हमीरपुर में 55 करोड़ से अधिक हो गया नुक्सान का आंकड़ा
5 से 9 जुलाई तक भारी बारिश का अलर्ट, सभी जिलावासी बरतें ऐहतियात : अमरजीत सिंह
हमीरपुर 04 जुलाई। इस मॉनसून सीजन के लगभग 15 दिनों के दौरान ही जिला हमीरपुर में सरकारी और निजी संपत्ति के नुक्सान का आंकड़ा 55.11 करोड़ रुपये से अधिक तक पहुंच गया है।
शुक्रवार दोपहर तक जिला एमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (डीईओसी) में प्राप्त नुक्सान के आंकड़ों के अनुसार अभी तक मॉनसून सीजन के दौरान जिला में जल शक्ति विभाग को सर्वाधिक 35.92 करोड़ रुपये, लोक निर्माण विभाग को 18.50 करोड़ और बिजली बोर्ड को 8.69 लाख रुपये की क्षति हुई है। बागवानी विभाग ने विभिन्न फसलों को हुए 2.17 लाख रुपये के नुक्सान की रिपोर्ट प्रेषित की है। 3 पक्के मकानों की 4.50 लाख रुपये की क्षति हुई है तथा 8 कच्चे मकान भी ध्वस्त हुए हैं, जिनमें लगभग 8.15 लाख रुपये के नुक्सान का अनुमान है। जिले भर में 37 डंगे भी गिरे हैं, जिनमें लगभग 29.80 लाख रुपये की क्षति हुई है। 20 गौशालाओं के ध्वस्त होने से लगभग 13.54 लाख रुपये का नुक्सान हुआ है।
उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष अमरजीत सिंह ने सभी विभागों के फील्ड अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में हुए नुक्सान की रिपोर्ट तुरंत भेजें, ताकि प्रभावित लोगों की मदद की जा सके।
उन्होंने बताया कि मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में 5 से 9 जुलाई तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसको देखते हुए सभी जिलावासी विशेष ऐहतियात बरतें और नदी-नालों के पास न जाएं। भूस्खलन की आशंका वाले स्थानों से भी दूर रहें। भारी बारिश में घर से बाहर निकलने का जोखिम न उठाएं। खराब मौसम में पेड़ांे के नीचे आश्रय न लें तथा बिजली की तारों से सुरक्षित दूरी बनाएं रखें। ब्यास नदी के किनारे वाले क्षेत्रों के लोग नदी के पास न जाएं।
उपायुक्त ने किसी भी आपातकालीन स्थिति में स्थानीय प्रशासन या जिला आपदा नियंत्रण कक्ष के टॉल फ्री नंबर 1077 अथवा दूरभाष नंबर 01972-221277 पर संपर्क करने की अपील भी की है।
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भलेठ में दी जल जनित रोगों से बचाव की जानकारी
पेयजल, भोजन और हाथों की स्वच्छता का महत्व समझाया
सुजानपुर 04 जुलाई। आम लोगों को पेयजल की स्वच्छता और जल जनित रोगों के प्रति जागरुक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को विकास खंड सुजानपुर के गांव भलेठ में एक जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया।
इस अवसर पर विभाग के जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी बीरबल वर्मा ने स्थानीय लोगों को बताया कि अशुद्ध जल के उपयोग, संक्रमित भोजन, स्वच्छता की कमी और हाथों की सफाई न होने के कारण डायरिया यानि दस्त रोग फैल सकता है। उन्होंने बताया कि अगर इस रोग का समय पर उपचार न किया जाए तो यह जानलेवा भी साबित हो सकता है। विशेषकर, छोटे बच्चों के लिए यह घातक सिद्ध हो सकता है।
बीरबल वर्मा ने बताया कि थोड़ी सी सावधानी बरतकर हम गंदे पानी से होने वाली बीमारियांे से अपना बचाव कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में पानी को कम से कम 15 मिनट उबालने के बाद ही उपयोग करें, खाद्य पदार्थों को ढककर रखें, ताजा खाना खाएं, भोजन बनाने से पहले, खाने से पहले और शौच जाने के बाद हाथों को अच्छी तरह साबुन से धोयंे, दस्त व उल्टियां होने पर तुरंत ओआरएस के घोल का उपयोग करें। जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी ने कहा कि इससे हम अपने परिवार व समुदाय को कई जलजनित रोगांे से बचा सकते हैं।
इस मौके पर स्वास्थ्य पर्यवेक्षक अजय जगोता, स्वास्थ्य कार्यकर्ता सुलोचना देवी, आशा वर्कर पूजा, सोमा, नीलम और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी उपस्थित थे।
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बागवानी और खाद्य प्रसंस्करण से भी अपनी आय बढ़ा सकती हैं महिलाएं
आरसेटी में 32 महिलाओं ने प्राप्त किया टेलरिंग का प्रशिक्षण, उद्यान विभाग के उपनिदेशक ने किया मार्गदर्शन
हमीरपुर 04 जुलाई। मट्टनसिद्ध स्थित पंजाब नेशनल बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) हमीरपुर में महिलाओं के लिए आयोजित टेलरिंग प्रशिक्षण शिविर शुक्रवार को संपन्न हो गया। इसमें 32 महिलाओं ने कटिंग-टेलरिंग का प्रशिक्षण प्राप्त किया। शिविर के समापन अवसर पर उद्यान विभाग के उपनिदेशक राजेश्वर परमार ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया।
इस अवसर पर प्रतिभागी महिलाओं का मार्गदर्शन करते हुए राजेश्वर परमार ने कहा कि महिलाएं अपने दैनिक कार्यों के साथ-साथ कटिंग-टेलरिंग और अन्य गतिविधियों के माध्यम से घर में ही अच्छी आय अर्जित कर सकती हैं।
उन्होंने कहा कि बागवानी और खाद्य प्रसंस्करण जैसे क्षेत्रों में ग्रामीण महिलाओं के लिए काफी अच्छी संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि फल-सब्जी का उत्पादन और इनका प्रसंस्करण करके महिलाएं अपनी आय बढ़ा सकती हैं। शिविर के आयोजन के लिए आरसेटी की सराहना करते हुए राजेश्वर परमार ने कहा कि महिलाओं को इस तरह के निशुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रमों का सीधा लाभ पहुंच रहा है।
इससे पहले, आरसेटी के निदेशक अजय कुमार कतना ने मुख्य अतिथि और अन्य अतिथियों का स्वागत किया तथा संस्थान की विभिन्न गतिविधियों एवं उपलब्धियों की जानकारी दी। शिविर के समापन अवसर पर वित्तीय साक्षरता सलाहकार जीसी भट्टी और संस्थान के अन्य अधिकारी-कर्मचारी भी उपस्थित थे।