चंडीगढ़, 29 मई- हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि दिव्यांगजनों में अपार प्रतिभा होती है और यदि उन्हें उचित अवसर और मार्गदर्शन मिले तो वे समाज और राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह हमारे समाज की जिम्मेदारी है कि हम मूक-बधिर युवाओं जैसे विशेष वर्ग के लिए रोजगार के बेहतर अवसर सुनिश्चित करें ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें।

राज्यपाल आज गुरुग्राम के सेक्टर-15 में स्थित हरियाणा वेलफेयर सोसाइटी फॉर पर्सन्स विद स्पीच एंड हियरिंग इंपेयरमेंट में आयोजित एक समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने संस्था द्वारा हाल ही में आयोजित प्लेसमेंट ड्राइव के तहत चयनित मूक-बधिर युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। इस ड्राइव के माध्यम से कुल 22 विद्यार्थियों का चयन विभिन्न प्रतिष्ठित निजी कंपनियों में हुआ, जिनमें 14 युवक और 8 युवतियां शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि यह दिन न केवल गर्व का है, बल्कि यह उन युवाओं की मेहनत, संकल्प और आत्मविश्वास का उत्सव है जिन्होंने यह सिद्ध कर दिया है कि अक्षमता कोई सीमा नहीं, बल्कि एक अवसर है। उन्होंने चयनित युवाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह नियुक्ति पत्र केवल एक कागज का टुकड़ा नहीं, बल्कि उनके उज्ज्वल भविष्य की पहली सीढ़ी है। राज्यपाल ने बताया कि परफेटी, मेल वैन इंडिया लिमिटेड, भारत सीड्स और फ्रंटियर ग्रुप जैसी नामी कंपनियों ने संस्था में आकर साक्षात्कार लिए और योग्य विद्यार्थियों का चयन किया। उन्होंने संस्था की सराहना करते हुए कहा कि यह केवल शिक्षा प्रदान करने तक सीमित नहीं है, बल्कि युवाओं को आत्मनिर्भर और समाज में सम्मानजनक स्थान दिलाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

उन्होंने हरियाणा सरकार की ‘सक्षम हरियाणा’, ‘दिव्यांगजन सशक्तिकरण योजना’ और केंद्र सरकार की ‘सुगम्य भारत अभियान’, ‘स्किल इंडिया मिशन’ एवं ‘राष्ट्रीय दिव्यांगजन सशक्तिकरण मिशन’ जैसी योजनाओं का भी उल्लेख किया, जिनकी मदद से इन युवाओं को शिक्षा, प्रशिक्षण और रोजगार के नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं। श्री दत्तात्रेय ने यह भी बताया कि संस्था द्वारा विद्यार्थियों को वोकेशनल ट्रेनिंग, हैंडीक्राफ्ट, साइन लैंग्वेज और अन्य रोजगारपरक कौशल सिखाए जा रहे हैं। इसके साथ ही पंचकूला में स्थापित ‘महाज्ञानी ऋषि अष्टावक्र केंद्र’ मूक-बधिर युवाओं के तकनीकी प्रशिक्षण और पुनर्वास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

राज्यपाल ने युवाओं से आग्रह किया कि वे अपने कार्यक्षेत्र में निष्ठा, समर्पण और ईमानदारी से कार्य करें और समाज में उत्कृष्टता के नए मानदंड स्थापित करें। उन्होंने कहा कि इन बच्चों की सफलता न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे समाज के लिए गर्व की बात है और वे लाखों लोगों के लिए प्रेरणा बनेंगे।

कार्यक्रम में उपस्थित गुरुग्राम के उपायुक्त अजय कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि मूक-बधिर युवाओं को मुख्यधारा में शामिल करना सामाजिक समरसता की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ऐसे प्रयासों में हरसंभव सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है और भविष्य में भी इस प्रकार की पहलों को बढ़ावा दिया जाएगा।

हरियाणा वेलफेयर सोसाइटी फॉर पर्सन्स विद स्पीच एंड हियरिंग इंपेयरमेंट की उपाध्यक्ष मेघा भंडारी ने कहा कि संस्था का उद्देश्य सिर्फ शिक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि हम इन विशेष बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें समाज में समान अवसर दिलाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। उन्होंने नियुक्ति प्राप्त करने वाले युवाओं को बधाई देते हुए कहा कि यह सफलता पूरे समाज के लिए प्रेरणास्रोत है।