चंबा, जून 4-ज़िले के किसानों द्वारा प्राकृतिक रूप से उगाई गई गेहूं की खरीद प्रक्रिया आज से कृषि विभाग द्वारा औपचारिक रूप से प्रारंभ कर दी गई है। यह पहल राज्य सरकार की उस विशेष कार्य योजना का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य जैविक खेती को प्रोत्साहन देना और किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य सुनिश्चित करना है।
निदेशक आत्मा परियोजना (कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी) डॉ. ज्योति रंजन कालिया ने जानकारी देते हुए बताया कि ज़िला चंबा में किसानों द्वारा उगाई गई प्राकृतिक गेहूं खरीद के लिए चुवाड़ी, बनीखेत, चंबा (बालू एफसीआई गोदाम के समीप )
तीन केंद्र शुरू किए गए हैं। किसान 10 जून तक इन केन्द्रों में अपनी गेहूं की बिक्री कर सकते हैं।
उप परियोजना निदेशक आत्मा डॉ. महिमा घावरू ने बताया कि विभागीय क्रय केंद्र चंबा में आज पहले दिन उपमंडल सलूणी तथा चंबा के 11 किसानों ने 60 रुपये प्रति किलो की दर से 46 क्विंटल 15 किलोग्राम प्राकृतिक गेहूं बिक्री की । इसी तरह क्रय केंद्र चुवाड़ी में 12 किसानों द्वारा 60 क्विंटल 64 किलोग्राम तथा बनीखेत में दो क्विंटल प्राकृतिक गेहूं की बिक्री की ।
साथ में उन्होंने यह भी बताया कि विभाग केवल पंजीकृत किसानों से ही गेहूं की खरीद कर रहा है जो गत एक वर्ष से प्राकृतिक खेती से जुड़े हैं।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने प्राकृतिक रूप से उगाई गई गेहूं, मक्की, कच्ची हल्दी और जौ के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) देने की पहल की है। राज्य सरकार ने प्राकृतिक रूप से उगाई गई गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य को 40 रुपये से बढ़ाकर 60 रुपये प्रति किलोग्राम और मक्की के न्यूनतम समर्थन मूल्य को 30 रुपये से बढ़ाकर 40 रुपये प्रति किलोग्राम किया है। इसके अतिरिक्त, प्राकृतिक रूप से उगाई गई कच्ची हल्दी के लिए एमएसपी 90 रुपये प्रति किलो निर्धारित की गई है ।