पंचकूला,06.10.23- : श्रीमुक्तिनाथ वेद विद्याश्रम संस्कृत गुरुकुल, माता मनसा देवी परिसर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के विश्राम के दिन कथा व्यास गुरुकुल संस्थापकाचार्य स्वामी श्रीनिवासाचार्य जी महाराज ने श्री कृष्ण द्वारा 16018 रानियों के साथ विवाह करने, जरासन्ध का उद्धार करने, शिशुपाल को अपने चरणों में स्थान देने आदि अनन्त लीलाओं का वर्णन किया। इस कार्यक्रम में गुरुकुल के परम सहयोगी ईश्वर जिन्दल ने गुरुकुल के द्वारा किये जा रहे समाज के उत्थान हेतु सनातन के कार्य और संस्कृत संस्कृति और भारत को पुनः विश्वगुरु बनाने के लिए किए जा रहे सभी प्रयासों को सराहा और सभी का आह्वान किया कि इस पुनीत कार्य में बढ़चढ़ कर हाथ बंटाएं। गुरुकुल के प्रधान मुकुल कुमार बंसल ने सभी से अधिकाधिक संख्या में गुरुकुल से जुड़ने की अपील की। अन्त में अटूट भंडारे का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में गुरुकुल के समस्त विद्यार्थी, गुरुकुल के पदाधिकारी दिनेश सिंगला, मुख्य यजमान लाजपतराय बंसल, नीरू बंसल, दौलतराम अग्रवाल, मुकेश गुप्ता, जनकराज गुप्ता, ईश्वर शास्त्री, पंडित सुभाष शर्मा व सुनील भारद्वाज सहित अनेक भक्त उपस्थित रहे।