चण्डीगढ़, 24.06.25- : श्री सनातन धर्म मंदिर, सैक्टर 32 डी के मंदिर परिसर में हो रही श्रीमद् भागवत कथा में कथाव्यास गणेशानंद शास्त्री जी महाराज द्वारा भगवान की अनेक लीलाओं में श्रेष्ठतम लीला दिव्य महारास लीला का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि भगवान की महारास लीला इतनी दिव्य है कि स्वयं भोलेनाथ उनके बाल रूप के दर्शन करने के लिए गोकुल पहुंच गए। भगवान श्रीकृष्ण के विवाह प्रसंग को सुनाते हुए बताया कि रुक्मणी विदर्भ देश के राजा भीष्म की पुत्री और साक्षात लक्ष्मी जी का अवतार थी। उन्होंने रुक्मणी श्री कृष्ण विवाह प्रसंग कथा आज मेरे श्याम की शादी है, ऐसा लगता है सारे, ब्रजधाम की शादी है, आज मेरे श्याम की शादी हैं व मोहन से दिल क्यूं लगाया है, यह मैं जानूं या वो जाने आदि भजनों के माध्यम से सुनाई।
कथा के आयोजक गर्ग परिवार, गोयल परिवार, मित्तल परिवार एवं मंदिर की महिला संर्कीतन मण्डली के सदस्य भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।