दुर्गम क्षेत्र बड़ा भंगाल में हेलीकॉप्टर के माध्यम से पहुंचाई मदद: डीसी
बोले, प्रशासन प्रभावित परिवारों के साथ पूरी मजबूती से है खड़ा
धर्मशाला, 06 सितंबर। जिला प्रशासन कांगड़ा द्वारा राहत और बचाव कार्यों को निरंतर गति दी जा रही है। शनिवार को सेना के हेलीकॉप्टर की मदद से सरकार तथा जिला प्रशासन ने बाढ़ से प्रभावित जिला के अति दुर्गम बड़ा भंगाल क्षेत्र में लोगों तक राशन, दवाइयाँ एवं अन्य आवश्यक सामग्री पहुँचाई। राहत सामग्री पहुँचने से प्रभावित लोगों को बड़ी राहत मिली है। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त हेमराज बेरवा ने कहा कि बीते कल बड़े हेलीकॉप्टर के माध्यम से सामग्री पहुँचाने का प्रयास किया गया था, किंतु भौगोलिक एवं मौसम संबंधी परिस्थितियों के कारण बड़ा हेलीकॉप्टर बड़ा भंगाल क्षेत्र में उतर नहीं पाया। इसके उपरांत वायुसेना के छोटे हेलीकॉप्टर को लगाया गया, जिसके माध्यम से आज प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक सामग्री सफलतापूर्वक पहुँचा दी गई।
उपायुक्त कांगड़ा ने बताया कि प्रशासन प्रभावित परिवारों के साथ पूरी मजबूती से खड़ा है और किसी भी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों तक राहत सामग्री की आपूर्ति निरंतर जारी रहेगी। साथ ही उन्होंने जनता से अपील की कि वे धैर्य बनाए रखें तथा आवश्यकता पड़ने पर तुरंत प्रशासन को सूचित करें।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांगड़ा जिला के बड़ा भंगाल तथा आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत तथा पुनर्वास कार्यों को लेकर नियमित तौर पर पर माॅनिटरिंग कर रहे हैं तथा शीघ्र ही बड़ा भंगाल क्षेत्र का दौरा करेंगे और वहाँ हुए नुकसान का व्यक्तिगत रूप से जायजा लेंगे। इससे पहले बाढ़ प्रभावित इंदौरा क्षेत्र का हवाई निरीक्षण भी कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि सभी विभागों के अधिकारियों को राहत तथा पुनर्वास के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं तथा जिला में अब केवल 42 संपर्क मार्ग तथा 11 पेयजल योजनाएं बाधित हैं इनकी मरम्मत का कार्य तीव्र गति से हो रहा है। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि इंदौरा क्षेत्र में भी बाढ़ प्रभावित परिवारों को राहत पहुंचाने के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है इस के लिए सभी अधिकारी रात दिन जुटे हैं ताकि लोगों को किसी भी तरह की असुविधा नहीं हो।

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सभी प्राथमिक कृषि सहकारी सभाएं चरणबद्व तरीके से होंगी कंप्यूटरीकृत: एडीसी
बोले, सहकारी सभाओं को आर्थिक तौर पर किया जाएगा सुदृढ़
धर्मशाला, 06 सितंबर। अतिरिक्त उपायुक्त विनय कुमार ने कहा कि कांगड़ा जिला में सभी प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों को चरणबद्व तरीके से कंप्यूटरीकृत किया जाएगा ताकि इन सहकारी समितियों में कामकाज निपटाने में आसानी हो सके और सभी कार्यों में पारदर्शिता लाई जा सके।
शनिवार को उपायुक्त परिसर के सभागार में जिला सहकारी विकास समिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त विनय कुमार ने कहा कि कांगड़ा जिला में 611 प्राथमिक कृषि सहकारी समितियां हैं इनमें प्रथम चरण 161 समितियों कंप्यूटरीकृत कर दी गई हैं इसी तरह से कांगड़ा जिला में 1134 काॅआपरेटिव सोसाइटी में से 1105 का डाटा नेशनल काआपरेटिव डाटाबेस पोर्टल अपलोड कर दिया गया है।
अतिरिक्त उपायुक्त विनय कुमार ने कंप्यूटरीकृत कार्य में तेजी लाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए हैं। अतिरिक्त उपायुक्त विनय कुमार ने कहा कि सहकारी सभाओं को आर्थिक तौर पर सुदृढ़ करने के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सहकारी सभाओं को लोक मित्र केंद्र खोलने के लिए प्रेरित किया जा रहा है जिला में प्रथम तथा दूसरे चरण में अब 370 सभाओं ने लोक मित्र केंद्र संचालित करना आरंभ किए गए हैं इसके साथ ही सहकारी सभाओं को जन औषधी केंद्र, किसान समृद्वि केंद्र, एलपीजी वितरण, पेटोल, डीजल के वितरण केंद्र खोलने का प्रावधान भी किया गया है सहकारी सभाओं को इन क्षेत्रों में आगे आने के लिए प्रेरित किया जाएगा ताकि सहकारी सभाओं को और भी मजबूत किया जा सके।
अतिरिक्त उपायुक्त विनय कुमार ने कांगड़ा जिला में किसान उत्पादक संगठन बनाने पर जोर देते हुए कहा कि सामूहिक तौर पर कृषि उत्पाद तैयार करने के दिशा में भी सभाओं को आगे आना चाहिए जिला में अब देहरा उपमंडल के ध्वाला में एक किसान उत्पादक संगठन पंजीकृत हुआ है इसी तरह से जिला के अन्य क्षेत्रों में किसान उत्पादक संगठन तैयार करने के लिए कारगर कदम उठाए जाएं।
बैठक में डीडीएम नाबार्ड हिमांशु शाह ने सहकारी सभाओं एवं प्राथमिक कृषि सहकारी सभाओं से संबंधित विभिन्न मदों पर सुधार के लिए सुझाव दिए। इससे पहले सहायक पंजीयक राकेश कुमार ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। अतिरिक्त पंजीयक राहुल चैहान ने सहकारी सभाओं को खाद्य संरक्षण भंडार स्थापित करने की संभावनाओं पर भी विचार करना चाहिए इस के लिए सुचारू कार्य योजना तैयार की जाए।