ऊना, 12 सितंबर. हिमाचल सरकार अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के पात्र परिवारों को पक्का मकान बनाने के लिए स्वर्ण जयंती आश्रय योजना के तहत 1.50 लाख रुपये की आर्थिक मदद प्रदान कर रही है। यह सहायता उन्हीं लोगों को दी जाती है जिनके नाम पर भूमि पंजीकृत हो और जिनकी वार्षिक आय 50 हजार रुपये से अधिक न हो। लाभार्थियों को अपने आवेदन तहसील कल्याण अधिकारी के कार्यालय में सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ जमा करवाने होते हैं।
यह जानकारी सूचना एवं जनसंपर्क विभाग से संबद्ध नाट्यदल आर.के. कलामंच चिंतपूर्णी ने शुक्रवार को अंब उपमंडल के गोदरी सिध और ज्वार गांवों में गीत-संगीत और नुक्कड़ नाटकों के जरिए ग्रामीणों को जागरूक करते हुए दी।
कलाकारों ने बताया कि यह योजना उन गरीब परिवारों के सपनों को साकार कर रही है, जिनके पास खुद की जमीन तो है, लेकिन सीमित संसाधनों के कारण वे पक्का मकान नहीं बना पाते।
इसके साथ ही ग्रामीणों को मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना, इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना, इंदिरा गांधी सुख सुरक्षा योजना और नशा निवारण जैसे विषयों पर भी जानकारी दी गई। कलाकारों ने नशे को एक गंभीर सामाजिक बुराई बताते हुए लोगों से नशे से दूर रहने और समाज को भी इसके प्रति जागरूक करने की अपील की।
*एससी वर्ग के लिए चलाई कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार को छेड़ा गया है विशेष अभियान
उल्लेखनीय है कि अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश सरकार विभिन्न योजनाएं और कार्यक्रम चला रही है। इन्हें गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए सांस्कृतिक दलों के माध्यम से विशेष जन-जागरूकता अभियान चलाया गया है।
ऊना जिले में यह अभियान दो चरणों में आयोजित किया जा रहा है। जिले के 20 अनुसूचित जाति बहुल्य गांवों में कार्यक्रम होंगे, जिसमें प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 4–4 कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। अभियान में नशा मुक्ति और सामाजिक जागरूकता पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
*ये रहेगा आगामी कार्यक्रमों का शेड्यूल
इसी कड़ी में 15 सितंबर को अंब के लडोली और मैड़ी खास, 16 को गगरेट के पिरथीपुर निचला और चलेट अप्परला, 17 को चौकी और धवाली तथा 18 सितंबर को बंगाणा के त्यार और बौल में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित होंगे। वहीं, दूसरे चरण में पूर्वी कलामंच जलग्रां टब्बा द्वारा 6 से 10 अक्तूबर तक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसमें 6 अक्तूबर को बंगाणा के बल्ह-खोली और परोइयां कलां, 7 को हरोली के खड्ड खास और भदसाली थोलियां, 8 को सलोह अप्पर और दुलैहड अप्परला, 9 को ऊना के धमांदरी और कुरियाला तथा 10 अक्तूबर को बहडाला और सासन में गीत संगीत व नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से लोगों को मनोरंजन के साथ जनहित में संचालित योजनाओं बारे जानकारी दी जाएगी। इस मौके पर धर्मशाला महंतां पंचायत के प्रधान अशोक कुमार, ज्वार पंचायत के प्रधान संदीप राणा, सचिव गौर कुमार सहित पंचायतों के वार्ड सदस्य और स्थानीय लोग मौजूद रहे।