अमृतसर, 8 अप्रैल, 2023: अमृतसर में अपनी तरह की अनूठी पहल में विशाल आकार के कृत्रिम फेफड़े प्रदूषित हवा में सांस लेने के स्वास्थ्य प्रभावों पर सार्वजनिक रुप से जागरुकता पैदा करेगा। ‘दी बिलबोर्ड देट ब्रीथ’ शीर्षक का यह बिलबोर्ड इंस्टालेशन स्थानीय चिंतित नागरिकों सहित स्थानीय निकाय मंत्री डाॅ इंदरबीर सिंह निझर, अमृतसर के उपायुक्त हरप्रीत सिंह सूदन (आईएएस), नगर निगम आयुक्त संदीप ऋषि (आईएएस) और चीफ कमीशनर आॅफ इंकम टैक्स जहांजेब अख्तर की मौजूदगी में नोवल्टी चौक में हुआ।

इस अवसर पर स्थानीय समूह ड्रामा क्लैप ने एक नुक्कड़ नाटक किया जिसमें लोगों को वायु प्रदूषण के स्वास्थ्य प्रभाव पर प्रकाश डाला गया और दर्शाया कि सरकार इस दिशा में क्या कदम उठा सकती है।
यह जागरुकता अभियान इकोसिख द्वारा अमृतसर नगर निगम और वायु प्रदूषण के मुद्दे पर प्रयासरत समूह क्लीन ऐयर पंजाब के सहयोग किया गया।

चाॅक व्हाईट फेफड़ों को हाई ऐफिश्येंसी पार्टिकुलेट ऐयर (एचईपीए) फिल्टर का इस्तेमाल कर के बनाया गया है। यह फिल्टर्स धूल को रोकने के लिये आपरेशन थियेटरों में इस्तेमाल किये जाते हैं । इन कृत्रिम फेफडों में पंखें भी फिट किये गये हैं जो कि जो कि हवा को फेफड़ों की तरह सांस लेते हुये हवा को अपनी ओर खींचते हैं।

अगले कुछ दिनों में प्रदूषित धूल और वाहनों से निकलने वाले कण इन एचईपीए फिल्टर्स में फंसने लगेंगें जिससे की चाक व्हाईट के यह कृत्रिम फेफड़ों का रंग प्रदूषण के चलते भूरा या काला हो जायेगा।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे स्थानीय निकाय मंत्री डा इंदरबीर सिंह निझर ने कहा कि वायु प्रदूषण के मुद्दे का हल निकालने के लिये सकारात्मक कार्यवाही की आवश्यकता है। प्रत्येक नागरिक का जागरूक होने जरुरी है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण पहलू जिसे अकसर अनदेखा किया जाता है वह है - कंस्ट्रक्शन और डेमोलिशन वेस्ट । यह कचरा शहरों में एक उपद्रव पैदा करता है। शहर सभी का है और इसे साफ रखना हम सबका सामूहिक कर्तव्य है। नागरिकों को इस बात की जानकारी होनी चाहिये कि शहर में सीएंडडी प्लांट्स मौजूद है जहां सीएंडडी नियमों का पालन करते हुये सभी कचरे को रिसाइकल किया जाता है। उन्होंनें बताया कि इसके अलावा पूरे शहर में मशीनीकृत स्वीपर्स की संख्या में वृद्धि की गई है।