जिले में पात्र महिलाओं को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना 3.0 के तहत निःशुल्क एलपीजी कनेक्शन होंगे जारी- अपूर्व देवगन

मंडी, 8 नवम्बर। जिला मंडी में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना 3.0 के तहत पात्र गरीब परिवारों की महिलाओं को निःशुल्क एलपीजी कनेक्शन प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए जिला उज्ज्वला समिति का गठन कर लिया गया है, जिसकी अध्यक्षता वे स्वयं करेंगे। उपायुक्त ने कहा कि समिति लाभार्थियों की पात्रता की पुष्टि और भौतिक सत्यापन की पूरी प्रक्रिया की निगरानी करेगी ताकि योजना का लाभ केवल वास्तविक पात्र परिवारों तक ही पहुंचे।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना 3.0 से गरीब परिवारों की महिलाओं को स्वच्छ रसोई ईंधन की सुविधा प्राप्त होगी, जिससे न केवल उनका स्वास्थ्य सुरक्षित रहेगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक परिवर्तन की दिशा में भी महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा।उन्होंने बताया कि यह योजना वर्ष 2017 में प्रारंभ की गई थी और अब केन्द्र सरकार ने इसे उज्ज्वला 3.0 के रूप में विस्तारित किया है, जिससे अधिक से अधिक पात्र महिलाओं तक इसका लाभ पहुंच सके।

पात्रता और लाभ

उन्होंने बताया कि उज्ज्वला 3.0 के अंतर्गत जिला के गरीब परिवारों की वयस्क महिला सदस्य वंचना घोषणा पत्र प्रस्तुत कर आवेदन कर सकती हैं। पात्र लाभार्थियों को लगभग 2050 रुपये मूल्य का निःशुल्क एलपीजी कनेक्शन प्रदान किया जाएगा। इसमें गैस सिलेंडर की सुरक्षा जमा राशि, प्रेशर रेगुलेटर, सुरक्षा होज़, डीजीसीसी पुस्तिका (गैस पास बुक), निरीक्षण, स्थापना, प्रदर्शन एवं दस्तावेजीकरण शुल्क सम्मिलित हैं। उपायुक्त ने कहा कि योजना के अंतर्गत अब गृह निरीक्षण प्रक्रिया अनिवार्य कर दी गई है ताकि केवल वास्तविक पात्र लाभार्थियों को ही गैस कनेक्शन प्राप्त हो।

आवश्यक दस्तावेज

उन्होंने बताया कि आवेदन के साथ पूर्ण रूप से भरा हुआ केवाईसी फॉर्म, पहचान एवं पते का प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, सभी वयस्क परिवार सदस्यों के आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण तथा वंचना घोषणा पत्र प्रस्तुत करना आवश्यक होगा।

पात्रता की शर्तें

उज्ज्वला योजना के अंतर्गत वही परिवार पात्र होंगे जिनके किसी सदस्य के नाम पर पहले से एलपीजी कनेक्शन दर्ज न हो। ऐसे परिवार जिनकी मासिक आय 10 हजार रुपये से अधिक है, कोई सदस्य सरकारी कर्मचारी है, आयकर या प्रोफेशनल टैक्स अदा किया जा रहा है, परिवार के पास 2.5 एकड़ से अधिक सिंचित भूमि, मोटर चालित वाहन, बड़ा निजी मकान या बडे़ कृषि उपकरण स्वामित्व में हैं, उन्हें योजना के लिए अयोग्य माना जाएगा।

आवेदन प्रक्रिया

पात्र महिलाएं इस योजना के लिए वेबसाइटों www.pmuy.gov.in, www.cx.indianoil.in, www.my.ebharatgas.com , www.myhpgas.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं। इसके अलावा वे नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर या सरकारी तेल विपणन कंपनियों के एलपीजी वितरक कार्यालय में जाकर भी आवेदन प्रस्तुत कर सकती हैं।
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*विदेशों में नर्सों को रोजगार दिलाने के लिए सरकार ने शुरू किया ओवरसीज रोजगार प्रोजेक्ट: राजेश धर्माणी*
*साईं केयर कार्निवल में तकनीकी शिक्षा मंत्री हुए शामिल*
मंडी, 8 नवंबर। नगर एवं ग्राम नियोजन, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक तथा औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं, विशेषकर नर्सिंग और पैरामेडिकल क्षेत्र से जुड़ी छात्राओं को विदेशों में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए ठोस कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में सरकार ने श्रम विभाग के तहत ओवरसीज रोजगार परियोजना शुरू की है, जिससे विदेश में काम करने का सपना अब हकीकत में बदलेगा।
राजेश धर्माणी आज श्री साईं कॉलेज ऑफ नर्सिंग और श्री साईं इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंस, डडोह (अपर बेहली), सुंदरनगर में आयोजित वार्षिक उत्सव ‘साईं केयर कार्निवल 2025’ में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे।
*नर्सिंग और पैरामेडिकल का हेल्थ सेक्टर में बड़ा योगदान*
मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में डॉक्टर अकेले उपचार नहीं कर सकते, उनकी सबसे बड़ी सहयोगी नर्सें होती हैं। नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ हैं। उन्होंने छात्राओं से कहा कि अपने पेशे में जिम्मेदारी और सेवा भावना के साथ कार्य करें तथा मदर टेरेसा जैसे गुणों को आत्मसात करें।
*स्वास्थ्य सुविधाओं को बनाया जा रहा है अत्याधुनिक*
राजेश धर्माणी ने बताया कि प्रदेश के सभी छह मेडिकल कॉलेज कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में स्थापित हुए हैं और इन्हें विश्वस्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 20 वर्ष पुरानी एमआरआई और अन्य मशीनों को नई मशीनों से बदला जाएगा, जबकि दो कॉलेजों में रोबोटिक सर्जरी शुरू की जा चुकी है। 125 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक प्रयोगशालाएं तैयार की जा रही हैं।
*जर्मन भाषा प्रशिक्षण से विदेश में खुलेगा रोजगार का मार्ग*
मंत्री ने संस्थान में जर्मन भाषा सिखाने की पहल की सराहना की और कहा कि इससे छात्राओं को विदेशों में सेवाएं देने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि हिमाचल की नर्सें भी केरल की नर्सों की तरह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाएं।
*रंगारंग प्रस्तुतियों ने मोहा मन*
कार्यक्रम में छात्राओं ने मंडी का लुड्डी नृत्य, गिद्दा, कश्मीरी नृत्य, शिव तांडव और मंडयाली आइडल जैसी आकर्षक प्रस्तुतियां देकर दर्शकों का मन मोहा। इस अवसर पर मंत्री ने मेधावी छात्राओं को सम्मानित किया।
संस्थान के चेयरमैन एम.एल. चौहान ने संस्थान की गतिविधियों की जानकारी दी, जबकि जिला परिषद सदस्य जसवीर सिंह ने मुख्यातिथि का स्वागत किया। इस अवसर पर निदेशक हिमाचल प्रदेश सहकारी बैंक लाल सिंह कौशल, पुलिस अधीक्षक सुंदरनगर भरत भूषण, संस्थान का स्टाफ, छात्राएं और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।