बिलासपुर 08 दिसम्बर : हिमाचल प्रदेश की 48वीं इंटर कॉलेज एथलेटिक मीट का शुभारंभ आज बिलासपुर के लुहणु ग्राउंड में बड़ी धूमधाम और उत्साह के साथ किया गया। इस आयोजन की मेजबानी गवर्नमेंट कॉलेज बिलासपुर द्वारा की जा रही है। तीन दिवसीय इस खेल महोत्सव में हिमाचल प्रदेश के 36 महाविद्यालयों से लगभग 500 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं, जिनमें लड़के और लड़कियां दोनों शामिल हैं। मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने हिमाचल प्रदेश सरकार में नगर नियोजन, आवास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी पहुंचे। उनके आगमन पर महाविद्यालय के प्रधानाचार्य प्रो. पी. एस. कटवाल ने पारंपरिक हिमाचली टोपी और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
एथलेटिक मीट के उद्घाटन समारोह की शुरुआत एनसीसी, एनएसएस और स्काउट एंड गाइड कैडेट्स द्वारा किए गए आकर्षक स्वागत से हुई। इस मीट में ट्रैक एवं फील्ड की एक से बढ़कर एक स्पर्धाएं आयोजित की जाएंगी, जिनमें 100 मीटर, 400 मीटर, 800 मीटर और 1500 मीटर दौड़ विशेष आकर्षण का केंद्र रहेंगी। इसके अलावा रिले रेस, हाई जंप, पोल जंप, ट्रिपल जंप, शॉट पुट, डिस्कस थ्रो और जैवलिन थ्रो जैसी प्रतियोगिताएं भी आयोजित होंगी। आयोजन समिति के अनुसार तीन दिनों तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में प्रदेशभर के प्रतिभाशाली खिलाड़ी अपने कौशल और क्षमता का प्रदर्शन करेंगे।
उद्घाटन समारोह में खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि प्रदेश सरकार खेलों को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए लगातार महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि लंबे समय से खिलाड़ियों की डाइट मनी में बढ़ोतरी नहीं हुई थी, लेकिन वर्तमान सरकार ने इस पर विशेष ध्यान देते हुए राज्य स्तर के खिलाड़ियों की डाइट मनी को बढ़ाकर 300 रुपये प्रतिदिन और राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों की डाइट मनी को बढ़ाकर 500 रुपये प्रतिदिन कर दिया है, जिससे खिलाड़ियों को बेहतर पोषण और प्रशिक्षण उपलब्ध हो सकेगा।
उन्होंने कहा कि हिमाचल की बेटी रेणुका ठाकुर ने क्रिकेट के वर्ल्ड कप में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर पूरे प्रदेश को गौरवान्वित किया है। सरकार ने उनके योगदान को सम्मान देते हुए उन्हें एक करोड़ रुपये की सम्मान राशि प्रदान की है और जल्द ही उन्हें सरकारी नौकरी भी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हाल ही में कबड्डी खिलाड़ियों ने भी शानदार प्रदर्शन किया है, जिनके लिए भी सरकार बेहतर पुरस्कार और प्रोत्साहन राशि देने जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश में पहली बार राष्ट्रीय स्तर का हैंडबॉल टूर्नामेंट बिलासपुर के घुमारवीं में आयोजित किया जाएगा। यहां की बेटियों ने हैंडबॉल में बेहतरीन प्रतिभा का प्रदर्शन किया है और राष्ट्रीय मंच पर भी अपनी पहचान बनाई है। ऐसे आयोजनों से खिलाड़ियों को न केवल प्रोत्साहन मिलेगा बल्कि प्रदेश में खेलों का विकास भी तेज गति से होगा।
राजेश धर्माणी ने कहा कि बिलासपुर में खेल अवसंरचना को विकसित करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बिलासपुर का स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स प्रदेश के उन चुनिंदा स्थानों में से एक है जहां जल, थल और नव तीनों श्रेणियों के खेल आयोजित किए जा सकते हैं, जिससे यह क्षेत्र भविष्य में एक बड़ा खेल और पर्यटन केंद्र बनेगा। उन्होंने कहा कि यदि वर्ष भर ऐसे आयोजन होते रहें तो स्थानीय लोगों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और बिलासपुर को पर्यटन की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त होगा।
मंत्री ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में सफलता पाने के लिए मेहनत, ईमानदारी, अनुशासन और दृढ़ संकल्प सबसे आवश्यक तत्व हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी कार्य छोटा या बड़ा नहीं होता, बल्कि उसे करने का जुनून और प्रतिबद्धता ही व्यक्ति को ऊंचाइयों तक ले जाती है। यदि हर युवा अपने दिन को पिछले दिन से बेहतर बनाने का प्रयास करे तो वह न केवल छोटे-छोटे लक्ष्य प्राप्त करेंगे बल्कि जीवन में बड़ी सफलताएं भी हासिल कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि यदि हमारा युवा वर्ग मजबूत और आत्मविश्वासी होगा तो परिवार, समाज, प्रदेश और देश सभी सशक्त होंगे। युवा पीढ़ी ही हर क्षेत्र में विकास की दिशा तय करती है और उनके सशक्त होने से भविष्य भी उज्ज्वल होता है।
उन्होंने यह भी बताया कि हिमाचल सरकार प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में तेजी से कार्य कर रही है।