चण्डीगढ़, 15.05.23- : श्री शिव धाम, चण्डीगढ़ द्वारा सेक्टर 40-बी में हो रही श्रीमद् भागवत कथा में कथा व्यास गोविंद कृष्ण शास्त्री (प्रेम भैया बनारस वाले) ने अपनी अमृतमयी वाणी से कथा का वाचन करते हुए भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया। श्री कृष्ण के जयकारों तथा नंद के आनन्द भयो, जय कन्हैयालाल की जय से गूंजायमान हो उठा। कथा व्यास ने भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया। उन्होंने कहा जब-जब अत्याचार और अन्याय बढ़ता है, तब-तब प्रभु का अवतार होता है। प्रभु का अवतार अत्याचार को समाप्त करने और धर्म की स्थापना के लिए होता है। श्रीकृष्ण के जन्म का प्रसंग कथा में आया तो श्रद्धालु हरे राधा-कृष्ण के उदघोष के साथ नृत्य करने लगे। उन्होंने वासुदेव तथा यशोदा, नंद और कृष्ण जन्मोत्सव के प्रसंग और भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया और गोवर्धन पूजा का महत्व बताया।

उन्होंने कहा कि इंद्र को अपनी सत्ता और शक्ति पर घमंड हो गया था। उसका घमंड दूर करने के लिए भगवान ने ब्रज में इंद्र की पूजा बंद कर गोवर्धन की पूजा शुरू करा दी। इससे गुस्साए इंद्र ने ब्रजमंडल पर भारी बारिश कराई। प्रलय से लोगों को बचाने के लिए भगवान ने कनिष्ठा उंगली पर गोवर्धन पर्वत को उठा लिया। सात दिनों के बाद इंद्र को अपनी भूल का अहसास हुआ। कथा के दौरान गोवर्धन पूजन का उत्सव उल्लास के साथ मनाया गया। संगीतमय कथा के दौरान भजनों पर पांडाल में उपस्थित श्रद्धालुओं ने जमकर नृत्य किया।
इस अवसर मुख्य अतिथि पार्षद गुरबक्श रावत, श्री शिवधाम के चेयरमैन मनीष कुमार, प्रधान प्रेम लता, सभा के संयोजक तरसेम शर्मा, रंजू ग्रोवर, सुनीता, रीता, कमल, उमा और सुमन जैन, उषा शर्मा, सुमिता बक्शी, कमल शर्मा के साथ सभी कार्यकारिणी उपास्थित रही। कथा उपरान्त आरती कर प्रसाद वितरित किया गया। कथा में कल श्री कृष्ण जी की बारात का उत्सव धूमधाम से मनाया जायेगा।