*मंडी, 24 दिसंबर।* सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन संचालित एमएसएमई-विकास कार्यालय, सोलन द्वारा बचत भवन, डीआरडीए कॉन्फ्रेंस हॉल, मंडी में “प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना” के अंतर्गत एक दिवसीय जागरूकता एवं ऑन बोर्डिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अभिषेक कुमार राय, सहायक निदेशक ग्रेड–I, एमएसएमई-विकास कार्यालय, सोलन द्वारा की गई।
कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों को प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत पंजीकरण प्रक्रिया, पात्रता मानदंड, प्रशिक्षण मॉड्यूल, डिजिटल ऑन बोर्डिंग तथा योजना से जुड़ी विभिन्न सरकारी सुविधाओं एवं लाभों की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की विशेषताओं एवं उद्देश्यों पर विस्तृत प्रस्तुति, योजना में पंजीकरण की आवश्यक प्रक्रिया एवं दस्तावेजों की जानकारी, डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से ऑन बोर्डिंग प्रक्रिया का व्यावहारिक मार्गदर्शन, वित्तीय सहायता, टूलकिट सपोर्ट एवं कौशल उन्नयन से संबंधित महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की गई।
अभिषेक कुमार राय ने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विश्वकर्मा समुदाय के कारीगरों एवं शिल्पकारों को योजना के अंतर्गत उपलब्ध लाभों एवं अवसरों से अवगत करवाना है, ताकि वे आधुनिक तकनीक, डिजिटल प्रणालियों एवं आर्थिक प्रोत्साहनों का लाभ उठाकर अपने पारंपरिक व्यवसायों को सुदृढ़ एवं आत्मनिर्भर बना सकें। इस अवसर पर डिजिटल पंजीकरण एवं सेवाओं के उपयोग, मार्केट लिंकज तथा उद्यम संचालन से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ भी साझा की गईं।
वक्ताओं ने कारीगरों एवं शिल्पकारों को योजना के माध्यम से उपलब्ध कौशल उन्नयन, वित्तीय सहायता एवं डिजिटल सशक्तिकरण के अवसरों के लिए प्रेरित किया तथा उन्हें अपने व्यवसाय को आधुनिक तकनीकों के साथ आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम का संचालन एमएसएमई-विकास कार्यालय की स्वाति ने किया जबकि समन्वयक दिग्विजय जानी रहे। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित कारीगरों एवं शिल्पकारों की शिकायतों का भी सफलतापूर्वक निवारण किया गया।
इस कार्यक्रम में लीड जिला प्रबंधक कार्यालय से मैनेजर नवांग चेरिंग, जिला उद्योग केंद्र (डीआईसी) के प्रतिनिधि दिलीप भारद्वाज, लीड बैंक के अधिकारी, विभिन्न बैंक शाखाओं के प्रतिनिधि, जेम से रवि वर्मा, भारतीय डाक विभाग से विपिन कुमार एवं हरीश चंद्र तथा प्रशासन के अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। इसमें जिले के विभिन्न ट्रेड से संबंधित कारीगरों एवं शिल्पकारों ने सक्रिय रूप से सहभागिता की।