CHANDIGARH,28.03.22-अपनी अलग गायकी के लिए मशहूर अल्ताफ़ राजा ने अपनी गायकी से लोगों का दिल जीत लिया। "तुम तो ठहरे परदेसी" गाने से रातों-रात मकबूल हुए अल्ताफ़ राजा ने चंडीगढ़ के हुनर हाट में सुरों की ऐसी बारिश की जिसमें हर एक शख़्स सराबोर हो गया। "तुमसे कितना प्यार है दिल में उतर कर देख लो" से अल्ताफ़ राजा ने शानदार आगाज़ किया और फिर पीछे मुड़ कर नहीं देखा। एक के बाद एक सुपरहिट गाने गाकर उन्होंने हुनर हाट के माहौल को सुरीला बना दिया।

"जा बेवफ़ा जा" "आवारा हवा का झौंका हूँ" और "पहले तो कभी कभी ग़म था" गानों के ज़रिए अल्ताफ़ राजा ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। गानों के बीच-बीच में अपनी शायरी से भी उन्होंने गहरी छाप छोड़ी। सिलसिला यहीं ख़त्म नहीं हुआ। चंडीगढ़ में सोमवार की शाम को यादगार बनाने के लिए अल्ताफ़ राजा ने "यारों मैंने पंगा ले लिया" "इश्क़ और प्यार का मज़ा लीजिए" और "हम वो दीवाने हैं जो ताज़ा हवा लेते हैं" गाकर माहौल को बुलंदी पर पहुंचा दिया। कार्यक्रम के आखिरी हिस्से में जब उन्होंने "तुम तो ठहरे परदेसी साथ क्या निभाओगे" गाया तो मंच के सामने बैठे लोग झूमने लगे। अल्ताफ़ राजा ने चंडीगढ़ के लोगों का मनोरंजन करने में कोई कमी नहीं रखी और लोगों ने भी गर्मजोशी दिखाते हुए उनको अपनी तालियों से भरपूर दाद दी।


अल्ताफ़ राजा की गायकी से पहले वॉलीवुड सिंगर कविता पौड़वाल ने रंग जमाया। कविता मशहूर सिंगर अनुराधा पौड़वाल की बेटी हैं और क्लासिकल ट्रेंड सिंगर हैं। आम तौर पर भजन गाने वाली कविता ने कई फिल्मी गाने भी गाये हैं। हुनर हाट में कविता पौड़वाल ने न सिर्फ अपने गानों से धूम मचाई बल्कि उन्होंने लोगों की फरमाइश पर अपनी माँ अनुराधा पौड़वाल के गानों को भी गाया। नब्बे के दशक के बेहद सुरीले दौर की याद ताज़ा कर दी। कविता ने अपनी स्टाइल से अलग "काली तेरी चोटी है" और "आँख मारे वो लडक़ी आँख मारे" जैसे गाने भी बखूबी गाए।