पंचायत स्तर पर एंटी चिट्टा अभियान को किया जाएगा और तेज: उपायुक्त हेमराज बैरवा
देहरा नशा निवारण समितियों को निगरानी के दिए टिप्स
पुलिस थाना देहरा का भी किया निरीक्षण
देहरा, 16 दिसम्बर: उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा ने आज देहरा में नारकोटिक्स को-आॅर्डिनेशन सेंटर की बैठक की अध्यक्षता करते हुए देहरा क्षेत्र में नशे के खिलाफ चल रहे अभियान को और अधिक गति एवं स्पष्ट दिशा देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिला से चिट्टा सहित सभी मादक पदार्थों को जड़ से समाप्त करने के लिए प्रशासन, पुलिस और समाज के सभी वर्गों को मिलकर प्रभावी प्रयास करने होंगे।
उपायुक्त ने कहा कि देहरा पुलिस जिला की सात अत्यधिक संवेदनशील पंचायतों में नशे की गतिविधियों पर नियमित और सख्त निगरानी सुनिश्चित की जाएगा। उन्होंने बताया कि इन पंचायतों में नशा निवारण समितियों का गठन किया जा चुका है तथा इन समितियों को सक्रिय भूमिका निभाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने प्रत्येक समिति को नियमित रूप से नारकोटिक्स को-ऑर्डिनेशन सेंटर की बैठकें आयोजित करने को भी कहा, ताकि जमीनी स्तर पर नशे की रोकथाम के प्रयासों की समीक्षा की जा सके।
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने युवाओं, अभिभावकों, पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों, महिला मंडलों तथा विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों से प्रदेश को नशा मुक्त बनाने के लिए सक्रिय सहभागिता निभाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ लड़ाई केवल प्रशासन या पुलिस की नहीं, बल्कि पूरे समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है।
उपायुक्त ने जानकारी दी कि आने वाले समय में एंटी-चिट्टा वाॅकथाॅन का आयोजन सब-डिवीजन स्तर पर भी किया जाएगा, ताकि आमजन में जागरूकता बढ़े और नशे के विरुद्ध सकारात्मक माहौल तैयार हो सके।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार नशे के खिलाफ सख्त प्रवर्तन के साथ-साथ नशे से पीड़ित व्यक्तियों की काउंसलिंग, उपचार और पुनर्वास तंत्र को भी सुदृढ़ कर रही है। स्कूलों और काॅलेजों में एंटी-ड्रग क्लब, प्रहरी क्लब और साथी शिक्षा कार्यक्रमों को और अधिक सक्रिय बनाया गया है, ताकि युवा पीढ़ी को नशे से दूर रखा जा सके।
उपायुक्त ने बताया कि राज्य सरकार एंटी-चिट्टा अभियान को जन आंदोलन का रूप देने के उद्देश्य से प्रदेश में जल्द ही चिट्टा सूचना इनाम योजना आरंभ करने जा रही है। इस योजना के तहत चिट्टा संबंधी सूचना देने वाले व्यक्ति को 10 हजार रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक का इनाम दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति 112 नंबर पर कॉल करके या नजदीकी पुलिस थाना में इसकी सूचना दे सकता है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि मादक पदार्थ चिट्टा को समाप्त करने के लिए निर्भीक होकर प्रशासन का सहयोग करें। उपायुक्त ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार युवाओं की सुरक्षा और भविष्य को सुरक्षित रखने को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है और नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य किया जा रहा है।
इस अवसर पर देहरा के पुलिस अधीक्षक मयंक चैधरी, एसडीएम देहरा कुलवंत सिंह, एसडीएम ज्वालामुखी डाॅ. संजीव शर्मा, खंड विकास अधिकारी प्रागपुर अशोक कुमार, तहसीलदार खुंडिया अंशु चंदेल और नशा निवारण समिति के सदस्यों सहित गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
बैठक से पूर्व उपायुक्त ने पुलिस थाना देहरा का निरीक्षण भी किया तथा संबंधित अधिकारियों को व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के आवश्यक निर्देश दिए।