हिसार,10.11.25-- हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सीनियर प्रवक्ता व जिला शहरी प्रधान बजरंग गर्ग ने किसान व व्यापरियों से बातचीत करने के उपरांत कहा कि सरकारी धान खरीद में किसानों को एमएसपी 2389 रुपए से जो कम पैसे मिले हैं उनकी भरपाई की जाएं। बाजरा खरीद में भी एमएसपी से कम दाम 1000 से 1200 रुपए किसानों को मिले है उसकी भी भरपाई सरकार को करनी चाहिए। धान में नमी के नाम पर किसानों को 200 से 700 रुपए कम दिए हैं जो धान खरीद में सीधे तौर पर करोड़ों रुपए का घोटाला है। सरकार को धान व बाजरा खरीद की हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच करवा कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार हरियाणा में बारिश व बाढ़ के कारण लगभग 14 लाख 74 हजार एकड़ में धान खराब हुई है जबकि हकीकत में किसानों के मुताबिक बाढ़ व बारिश के कारण लगभग 30 लाख एकड़ में धान की फसल खराब हुई है जिसका अभी तक मुआवजा तक नहीं मिला है। उसके बावजूद भी पहले से लगभग 5 लाख मैट्रिक टन सरकारी धान की खरीद होने से साफ सिद्ध हो जाता है कि धान खरीद में घोटाला हुआ है। सरकार ने धान खरीद का लक्ष्य 54 लाख मैट्रिक टन रखा था। हरियाणा में धान की पैदावार में लगभग 30 प्रतिशत धान खराब होने के बावजूद भी धान की खरीद लगभग 59 लाख मैट्रिक टन होने से घोटाला साफ तौर पर दिखाई दे रहा है जबकि पिछली बार हरियाणा में 53 लाख 98 हजार मेट्रिक टन धान की खरीद हुई थी। बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकारी अधिकारियों ने फर्जी पंजीकरण करके बहारी राज्यों से सस्ता धान मंगवाकर सरकारी खरीद दिखाने का खेल खेल कर करोड़ों रुपए का चूना लगाया गया है, जो काम धीरे-धीरे कर के अभी भी जारी है। मुख्यमंत्री ने धान की सरकारी खरीद 3100 रुपए करने का वादा किया था मगर खरीद 2389 रुपए एमएसपी पर भी नहीं करने से किसानों में बड़ी नराजगी की है। किसानों को धान की फसल में मुनाफा की बजाएं बड़ा भारी नुकसान हुआ है। सरकार को किसानों को नुकसान की भरपाई करनी चाहिए।