। आधुनिक सुविधाओं और डिजिटल तकनीकों को अपनाने के साथ साथ मंदिर की परंपरा व संस्कृति को आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा।
इस अवसर पर एसडीएम अंब सचिन शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजीव वर्मा, मंदिर अधिकारी अजय सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।