*गारंटी तो चौ. देवीलाल की थी, मोदी की तो झूठ और फरेब है: अभय चौटाला

*कहा - मैने भी किसानों की लड़ाई लड़ी और किए गए वादे के अनुसार विधायक पद से इस्तीफा दिया

*मैं वोट काटने नहीं आप की आवाज उठाने आया हूं, चौ. छोटू राम कहते थे कि एक तो बोलना सीख लो और दूसरा दुश्मन पहचान लो - बोलना तो सीख गए लेकिन दुश्मन की पहचान करना सीखना अभी बाकी है

*भूपेंद्र सिंह हुड्डा आज तक कभी इन गांवों में नहीं आए, पूर्व सीएम मनोहर लाल को तो गांवों का रास्ता ही नहीं पता

कुरूक्षेत्र, 15 अप्रैल। इनेलो के लोकसभा उम्मीदवार अभय सिंह चौटाला ने शाहबाद हलका के दौरे में दर्जन भर गांवों में जनसभाओं को संबोधित किया और लोगों से वोट की अपील की। गांवों में पहुंचने पर लोगों ने इनेलो नेता अभय चौटाला का जोरदार स्वागत किया।
जनसभाओं को संबोधित करते हुए अभय चौटाला ने कहा कि दस साल हो गए देश और प्रदेश में भाजपा की सरकार बने हुए। इन दस वर्षों में बीजेपी ने जो वादे आप से किए थे उनमें से एक भी वादा पूरा नहीं हुआ। मोदी ने तीन बड़े वादे किए थे कि कांग्रेस वाले जो काला धन विदेशों में ले गए हैं उसे वापिस लाएंगे और 15 लाख रूपए सभी के खाते में डलवांएगे। दूसरा वादा किया किसान के साथ एमएसपी का कानून बनाने का और स्वामीनाथन की रिपोर्ट लागू कर देंगे और 2022 में फसलों के दाम दोगुना कर देंगे। तीसरा वादा देश के युवाओं को हर साल 2 करोड़ नौकरी देने का किया था। आज तक न तो 15 लाख रूपए किसी के खाते में आए, न ही एमएसपी पर कानून बना, अगर एमएसपी का कानून बना देते तो सूरजमुखी और अन्य फसलों के सही दाम मिलते, और न ही दस साल में जो 20 करोड़ बच्चों को नौकरी देनी थी वो दी। आज बेरोजगारी का हालात यह हैं कि हर गांव से सैंकड़ों की तादाद में बच्चे अपनी जमीन को बेच कर विदेश चले गए और विदेश जाने का सिलसिला अब भी जारी है।
उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में 750 किसानों को शहादत देनी पड़ी। मैने भी किसानों की लड़ाई लड़ी और किए गए वा दे के अनुसार विधायक पद से इस्तीफा दिया। इस देश में 4200 विधायक हैं, 900 से ज्यादा लोकसभा और राज्यसभा सदस्य हैं लेकिन सभी इस्तीफा देने के बजाय पीठ दिखा गए। कांग्रेस ने केवल अखबारों में बयान दिए।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि गारंटी तो चौ. देवीलाल की थी, मोदी की तो झूठ और फरेब है। जहां मोदी ने एक भी वादा पूरा नहीं किया वहीं इस देश में अगर किसी ने अपने वादे पूरे किए वो चौ. देवीलाल थे। चौ. देवीलाल ने सौ रूपए पेंशन देने का वादा किया था और बुजुर्गों का ऐसा इंतजाम कर दिया कि वो सौ रूपए वाली पेंशन आज तीन हजार रूपए हो गई जो हर साल बढ़ेगी जिसे कोई काट नहीं सकता। चौ. देवीलाल ने वादा किया था कि दस हजार तक के कर्जे माफ करेंगे, गरीब की कन्या की शादी में 51 सौ रूपए कन्यादान देंगे, जो उन्होंने दी।
उन्होंने कहा कि भाजपा वाले चार सौ पार की बात करते हैं लेकिन उम्मीदवार उधार के ला रखे हैं। कुरूक्षेत्र में जो उम्मीदवार लाए हैं पहले उसे कोयला चोर बताया फिर उस से चंदा लिया अब उस को वाशिंग मशीन में धो कर लाए हैं। ये चुनाव लडऩा भी नहीं चाहता था लेकिन अब इसको जबरदस्ती चुनाव लड़वा रहे हैं। अब ये चोर नहीं रहा साहूकार बन गया। वहीं एक और आम आदमी पार्टी का उम्मीदवार खड़ा है जो हरियाणा की जीवन रेखा एसवाईएल पर एक शब्द भी नहीं कर रहा उलटा सुप्रीम कोर्ट के एसवाईएल पर हरियाणा के पक्ष में आदेशों के बाद भी पंजाब का आम आदमी पार्टी का सीएम कहता है कि वो एक बूंद भी पानी नहीं देंगे। जो हमारे हक का पानी नहीं देंगे क्या उसे वोट दे दोगे? जब वो आप से वोट मांगने आए तो उससे पूछना हमारा पानी कहां है? मेरे लिए कहता है कि मैं वोट काटने आया हूं, इस पर अभय सिंह ने मौजूद लोगों से पूछा कि क्या मैं वोट काटने आया हूं या आप की आवाज उठाने आया हूं? इस पर लोगों ने कहा कि आप आवाज उठाने आए हो।
अभय सिंह ने कहा कि अपने और पराए की पहचान कर लो। जब तक अपने और पराए की पहचान नहीं करोगे तब तक इस किस्म के लोग दांव लगाने के लिए आते रहेंगे। चौ. छोटू राम कहते थे कि एक तो बोलना सीख लो और दूसरा दुश्मन पहचान लो। बोलना तो सीख गए क्योंकि बच्चे पढ़ लिख गए लेकिन अभी तक दुश्मन को नहीं पहचान पाए। दस साल हुड्डा मुख्यमंत्री रहा, साढे नौ साल मनोहरलाल मुख्यमंत्री रहा क्या कभी दोनो में से आप के गांव में आए? इस पर लोगों ने कहा कि उनके गांव में सिर्फ चौ. देवीलाल, चौ. ओमप्रकाश चौटाला और आप आए हैं। अभय सिंह ने कहा कि हम जब सरकार में होते हैं आप लोगों को सुविधाएं देते हैं और सत्ता से बाहर होते हैँ तो आपकी लड़ाई लड़ते हैं और लोगों के साथ कंधे से कंधा मिला कर चलते हैं। जो कभी तुम्हारे पास आए ही नहीं वो कहते हैं कि तुम उन्हें विधानसभा और लोकसभा भेज दो। इस बात की पहचान करना तुम्हारा काम है। मैं जैसे विधानसभा में आपकी आवाज उठाता था वैसे ही लोकसभा में आपकी आवाज उठाऊंगा।