अग्निवीरों की नौकरी की जाए 15 साल और एक्स सर्विसमैन का दिया जाए स्टेटस: चौ. अभय सिंह चौटाला

युद्ध छेत्र में लडक़र सेना मेडल लेने वाले अग्निवीर को तो 1 लाख 75 हजार रूपए कैश अवार्ड और विशिष्ट सेना मेडल पाने वाला जिसकी युद्ध में कोई भूमिका नहीं होती उसके लिए 10 लाख रूपए की घोषणा निराशाजनक

ऐसा करके भाजपा सरकार युद्ध छेत्र में अपनी जान को दांव पर लगाकर लडऩे वाले अग्निवीरों का कर रही है अपमान

चंडीगढ़, 28 जून। इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. अभय सिंह चौटाला ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा युद्ध में हताहत होने पर सेना मेडल मिलने वाले अग्निवीरों को 1 लाख 75 हजार रूपए एकमुश्त कैश अवार्ड के रूप में देने की घोषणा बेहद निराशाजनक है। सरकार ने घोषणा की है कि युद्ध छेत्र में लडक़र सेना मेडल लेने वाले अग्निवीर को तो 1 लाख 75 हजार रूपए कैश अवार्ड और विशिष्ट सेना मेडल पाने वाला जिसकी युद्ध में कोई भूमिका नहीं होती उसके लिए 10 लाख रूपए देंगे। मुख्यमंत्री और उनके सलाहकारों को इतना भी ज्ञान नहीं है कि सेना मेडल दो तरह के होते हैं एक युद्ध क्षेत्र में लड़ते समय सैनिक के शौर्य के लिए मिलता है। दूसरा होता है विशिष्ट सेना मेडल जो चीफ ऑफ आर्मी द्वारा किसी अच्छे काम से प्रभावित होकर दिया जाता है। जो युद्ध क्षेत्र में मिलने वाला सेना मेडल है वो विशिष्ट सेना मेडल से बहुत उपर होता है। ऐसा करके भाजपा सरकार ने युद्ध छेत्र में अपनी जान को दांव पर लगाकर लडऩे वाले अग्निवीरों का अपमान किया है।
अग्निवीर भी अपनी जान दांव पे लगा कर लड़ाई लड़ता है जैसे और सैनिक लड़ते हैं। अग्निवीरों ने चाहे आतंकवादियों के खिलाफ मुठभेड़ हो या पाकिस्तान के साथ युद्ध हो हमेशा बहादूरी से अपनी ड्यूटी को निभाया है और कई अग्निवीरों ने अपनी शहादत दी है। अगर अग्निवीर सैनिकों की कोई कैजुअल्टी हो जाती है तो उसको भी स्थाई सैनिकों के बराबर ही दर्जा और अवार्ड मिलना चाहिए। केंद्र की भाजपा सरकार को अग्निवीरों की नौकरी 4 साल की बजाय 15 साल करनी चाहिए और उन्हें एक्स सर्विसमैन का स्टेटस भी देना चाहिए।