चण्डीगढ़, 01.05.25 : श्री चैतन्य गौड़ीय मठ, सेक्टर 20 में 21 दिवसीय चंदन यात्रा महोत्सव हर्षोउल्लास विधि विधान व उमंग के साथ दंडी स्वामी श्री वामन जी महाराज जी के सानिध्य में प्रारंभ हो गया। मठ मंदिर के प्रवक्ता जयप्रकाश गुप्ता ने बताया कि प्रातः काल मंगला आरती के पश्चात भक्तों में भगवान को चंदन का लेपन करने के लिए चंदन घिसने का उत्साह बना हुआ था। भक्त अपनी बारी की इंतजार करते रहे। चंदन घिसने के लिए पुरुष धोती-कुर्ता व स्त्रियां गोपी ड्रेस या साड़ी धोती वेशभूषा पहनकर ही चंदन घिसने की सेवा कर सकते हैं।

मठ के इंचार्ज दंडी स्वामी बामन जी महाराज जी ने भक्तों को संबोधित करते हुए बताया कि आज से लगभग 500 वर्ष पूर्व माधवेंद्र पुरी नाम महान कृष्ण भक्ति ब्रज मंडल गोवर्धन पर्वत नामक स्थान पर रहते थे। वह गोपाल जी के परम भक्त थे। उनको एक दिन भगवान ने स्वप्न में आदेश दिया कि मेरा शरीर गर्मी के ताप से जल रहा है, इसको शीतलता प्रदान करने के लिए ओडिशा स्थित मलयागिरी पर्वत से शुद्ध सुगंधित चंदन लाकर मेरे शरीर में लेपन करो जिससे कि मुझे शीतलता प्रदान हो सके। भगवान का आदेश का पालन करते हुए माधवेंद्र पुरी जी सैंकड़ों किलोमीटर दूर चंदन लेने के लिए निकल पड़े। तब से लेकर प्रतिवर्ष गौड़ीय मठ व इस्कॉन के भक्त अक्षय तृतीया से लेकर 21 दिन तक प्रतिदिन भगवान को चंदन का लेपन करते हैं। भगवान को चंदन का लेपन श्रद्धापूर्वक करने से या किसी तरह का भी सहयोग करने से जीवन में शीतलता आती है और भगवान कृष्ण की भक्ति प्राप्त होती है।

भक्त लोग चंदन यात्रा महोत्सव का महीना पहले ही इंतजार करते रहते हैं और बहुत ही उत्साह उमंग जोश के साथ इसमें सम्मिलित होकर भगवान को चंदन घिसकर लेपन करते हैं। प्रतिदिन भगवान को चंदन का लेपन विभिन्न अलग-अलग आकर्षक मुद्राओं थीम में किया जाता है। संध्या आरती के पक्ष विशेष प्रवचन कथा संकीर्तन का कार्यक्रम आयोजित किया गया।