मतदान केन्द्रों की प्रारूप सूचियों का निरीक्षण 7 से 13 अगस्त तक
मण्डी, 7 अगस्त। जिला निर्वाचन अधिकारी अपूर्व देवगन ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार जिला मंडी के सभी 10 विधानसभा क्षेत्रों करसोग (अ.जा.), सुंदरनगर, नाचन (अ.जा.), सराज, द्रंग, जोगिन्द्रनगर, धर्मपुर, मंडी, बल्ह (अ.जा.) और सरकाघाट —के मतदान केन्द्रों की प्रारूप सूचियां तैयार कर ली गई हैं।
इन सूचियों को लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 25 के अंतर्गत तैयार किया गया है। प्रारूप सूचियों की एक प्रति 7 अगस्त से 13 अगस्त 2025 तक कार्यालय समय के दौरान निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (एस.डी.एम.) करसोग, सुंदरनगर, गोहर, थुनाग, पधर, जोगिन्द्रनगर, धर्मपुर, मंडी, बल्ह व सरकाघाट तथा जिला की सभी तहसीलों व उप-तहसीलों के कार्यालयों में नि:शुल्क निरीक्षण के लिए उपलब्ध रहेगी।
उन्होंने बताया कि यदि किसी नागरिक को प्रारूप सूची में शामिल किसी मतदान केन्द्र को लेकर कोई आपत्ति या सुझाव हो तो वह 13 अगस्त 2025 तक संबंधित उपमंडल अधिकारी (ना.) अथवा जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में लिखित रूप में प्रस्तुत कर सकता है। प्राप्त आपत्तियों और सुझावों का निपटारा 18 अगस्त 2025 तक किया जाएगा।
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बारिश से सेब की गुणवत्ता को खतरा, उपायुक्त मंडी और उद्यान विभाग हुए सक्रिय
बागवानों के लिए जारी की एडवाइजरी
मंडी, 7 अगस्त। जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण सेब की फसल पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। फलों में फफूंद जनित रोगों का प्रकोप बढ़ने की आशंका है, जिससे न केवल उत्पादन प्रभावित हो सकता है बल्कि बागवानों को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। इस स्थिति को देखते हुए उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने उद्यान विभाग को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि वह क्षेत्र के सेब उत्पादकों को समय रहते उचित मार्गदर्शन दें और फसल को नुकसान से बचाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएं। उन्होंने विभाग को निर्देश दिया है कि प्रत्येक उप-मंडल और विकास खंड स्तर पर उद्यान अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित हो ताकि बागवानों तक सटीक जानकारी समय पर पहुंच सके।
उधर, एसएमएस बागवानी पूजा गौतम ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्षा के चलते बगीचों में अत्यधिक नमी बनी हुई है, जिससे स्कैब जैसे फफूंद जनित रोग लगने की संभावना बढ़ गई है। ऐसे में किसानों को सेब की तुड़ाई तब तक स्थगित रखनी चाहिए जब तक मौसम पूरी तरह साफ न हो जाए। गीले सेब की तुड़ाई करने से उनकी गुणवत्ता और भंडारण क्षमता प्रभावित हो सकती है।
पूजा गौतम ने यह भी बताया कि कटाई के बाद फलों को सूखे और हवादार स्थान पर भंडारित किया जाना चाहिए। फलों की छंटाई और ग्रेडिंग केवल सुखाने के बाद ही करें। बड़े स्तर पर कटाई या परिवहन की योजना बनाने से पहले किसान अपने क्षेत्र के उद्यान अधिकारियों से संपर्क कर सड़क खुली होने और मौसम की जानकारी अवश्य लें। फफूंद जनित रोगों की रोकथाम के लिए यूएचएफ, नौणी (सोलन) द्वारा अनुशंसित दवाओं जैसे लस्टर, लूना एक्सपीरियंस अथवा डोडीन का छिड़काव करें। यह छिड़काव 200 लीटर पानी में निर्धारित मात्रा के अनुसार मिलाकर किया जाना चाहिए और केवल साफ मौसम में ही इसका उपयोग करें।
उन्होंने बागवानों से अपील की है कि विभागीय निर्देशों का पालन करें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत संबंधित अधिकारी से संपर्क करें ताकि फसल को समय रहते सुरक्षित किया जा सके। इसके लिए डॉ. नवीन कुमार बागवानी विकास अधिकारी बगस्याड़ – 98175-82381,डॉ. विजय चौहान बागवानी विकास अधिकारी जंजैहली – 85809-46505, अमर चंद बागवानी विस्तार अधिकारी छतरी – 70180-34378, नर्वदा देवी बागवानी विस्तार अधिकारी जंजैहली – 82196-38323 पर संपर्क कर सकते हैं ।
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*भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय उच्चमार्ग पर फंसे वाहन व यात्री सुरक्षित निकाले- अपूर्व देवगन*
*मंडी, 07 अगस्त।* उपायुक्त अपूर्व देवगन ने बताया कि मंडी से कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग पर बड़े स्तर पर हुए भूस्खलन के कारण फंसे लोगों एवं वाहन चालकों को वीरवार को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
उन्होंने बताया कि बनाला से हनोगी मंदिर तक लगभग पांच किलोमीटर के भाग में विभिन्न स्थलों पर भूस्खलन के कारण आए मलबे को वहां से हटा लिया गया है। उन्होंने बताया कि इस कार्य की निगरानी के लिए एसडीएमएस बालीचौकी देवीराम सहित प्रशासनिक अमले व विभागीय अधिकारियों को वहां तैनात किया गया था। संबंधित एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए जिला स्तर से भी लगातार इस कार्य की निगरानी की जा रही थी। वीरवार को दोपहर बाद यह मार्ग यातायात के लिए खोल दिया गया। इसके लिए 20 के लगभग मशीनरी तथा 50 से अधिक राहत कर्मी तैनात किए गए थे।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय उच्चमार्ग के हिस्से में फंसे सभी छोटे-बड़े वाहनों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। इस अवधि में प्रशासन की ओर से वाहन चालकों एवं अन्य यात्रियों को प्रातःकाल नाश्ते के अलावा दोपहर व रात के भोजन इत्यादि के पूरे प्रबंधन किए गए थे। साथ ही पेयजल सहित जरूरत की अन्य सामग्री भी उपलब्ध करवाई गई।
गौर रहे कि द्वाडा औऱ झलोगी के पास भारी भूस्खलन के कारण मंडी-कुल्लू राष्ट्रीय उच्च मार्ग यातायात के लिए बंद हो गया था। प्रशासन की ओर से थलौट से लेकर हणोगी तक विभिन्न स्थानों में फंसे लोगों को निकालने के लिए सभी आवश्यक एवं त्वरित कदम उठाए गए। गत दिवस भी वैकल्पिक मार्गों से छोटे वाहन मंडी और कुल्लू की ओर भेजे गए थे।
उपायुक्त ने इस कार्य में सहयोग के लिए सभी राहत कर्मियों एवं स्थानीय लोगों के प्रयासों की सराहना करते हुए उनका आभार भी व्यक्त किया है। उन्होंने आश्वस्त किया कि सभी यात्रियों व अन्य वाहन चालकों की सुरक्षा प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने बरसात के मौसम में यात्रा के दौरान मौसम तथा सड़क मार्ग की स्थिति की पुष्ट जानकारी प्राप्त करने तथा स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का अनुपालन करने की अपील लोगों से की है।
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मंडी में सैनिक परिवारों की कानूनी मदद के लिए जिला सैनिक कल्याण कार्यालय में खुला विधिक सेवा क्लीनिक
मण्डी 07 अगस्त। वीर सैनिकों के परिवारों को मुफ्त कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) की वीर परिवार सहायता योजना-2025 के अंतर्गत पैलेस कॉलोनी स्थित जिला सैनिक कल्याण कार्यालय मंडी में सैनिक परिवारों की कानूनी मदद के लिए विधिक सेवा क्लीनिक का शुभारंभ हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति गुरमीत सिंह संधावालिया ने वर्चुअल माध्यम द्वारा किया गया। विदित हो कि राज्य के विभिन्न जिलों के सैनिक बोर्डों में विधिक सेवा क्लीनिकों का शुभारंभ भी वर्चुअल माध्यम द्वारा इस अवसर पर किया।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष न्यायमूर्ति विवेक सिंह ठाकुर और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी समारोह के दौरान उपस्थित रहे। इस अवसर पर मंडी के जिला एवं सत्र न्यायाधीश पारस डोगर, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव, विवेक कैस्थ व अन्य न्यायिक अधिकारी, अधिवक्तागण, भूतपूर्व सैनिक और उनके परिजन भी उपस्थित रहे।
मंडी में स्थापित की गई विधिक सेवा क्लीनिक में भूतपूर्व एवं सेवारत सैनिकों तथा उनके परिजनों को मुफ्त कानूनी सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। इस क्लीनिक में विधिक सेवाएं प्राधिकरण के पैनल वकील और पैरा लीगल वालंटियर्स कानूनी मदद के लिए उपलब्ध रहेंगे।
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