चण्डीगढ़, 22.08.25- : कार्यालय महालेखाकार (लेखा व हकदारी) पंजाब एवं चण्डीगढ़ में कार्यालय के कार्मिकों के लिए हिंदी में टिप्पण-आलेखन, कार्यालयीन हिंदी का स्वरूप तथा कम्प्यूटर पर हिंदी में कामकाज को सरल और सहज बनाने के उद्देश्य से एक दिवसीय हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया गया।
वर्ष के आरंभ में राजभाषा कार्यान्वयन समिति की तिमाही बैठक में तृप्ति गुप्ता, महालेखाकार ने राजभाषा के प्रगामी प्रयोग को गति प्रदान करने हेतु प्रोत्साहन के साथ-साथ तकनीकी पहलुओं पर भी मंथन करने का विचार व्यक्त किया था ताकि इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से भी हिंदी का उपयोग सरल हो सके।
कार्यालय के कर्मियों को हिंदी में कामकाज करने में सुविधा प्रदान करने और कठिनाइयों को दूर के लिए हिंदी कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं। वर्ष के आरंभ में राजभाषा कार्यान्वयन समिति की तिमाही बैठक में तृप्ति गुप्ता, महालेखाकार ने राजभाषा के प्रगामी प्रयोग को गति प्रदान करने हेतु प्रोत्साहन के साथ-साथ तकनीकी पहलुओं पर भी मंथन करने का विचार व्यक्त किया था ताकि इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से भी हिंदी का उपयोग सरल हो सके।
इसके अनुसरण में इस विषयांतर्गत प्रशिक्षण देने के लिए अतिथि वक्ता के रूप में अरविंद कुमार, सहायक निदेशक, राजभाषा विभाग, केन्द्रीय हिंदी प्रशिक्षण संस्थान को आमंत्रित किया गया। इसी क्रम में हिंदी के प्रयोग हेतु कंठस्थ 2.0 और हिंदी शब्द सिंधु के बारे में भी बताया गया। अंकित कुमार, कनिष्ठ अनुवादक द्वारा इस कार्यशाला की रूपरेखा तैयार की गई जिसमें अन्य वक्ता के रूप में प्रतीक कौर सहायक लेखा अधिकारी और राहुल वर्मा सहायक लेखा अधिकारी को आमंत्रित किया गया था।
कार्यक्रम के अंत में राकेश रंजन मिश्रा, सहायक निदेशक (राजभाषा) ने सभी प्रतिभागियों और अतिथि वक्ता के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया| कार्यशाला के व्यवस्थित संचालन हेतु शिवकेश, मनीष कुमार और कविता शर्मा द्वारा सहयोग प्रदान किया गया।