चण्डीगढ़, 13.06.25- : पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस स्टूडेंट्स काउंसिल (पीयूसीएससी) के उपाध्यक्ष आर्चित गर्ग ने शिमला स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी की हॉलिडे होम्स की जर्जर स्थिति को लेकर एक विस्तृत रिपोर्ट विश्वविद्यालय की वीसी प्रोफेसर (डॉ.) रेणु विग को सौंपी है। यह रिपोर्ट हाल ही में उपाध्यक्ष द्वारा की गई स्थल यात्रा के आधार पर तैयार की गई है, जिसमें इन यूनिवर्सिटी स्वामित्व वाली विरासत संपत्तियों की वास्तविक स्थिति का जायजा लिया गया।

रिपोर्ट में तीन प्रमुख इमारतों-सेंट बर्नार्ड कॉटेज, थ्री ब्रिजेस बिल्डिंग और डिंगल लॉज-की खस्ताहाल स्थिति का विवरण दिया गया है। ये भवन कभी पंजाब यूनिवर्सिटी की समृद्ध विरासत का प्रतीक थे, परंतु अब भारी ढांचागत क्षरण और मूलभूत रखरखाव की कमी का सामना कर रहे हैं।

अपनी प्रस्तुति में आर्चित गर्ग ने कहा है कि ये इमारतें केवल संपत्ति नहीं, बल्कि विरासत स्थल हैं। इनकी खूबसूरत वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व को संरक्षण और सार्थक उपयोग की आवश्यकता है। आज जब विद्यार्थी उन सुविधाओं के लिए शुल्क दे रहे हैं जो वर्षों से बेकार और उपेक्षित पड़ी हैं, ऐसे में इनका पुनर्स्थापन अत्यंत आवश्यक हो गया है।

रिपोर्ट में फोटो साक्ष्य और संपत्तियों की असुरक्षित व अस्वच्छ स्थिति का भी उल्लेख किया गया है। साथ ही, इसमें टाइम्स ऑफ इंडिया में हाल ही में प्रकाशित एक रिपोर्ट का हवाला भी दिया गया है, जिसमें इन हॉलिडे होम्स की उपेक्षा को उजागर किया गया था।

पीयूसीएससी ने विश्वविद्यालय प्रशासन से इन विरासत भवनों की तत्काल मरम्मत और रखरखाव कार्य शुरू करने, इन संपत्तियों के प्रबंधन हेतु एक समर्पित समिति का गठन करने व विद्यार्थी-स्टाफ उपयोग और हेरिटेज पर्यटन साझेदारी की संभावनाएं तलाशे जाने के कदम उठाने की सिफारिशें की हैं।

आर्चित गर्ग ने यह भी कहा कि यह केवल बुनियादी ढांचे का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह पंजाब यूनिवर्सिटी की गरिमा और विरासत की रक्षा का विषय भी है। पीयूसीएससी उपाध्यक्ष ने उम्मीद जताई है कि विश्वविद्यालय प्रशासन समय रहते सकारात्मक कदम उठाएगा, ताकि ये संपत्तियाँ आने वाली पीढ़ियों के लिए संरक्षित और उपयोगी बनी रहें।