HISAR,12.04.24-मेरा सपना है कि नलवा को हरियाणा की खेलों की राजधानी बना सकूं । युवाओं को मुख्य धारा में जैसे सकूं और इसके लिए लगातार विभिन्न गांवों में खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाता रहता हूं । यह कहना है जजपा के युवा नेता बीरेंद्र चौधरी का, जो सन् 2019 में नलवा से जजपा की टिकट पर पहली बार चुनाव लड़े थे लेकिन रणबीर गंगवा ने जीत प्राप्त की और डिप्टी स्पीकर बने । इसके बावजूद बीरेंद्र चौधरी ने हिम्मत नहीं हारी और लगातार पिछले पांच वर्षों से नलवा के लोगों से जनसम्पर्क बनाये रखने में कसर न छोड़ी ।
-कितनी पढ़ाई लिखाई की और कहां कहां से?
-जमा दो तक यशोदा पब्लिक स्कूल से और फिर बीबीए दिल्ली के जगन इंटरनेशनल मैनेजमेंट विश्वविद्यालय से और एमबीए लंदन से । ल़दन‌ में सन् 2009 से सन् 2019 दस साल तक रहा। नौकरी भी की।
राजनीति में आने की प्रेरणा किससे मिली?
-अपने पापा कैप्टन चंदगी राम से, जिन्होंने सन् 1962 में चीन के साथ हुए युद्ध में भाग लिया था । वही मेरे रीयल लाइफ हीरो हैं और वे कहते थे कि जब तक अच्छे लोग चुनाव में नहीं आयेंगे तब तक राजनीति स्वच्छ नहीं होगी ।
-क्या पापा ने आपको चुनाव लड़ते देख लिया?
-जी सर । ‌वे मेरे चुनाव के एक माह बाद यानी दिसम्बर, 2019 में स्वर्ग सिधारे थे ।
-अब आपका क्या घोषणापत्र है?
-नलवा को हरियाणा की खेल राजधानी बनाना, वृर्द्धो का सम्मान और महिला सशक्तिकरण के साथ साथ पशुओं का भी संरक्षण । आपको बताऊं कि खेदडं में एक सौ पशु बीमारी से मर गये थे तब मैंने‌ पशु चिकित्सकों की टीम भेजी, जिसने पशुपालकों को सचेत किया, दवाइयाँ बांटीं । इसके अतिरिक्त पैंतीस गांवों में स्वाथ्य चिकित्सा शिविर भी लगवा चुका हूँ । इस तरह आमजन के सुख दुःख में शामिल होता रहता हूँ ।
-पर आप देखिए कि लोग तो अब जजपा छोड़ छोड़ कर जा रहे हैं और इसकी वो वाली बात भी नहीं रही । फिर जजपा से ही चुनाव लड़ने का क्यों सोच रखा है?
-दुष्यंत चौटाला का कुशल नेतृत्व । मेरे विश्वास का आधार है । वे हरियाणा को विकास के पथ पर ले जा सकते हैं ।
-गांवों में और कोई खास योजना ?
-युवाओं के लिए ई-लाईब्रेरी खोलना ताकि वे कम्पीटीशन की तैयारी गांव बैठे ही कर सकें और अभी आधा दर्जन गांवों में ई-लाईब्रेरी खुलवा चुका हूं ।
-लक्ष्य क्या?
-नलवा को हरियाणा की खेलों की राजधानी बनाना!
हमारी शुभकामनाएं बीरेंद्र चौधरी को।