‘सकारात्मक सोच से ही जीवन में मिलती है सफलता’
सीडीपीओ कार्यालय बिझड़ी ने भोटा स्कूल में आयोजित किया जागरुकता शिविर

भोटा 26 नवंबर। है। बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय बिझड़ी ने बुधवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भोटा में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत एक जागरुकता शिविर आयोजित किया। किशोरावस्था में मानसिक तनाव प्रबंधन और विद्यार्थियों को उनकी भावनात्मक जरुरतों के अनुसार परामर्श प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित इस शिविर में विद्यार्थियों को कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं।
इस अवसर पर मनोविज्ञानी एवं काउंसलर शीतल वर्मा ने कहा कि सकारात्मक सोच से जीवन में कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। उन्होेंने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बात करते समय, सही समय पर सही शब्दों का प्रयोग करना चाहिए तथा नकारात्मक भाषा से बचना चाहिए। हमें आभार तथा प्रशंसा व्यक्त करने और दूसरों के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
शीतल वर्मा ने विद्यार्थियों को परीक्षा और कॅरियर से संबंधित तनाव से निपटने के उपाय बताए तथा छात्राओं को माहवारी की स्थिति के दौरान विशेष सावधानी बरतने की सलाह भी दी।
इस अवसर पर बाल विकास परियोजना अधिकारी मनोज कुमार ने कहा कि मानसिक तनाव से मुक्ति पाने के लिए विद्यार्थी सकारात्मक सोच, व्यायाम, योग, मैडिटेशन, कार्य प्रबंधन, संगीत और सामाजिक कार्यों में प्रतिभागिता को अपने दैनिक जीवन का अभिन्न अंग बनाएं और संतुलित आहार लें।
स्कूल की प्रधानाचार्य सनम ने भी विद्यार्थियों को संबोधित किया तथा कॅरियर के संबंध में जागरुक किया। कार्यक्रम में क्षेत्र की आंगनवाड़ी वृत्त के पर्यवेक्षक और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भी उपस्थित रहीं।
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बाल विकास परियोजना हमीरपुर की प्रतिभाशाली बेटियों को किया सम्मानित

हमीरपुर 26 नवंबर। बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय हमीरपुर ने सराहनीय उपलब्धियां हासिल करने वाली क्षेत्र की बेटियों को विशेष रूप से सम्मानित करने के लिए बुधवार को यहां सुधार सभा भवन में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के तहत सम्मान समारोह आयोजित किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
इस अवसर पर प्रतिभाशाली बेटियों की उपलब्धियों की सराहना करते हुए डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा ने कहा कि इन बेटियों ने परिश्रम, अथक प्रयासों और दृढ़ संकल्प से यह मुकाम हासिल किया है। जीवन में सफलता के और पायदान हासिल करने के लिए वे मेहनत जारी रखें। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों से इस तरह के सम्मान समारोहों का आयोजन नियमित रूप से करने की अपील भी की, ताकि प्रतिभाशाली बेटियों को प्रेरित एवं प्रोत्साहित किया जा सके।
इससे पहले, बाल विकास परियोजना अधिकारी सुनीता शर्मा ने डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा और सभी प्रतिभाशाली बेटियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि जीवन में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सबसे पहले दृढ़ संकल्प और अपने ऊपर भरोसा होना बहुत जरूरी है। जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। इस दौरान बच्चों को अपनी क्षमताओं पर कभी भी शक नहीं करना चाहिए। मेहनत कभी भी व्यर्थ नहीं जाती है।
कार्यक्रम के दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय गान और सरस्वती वंदना की प्रस्तुतियों के अलावा रंगोली तथा कव्वाली के माध्यम से भी महिला एवं बाल विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं से अवगत करवाया।

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नशे को रोकने के लिए बच्चों के अभिभावकों को भी करें जागरुक
नशा मुक्त भारत अभियान की उपमंडल स्तरीय समिति की बैठक में एसडीएम ने दिए निर्देश

हमीरपुर 26 नवंबर। एसडीएम संजीत सिंह ने नशा मुक्त भारत अभियान से संबंधित विभागों के अधिकारियों, पंचायत जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे नशे के लगातार फैलते जाल को रोकने के लिए सिर्फ युवाओं एवं बच्चों को ही नहीं, बल्कि उनके अभिभावकों को भी विशेष रूप से जागरुक करें। तभी नशे को पूरी तरह समाप्त किया जा सकता है।
बुधवार को यहां जिला कल्याण अधिकारी कार्यालय परिसर में नशा मुक्त भारत अभियान की उपमंडल स्तरीय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए एसडीएम ने यह अपील की। बैठक में नशा मुक्त भारत अभियान को जन आंदोलन का रूप देने के लिए व्यापक चर्चा की गई तथा विभिन्न गतिविधियों की रूपरेखा तय की गई।
एसडीएम ने कहा कि किसी भी परिवार को हमारे देश और समाज की सबसे छोटी इकाई माना जाता है। इसलिए, नशे जैसी गंभीर समस्या को समाप्त करने के लिए हमें परिवार से ही शुरुआत करनी होगी। एसडीएम ने विभिन्न शिक्षण संस्थानों के प्रमुखों, पंचायत जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और अन्य विभागों से कहा कि वे विभिन्न जागरुकता कार्यक्रमों में बच्चों के अभिभावकों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करें, ताकि वे अपने बच्चों के प्रति अधिक सचेत हो सकें।
जिला हमीरपुर में पुलिस की नशा विरोधी मुहिम की सराहना करते हुए एसडीएम ने कहा कि अगर किसी परिवार, गांव या आस-पड़ोस का किशोर या युवा नशे की चपेट में आ जाता है तो इसे छिपाना नहीं चाहिए, बल्कि उसका इलाज करवाना चाहिए। नशे की तस्करी में संलिप्त लोगों की सूचना तुरंत पुलिस को देनी चाहिए। यह सूचना हमेशा गुप्त रखी जाती है। उन्होंने कहा कि अगर हम इस समस्या को छिपाएंगे या इसके प्रति उदासीनता दिखाएंगे तो हो सकता है कि इस नशे की आग एक दिन हमारे अपने घर तक भी पहुंच सकती है।
एसडीएम ने शिक्षण संस्थानों की 100 मीटर की परिधि में तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध के आदेशों की सख्ती से अनुपालना सुनिश्चित करने, पंचायत एवं ग्राम स्तर पर नशा विरोधी समितियों को सक्रिय करने तथा अभियान के तहत आयोजित की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों की रिपोर्ट नियमित रूप से तहसील कल्याण अधिकारी को प्रेषित करने के निर्देश भी दिए।
बैठक में समिति के सदस्य सचिव एवं तहसील कल्याण अधिकारी सतीश कुमार ने अभियान की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की।

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बैंक अधिकारियों ने लोगों को दी विभिन्न योजनाओं की जानकारी
हमीरपुर 26 नवंबर। कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक की शाखा टिक्कर खतरियां ने ग्राम पंचायत टिक्कर बुहला में जागरुकता शिविर का आयोजन किया। भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देशानुसार आयोजित इस शिविर में लोगों को केंद्र सरकार एवं हिमाचल सरकार द्वारा प्रायोजित स्कीमों की जानकारी दी गई। शाखा उपप्रबंधक दिनेश कुमार ने प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना, प्रधानमंत्री जनसुरक्षा योजना, अटल पेंशन योजना और अन्य योजनाओं के बारे में लोगों को अवगत कराया गया तथा उनसे इन स्कीमों का भरपूर फायदा उठाने की अपील भी की गई। उन्होंने बताया कि अटल पैंशन योजना से लोग अपना बुढ़ापा सुरक्षित कर सकते हैं। इसके अलावा उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड, पशु क्रेडिट कार्ड, डिजिटल बैंकिंग सेवा के बारे में भी जानकारी दी।

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संविधान दिवस पर राज्य अनुसूचित जाति आयोग कार्यालय में विशेष कार्यक्रम आयोजित

ऊना, 26 नवम्बर. संविधान दिवस के उपलक्ष्य में राज्य अनुसूचित जाति आयोग के रामपुर स्थित कार्यालय में बुधवार को एक गरिमामय कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता आयोग के सदस्य अधिवक्ता दिग्विजय मल्होत्रा ने की। इस अवसर पर सदस्य सचिव विनय मोदी सहित आयोग के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थित रहे।

अपने संबोधन में श्री मल्होत्रा ने संविधान निर्माताओं को नमन करते हुए विशेष रूप से बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के अमूल्य योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर की अद्भुत दूरदृष्टि, अथक परिश्रम और सामाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्धता के कारण ही भारत को एक समावेशी, प्रगतिशील और सर्वस्पर्शी संविधान प्राप्त हुआ है।

कार्यक्रम के दौरान उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन किया और भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों, न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व की रक्षा तथा उन्हें सुदृढ़ करने का संकल्प लिया।

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27 नवम्बर को टांडा रेंज में फायरिंग का अभ्यास
धर्मशाला, 26 नवम्बर: सहायक आयुक्त उपायुक्त, कांगडा स्थित धर्मशाला ने बताया कि टांडा फील्ड फायरिंग रेंज में भारतीय सेना द्वारा 27 नवम्बर को सुबह 8 बजे से रात्रि 10 बजे तक फायरिंग का अभ्यास किया जाएगा। उन्होंने ग्राम पंचायत कोहाला, कच्छयारी, खोली, घुरकड़ी व साथ लगते क्षेत्रों के लोगों से अपील की है कि इस दौरान वह फायरिंग रेंज में न स्वयं जाएं तथा अपने पालतु पशुओं को भी न जाने दें ताकि किसी भी प्रकार की जान माल की हानि से बचा जा सके।
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बाल विकास परियोजना मेहला के अंतर्गत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका के 9 पदों के लिए आवेदन आमंत्रित :- राजेश राय

30 दिसंबर तक करें आवेदन

चम्बा, 26 नवम्बर बाल विकास परियोजना अधिकारी मेहला, राजेश रॉय नें जानकारी देते हुए बताया कि बाल विकास परियोजना मैहला के अंतर्गत विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों में 3 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा 6 आंगनबाड़ी सहायिकाओं के रिक्त पदों को भरने हेतु पात्र एवं इच्छुक महिला उम्मीदवारों से आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद आंगनबाड़ी केंद्र मझाटा ग्राम पंचायत सुनारा, बंजल -1 ग्राम पंचायत कीड़ी तथा चलोगा ग्राम पंचायत अठलूईं में वहीं आंगनबाड़ी सहायिका के पद आंगनबाड़ी केंद्र सी ग्राम पंचायत उटीप, अगाहर ग्राम पंचायत बलोठ, ग्रोण्डी ग्राम पंचायत बलोठ , सादून ग्राम पंचायत ब्रेही, कुडडनी ग्राम पंचायत मंगला तथा बंदला ग्राम पंचायत बंदला में भरे जाने हैं। इन पदों के लिए वही महिला उम्मीदवार पात्र होंगी जो संबंधित आंगनबाड़ी केंद्र के फीडिंग एरिया (उप गांव) की सामान्य निवासी हों, जिनकी आयु 18 से 35 वर्ष के बीच हो तथा न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता दस जमा दो (बारहवीं) पास हो। उम्मीदवार के परिवार की वार्षिक आय 50,000 रूपये से अधिक नहीं होनी चाहिए, जिसका प्रमाण तहसीलदार/नायब तहसीलदार/कार्यकारी दंडाधिकारी द्वारा जारी होना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि यदि कोई आंगनबाड़ी सहायिका आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद हेतु आवेदन करती है तो उसके मानदेय को आय मानदंड में छूट प्रदान की जाएगी।

बाल विकास परियोजना अधिकारी नें बताया कि इन पदों के लिए साक्षात्कार दिनांक 5 जनवरी 2026 को प्रातः 11 बजे उपमंडलाधिकारी (ना०) चम्बा की अध्यक्षता में कार्यालय उपमंडलाधिकारी (ना०) चम्बा में आयोजित किए जाएंगे। इच्छुक एवं पात्र महिला उम्मीदवार अपने आवेदन पत्र साधारण कागज पर हिमाचली प्रमाण पत्र, आयु, शैक्षणिक योग्यता, वार्षिक पारिवारिक आय प्रमाण पत्र, परिवार नकल तथा अन्य आवश्यक दस्तावेजों की सत्यापित प्रतियों सहित बाल विकास परियोजना अधिकारी, मेहला के कार्यालय में 30 दिसंबर 2025 तक जमा करवा सकती हैं। निर्धारित तिथि के बाद प्राप्त आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।

अधिक जानकारी के लिए बाल विकास परियोजना अधिकारी, मेहला कार्यालय से 9816688800 नंबर पर सम्पर्क किया जा सकता है।

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अवितरित धन वापसी हेतु जागरूकता शिविर 28 नवम्बर को

मंडी, 26 नवम्बर। भारतीय रिजर्व बैंक के दिशा निर्देशों के तहत पूरे देश में चल रहे अवितरित धन वापसी अभियान के अंतर्गत मंडी जिले में शुक्रवार, 28 नवम्बर को विभिन्न स्थानों पर विशेष जागरूकता शिविर आयोजित किए जाएंगे। मुख्य शिविर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोटली में दोपहर 12 बजे से आयोजित होगा, जिसमें लाभार्थियों को अवितरित पडी धनराशि वापस प्राप्त करने की प्रक्रिया संबंधी आवश्यक मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जाएगा।

यह जानकारी देते हुए अग्रणी जिला प्रबंधक पंजाब नेशनल बैंक चंद्र प्रकाश ने बताया कि इन शिविरों का उद्देश्य उन नागरिकों को सहायता प्रदान करना है जिनकी धनराशि विभिन्न बैंकों या बीमा कंपनियों में लंबे समय से अवितरित पडी हुई है। शिविर में उपस्थित लाभार्थियों को दावा प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेज, सत्यापन प्रणाली और संबंधित ऑनलाइन या ऑफलाइन प्रक्रियाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि इन शिविरों के माध्यम से बैंकों द्वारा यह सुनिश्चित करने का प्रयास है कि पात्र नागरिकों को उनकी जमा राशि सरल, पारदर्शी और परेशानी मुक्त तरीके से प्राप्त हो सके।

उन्होंने बताया कि 28 नवम्बर को पंजाब नेशनल बैंक द्वारा मोती बाजार मंडी, सरकाघाट और जोगिन्द्रनगर शाखाओं में शिविर आयोजित किया जाएगा। इसी दिन स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा मंडी शाखा में, हिमाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक द्वारा कोटली में, हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक द्वारा मंडी तथा नगवाईं शाखाओं में, कैनरा बैंक द्वारा स्कूल बाजार मंडी शाखा में, बैंक ऑफ इंडिया द्वारा मंडी शाखा में, इंडियन ओवरसीज बैंक द्वारा सुंदर नगर में, मंडी अर्बन कोऑपरेटिव बैंक द्वारा मंडी शाखा में तथा बैंक ऑफ महाराष्ट्र द्वारा मंडी शाखा में शिविर लगाए जाएंगे। इन शिविरों में बैंक और बीमा कंपनियों के अधिकारी उपस्थित रहेंगे।

अग्रणी जिला प्रबंधक ने जिला मंडी के सभी पात्र लाभार्थियों से अनुरोध किया है कि वे आवश्यक दस्तावेजों सहित शिविर में पहुंचकर अपनी अवितरित धनराशि वापसी की प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त करें और इस सुविधा का लाभ उठाएं।
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सोलन-दिनांक 26.11.2025
नशा निवारण विषय पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग सोलन के सौजन्य से आज राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सोलन में नशा निवारण विषय पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता ज़िला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमित रंजन तलवार ने की।
डॉ. अमित रंजन तलवार ने कहा कि युवाओं में नशे का बढ़ता प्रचलन समाज के लिए चुनौती बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार का नशा स्वास्थ के लिए हानिकारक होता है, वह चाहे फिर बीडी, सिगरेट, तम्बाकू, शराब, भांग, गांजा, अफीम, चिट्टा व अन्य मादक पदार्थ हो। उन्होंने कहा कि नशे से कैंसर, सांस का रोग, दिल की बीमारी, फेफड़ों के रोग, कमजोर हडिड्यां इत्यादि रोगों का खतरा बना रहता है।
उन्होंने कहा कि नशे में लिप्त बच्चों की पहचान करना आवश्यक है ताकि उनका शीघ्र उपचार हो सके। किसी भी कार्य में एकाग्रता बनाए रखने में असमर्थता, निरंतर हाथों एवं शरीर में कंपन, चिड़चिड़ापन, नींद न आना, दोस्तों एवं परिवार से दूरी, जीवन के प्रति नकारात्मक सोच, अत्याधिक विनम्र या आक्रामक होना, चोरी करना तथा गुम-सुम रहना इसके लक्षण हैं। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह कि उक्त किसी भी लक्षण को समझें और शीघ्र उपचार आरम्भ करवाएं।
डॉ. अमित रंजन तलवार ने युवाओं से आग्रह किया कि नशे को न कहना सीखें, नशा करने वालों से दूर रहें, रचनात्मक कार्य व खेलकूद में भाग लें, अभिभावक बच्चों के साथ पर्याप्त समय बिताएं, खान-पान व जीवनशैली में सुधार करें, नशे के लिए किसी भी दोस्त व सहकर्मी के दबाव में न आएं। उन्होंने कहा कि नशा एक क्षणिक सुख है, युवा इससे दूर रहें और अपने भविष्य को उज्जवल बनाने की दिशा में कार्य करते रहें।
इस अवसर पर बी.सी.सी. समन्वयक राधा चौहान एवं स्वास्थ्य शिक्षिका पदमिनी नेगी सहित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सोलन के प्रशिक्षु व अध्यापक उपस्थित थे।