चंबा 20 नवंबर 2025-
जिला मुख्यालय चंबा में कल्याणकारी योजनाओं बारे बैठक आयोजित
उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने की बैठक की अध्यक्षता
जिला मुख्यालय चंबा में सरकार की कल्याणकारी योजनाओं बारे एक बैठक आयोजित की गई जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने की। बैठक में कल्याण विभाग से संबंधित समीतियों के सरकारी व गैर सरकारी सदस्यों ने भाग लिया।
इस बैठक में प्रधानमंत्री के नयू 15 सूत्री कार्यक्रम के अलावा अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) कानून 1989 से संबंधित जिला स्तरीय निगरानी समिति, नेशनल ट्रस्ट तथा दिवयांगो से संबंधित जिला स्तरीय समीति के कार्यों की प्रगति बारे विस्तृत चर्चा व समीक्षा की गई।
बैठक में उपायुक्त ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए की स्कूलों में दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए सरकार द्वारा चलाई जारी स्कॉलरशिप योजना का लाभ सुनिश्चित किया जाए तथा संबंधी शिक्षण संस्थानों के प्रमुख इस कार्य में स्वयं रुचि ले। उन्होंने कल्याण विभाग के अधिकारियों सुख आश्रय योजना के तहत अनाथ बच्चों को योजना का लाभ प्रदान करने बारे भी निर्देश दिए। बैठक में जिला कल्याण अधिकारी ने जानकारी दी की अनुसूचित जाति /अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम 1989 के तहत पीड़ित व्यक्ति को संशोधित मुआवजे की राशि 85000 से 825000 तक स्वीकृत दी जाती है जिसमें से कुछ प्रतिशत एफ आई आर दर्ज होने पर व कुछ प्रतिशत न्यायालय में चालान पेश होने पर तथा शेष राशि न्यायालय के निर्णय के उपरांत जारी की जाती है इस अधिनियम के तहत जिला चंबा में वित्त वर्ष 2025-26 में 175000 की राहत राशि का भुगतान अनुसूचित जाति/ जनजाति के 4 पीड़ितों को किया गया है।
बैठक में पुलिस अधीक्षक विजय कुमार सकलानी, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अमित मैहरा, जिला रोजगार अधिकारी अरविंद चौहान, नगर परिषद की वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी राखी कौशल के अलावा कल्याण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग के अधिकारी व कर्मचारी तथा स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
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स्कूल कॉम्प्लेक्स प्रणाली के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर सम्मेलन आयोजित
शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने की अध्यक्षता
चंबा, नवंबर 20-सचिव मुख्यमंत्री, शिक्षा, ऊर्जा, सूचना एवं जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति राकेश कंवर ने आज राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चंबा में स्कूल कॉम्प्लेक्स प्रणाली के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर आयोजित जिला स्तरीय सम्मेलन की अध्यक्षता की।
उपायुक्त मुकेश रेपसवाल इस दौरान विशेष रूप से उपस्थित रहे ।
राकेश कंवर ने अपने संबोधन में कहा कि स्कूल कॉम्प्लेक्स प्रणाली का उद्देश्य विद्यालयों के मध्य समन्वय बढ़ाना, संसाधनों का साझा उपयोग, और छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना है।
शिक्षा सचिव ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप प्री-प्राइमरी से 12वीं तक की एकीकृत शिक्षा संरचना को प्रभावी ढंग से लागू करने में यह मॉडल अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि शिक्षा व्यवस्था का केंद्रबिंदु विद्यार्थी हैं और सभी नीतिगत निर्णय छात्रहित को ध्यान में रखकर ही किए जा रहे हैं।
राकेश कंवर ने अपने संबोधन में प्रदेश सहित चंबा जिले के सरकारी स्कूलों में गत वर्षों से विद्यार्थियों के लगातार कम होते नामांकन का भी उल्लेख किया। उन्होंने यह भी कहा कि स्कूल कॉम्प्लेक्स प्रणाली के प्रभावी क्रियान्वयन से शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे।
उन्होंने सम्मेलन में स्कूल कॉम्प्लेक्स प्रणाली के अंतर्गत महत्वपूर्ण तथ्यों क्यों, क्या और कैसे पर विस्तृत जानकारी साझा करने के साथ कॉम्प्लेक्स स्तर पर शैक्षणिक गतिविधियों की रूपरेखा, सहयोग तंत्र, अवसंरचना का उपयोग, संसाधनों का साझा प्रबंधन, तथा शिक्षकों के क्षमता-विकास से जुड़े विषयों पर भी प्रकाश डाला ।
राकेश कंवर ने सार्वजनिक शिक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने के लिए शिक्षकों से सहयोगात्मक एवं आँकड़ा-आधारित रणनीतियों को अपनाने पर बल दिया। साथ में उन्होंने यह भी कहा कि विद्यालय स्तर पर शिक्षा सहित विविध उत्कृष्ट गतिविधियों का सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसार किया जाना चाहिए ताकि सकारात्मक शैक्षिक परिवेश विकसित होने के साथ विद्यालयों को भी प्रेरक उदाहरण प्राप्त हों।
उन्होंने इस दौरान विभिन्न प्रतिभागी शिक्षकों द्वारा रखे गए सुझावों, अनुभवों और प्रश्नों को विस्तार से सुना तथा उनके समाधान पर भी गंभीरतापूर्वक चर्चा की।
राकेश कंवर का सम्मेलन में उच्च स्कूल शिक्षा उपनिदेशक विकास महाजन ने स्वागत किया।
सम्मेलन में इससे पहले विद्या समीक्षा केन्द्र व यूडीआईएसई प्लस विषयों पर स्रोत व्यक्ति के रूप में यादविन्द्र शर्मा व तान्या सिंह ने विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की।
सम्मेलन में जिला चम्बा के विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य, मुख्याध्यापक, खण्ड प्राथमिक शिक्षा अधिकारी तथा केन्द्रीय मुख्य शिक्षकों ने भाग लिया।
उपनिदेशक शिक्षा गुणवत्ता भाग सिंह, प्रारंभिक शिक्षा बलवीर सिंह, प्राचार्य राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चंबा मदन गुलरिया, ओएसडी शिक्षा उमाकांत आनंद इस अवसर पर उपस्थित रहे।
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आगामी 6 दिसम्बर को गृह रक्षा विभाग का 63वां स्थापना दिवस समारोह शिमला में- कुशल चंद
गृह रक्षा विभाग द्वारा अपना 63वां गृह रक्षा स्थापना दिवस समारोह 6 दिसम्बर 2025 को शिमला में केन्द्रीय प्रशिक्षण संस्थान सरंघीण में बड़े ही धूमधाम से मनाया जायेगा। यह आयोजन उन सभी गृह रक्षकों स्वंय सेवकों की निष्ठा अनुशासन और देश व प्रदेश की सेवा भावनाओं को समर्पित है जो निरंतर समाज की सुरक्षा, शान्ति एवं आपदा प्रबन्धन में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे है। यह जानकारी आदेशक गृह रक्षा आठवीं वाहिनी चम्बा कुशल चन्द ने आज यहां दी।
उन्होंने बताया कि इस आयोजन को यादगार बनाने के लिए विभाग की कमाण्डेंट जरनल सतवंत अटवाल त्रिवेदी ने सभी वाहिनीयों को यह निर्देश जारी किये हैं कि वह अपने-अपने क्षेत्र में जनता के बीच में जाकर विभाग के द्वारा दिये जा रहे महत्वपूर्ण योगदान बारे प्रचार व प्रसार करें ताकि सभी लोग एक संगठन के कार्यों व उपलब्धियों बारे भली भांति जान सके।
कुशल चन्द ने बताया कि गृह रक्षा विभाग, पुलिस के साथ कानून व्यवस्था बनाए रखने, यातायात नियन्त्रण महत्वपूर्ण स्थानों की सुरक्षा, अग्नि सुरक्षा आपदा के समय लोगों के जान माल की सुरक्षा करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है इसके साथ-साथ लोगों में पर्यावरण के बारे में जागरूकता, पौधारोपण, नशा निवारण व स्वच्छता बारे लोगो को समय-समय पर जागरूक करने में अपना योगदान दे रहा है।
उन्होंने बताया कि गृह रक्षा विभाग द्वारा आपदा प्रबन्धन के तहत जिला चम्बा के स्कूलों व उद्योगों में जाकर लोगों को जान माल की सुरक्षा बारे जानकारी उपलब्ध करवाई जा रही है। इस वर्ष जिला चम्बा में गृह रक्षा विभाग व अग्नि शमन विभाग की समस्त इकाईयों द्वारा 70 स्वच्छता अभियान, 99 जन जागरूकता कार्यक्रम व 184 आपदा प्रबन्धन माक ड्रिल करवाई गई। जिसमें 21553 लोगों व स्कूली बच्चों को आपदा प्रबन्धन व अग्नि सुरक्षा के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाई गई।
इसके अतिरिक्त चम्बा के विभिन्न फायर स्टेशनों/चौकियों द्वारा अग्नि सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देकर करोड़ों रुपए की सम्पति को बचाया गया, इसके साथ-साथ 34 लोगों को मौत के मुंह में जाने से बचाया गया व 22 पशुधन को भी बचाया गया।
आदेशक गृह रक्षा आठवीं वाहिनी चंबा ने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले समय में भी अपनी कार्य कुशलता और क्षमता को और ज्यादा बढ़ाते हुए प्रदेश पर आने वाली हर आपदा में प्रदेश व नागरिकों की सुरक्षा के लिए ढाल बनकर अपने कर्तव्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते रहेंगे।