चंडीगढ़, 22 दिसंबर। हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि तीन दिन चले विधानसभा शीतकालीन सत्र में जनहित से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि न तो प्रदेश में किसानों की बदहाली पर कोई चर्चा की गई और न ही प्रदेश की खराब कानून व्यवस्था पर किसी ने गंभीरता दिखाई। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा मिलकर अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए और बीजेपी सरकार को अगले एक साल तक के लिए सुरक्षित करने का काम किया। उन्होंने आगे कहा कि ये साफ दर्शाता है कि बीजेपी और कांग्रेस की मंशा प्रदेश को आगे लेकर जाने की नहीं है, बल्कि अपने निजी स्वार्थ साधने की है। सोमवार को वे मेवात, पलवल और फरीदाबाद में धन्यवादी दौरे के दौरान पत्रकारों से रूबरू थे।

पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पूर्व गठबंधन सरकार के दौरान बजट सत्र में मेवात के लिए यूनिवर्सिटी की घोषणा की गई थी, लेकिन मौजूदा सीएम नायब सिंह सैनी आज तक उस यूनिवर्सिटी के लिए स्थान का आवंटन नहीं कर पाए है। इसी तरह ही यहां फोरलेन का काम भी ठप पड़ा है। उन्होंने कहा कि मेवात को विशेष कैडर मिलने के बावजूद भी सरकार की अनदेखी के चलते यहां विकास के नाम पर कुछ नहीं मिला है और यहां के सभी स्थानीय विधायक सदन में क्षेत्र के मुद्दे उठाने की बजाय हाथ पर हाथ धरे बैठे रहते है।

वहीं पलवल मे खासा प्रभाव रखने वाले कांग्रेस नेता पंडित दिनेश घरौंट अपने समर्थकों सहित जेजेपी में शामिल हुए। पंडित दिनेश तीन बार जिला परिषद का चुनाव लड़ चुके हैं और पिछले 25 सालों से कांग्रेस पार्टी में विभिन्न पदों पर रहे हैँ। पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और जेजेपी प्रदेश अध्यक्ष बृज शर्मा ने दिनेश घरौंट का जेजेपी में स्वागत किया और कहा कि उनके आने से पार्टी को पलवल में और मजबूती मिली है। बृज शर्मा ने कहा कि आज प्रदेश का हर वर्ग वर्तमान बीजेपी सरकार से खासा दुखी है और उन्हें कांग्रेस से कोई उम्मीद नहीं है इसलिए जनता जेजेपी का साथ देकर प्रदेश में बदलाव लाना चाहती है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संगठन मजबूती पर जोर देने को कहा। जेजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जेजेपी कार्यकर्ता पूरी मेहनत कर रहे है और जुलाना रैली की सफलता पार्टी कार्यकर्ताओं के मेहनत का परिणाम है। उन्होंने कहा कि अब पार्टी कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर भाजपा सरकार की नाकामियों को उजागर करें और नए लोगों को जेजेपी के साथ जोडें। इस दौरान फरीदाबाद में भी अनेक युवाओं ने जेजेपी में शामिल होने की घोषणा की।