चण्डीगढ़, 30.03.24 : पद्मश्री योगगुरू भारत भूषण ने कहा है कि मौजूदा चुनौतिपूर्ण समय में योग व प्राकृतिक चिकित्सा में हमारे मनोकायिक रोगों के उपचार का सर्वसुलभ उपचार है। जो न केवल शारारिक बल्कि तमाम मनोविकारों के उपचार में भी सहायक है।

योग हमारे जीवन का हिस्सा बनना चाहिए। योगगुरु तिब्बत सीमा पुलिस बल के भानु, पंचकूला स्थित प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र में बल के पदाधिकारियों एवं उनके परिवारजनों के स्वास्थ्य लाभ हेतु आयोजित किए जा रहे योग विज्ञान एवं चिकित्सा शिविर में पुलिस बल के जवानों को संबोधित कर रहे थे। दरअसल, भारतीय योग शिक्षक पद्मश्री भारत भूषण ने गृहस्थ धर्म का पालन करते हुए पूर्णतः सन्यस्त भाव से देश-विदेश में योग को प्रचारित और प्रसारित करने का उल्लेखनीय कार्य किया है।

उन्होंने बताया कि योग में बढ़ते वैज्ञानिक अनुसंधान के साथ-साथ इसके चिकित्सीय पहलुओं का भी पता लगाया जा रहा है। योग तनाव और चिंता को कम करता है। कई रिपोर्टों में बताया गया है कि योग कैंसर रोगियों के शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। योग की ऐसी वैश्विक मान्यता भारत के बढ़ते सांस्कृतिक प्रभाव का ही प्रमाण है। शिविर के दौरान संस्थान के पदाधिकारियों द्वारा शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक आयामों के संतुलन को समाहित करते हुए जबांज टीम, योग टीम, अश्व टीम एवं श्वान टीम द्वारा प्रदर्शन किया गया। संस्थान प्रमुख पुलिस महानिरीक्षक एपीएस निम्बाडिया ने अपने संबोधन में कहा कि व्यक्ति चाहे युवा हो, बूढ़ा हो, रोगी हो या कमजोर हो सभी योग सभी से लाभ अर्जित करते हैं।