घुमारवीं (बिलासपुर), 22 नवम्बर: नगर एवं ग्राम नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि जीवन में सफलता हासिल करने का कोई शॉर्टकट नहीं होता। उन्होंने कहा कि निरंतर मेहनत, अनुशासन, सकारात्मक दृष्टिकोण और लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्धता ही व्यक्ति को जीवन की ऊंचाइयों तक ले जाती है। जीवन में कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है, ऐसे में विद्यार्थी अपनी क्षमताओं पर भरोसा रखें तथा निरंतर छोटे-छोटे प्रयास करते रहें। राजेश धर्माणी आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भगेड़ में क्लस्टर स्तरीय वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
कार्यक्रम में भगेड़ स्कूल क्लस्टर के अंतर्गत आने वाले सात विद्यालयों जिनमें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भगेड़, पनोह, अमरपुर, औहर, राजकीय माध्यमिक पाठशाला रौहिन एवं बल्लू-खरयाला तथा राजकीय प्रारंभिक केंद्र पाठशाला भगेड़ शामिल है के लगभग 1200 विद्यार्थी शामिल हुए।
नगर एवं ग्राम नियोजन मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा क्षेत्र में निरंतर सुधारात्मक कदम उठा रही है, जिसके परिणाम स्वरूप हिमाचल राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा में पांचवें स्थान पर पहुंचा है। उन्होंने कहा कि आगामी लक्ष्य हिमाचल की शिक्षा व्यवस्था को अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता से जोड़ना है, जिसके लिए शिक्षकों, विद्यार्थियों और अभिभावकों को मिलकर प्रयास करने होंगे।
उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि वह पाठ्यक्रम को केवल किताबी ज्ञान तक सीमित न रखें, बल्कि प्रत्येक विषय को बच्चों के वास्तविक जीवन से जोड़ते हुए पढ़ाना सुनिश्चित करें, ताकि विद्यार्थी प्राप्त ज्ञान को व्यवहारिक जीवन में उपयोग करना सीख सकें। उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल अंक प्राप्त करना नहीं, बल्कि विद्यार्थियों में आत्मविश्वास, निर्णय क्षमता, नेतृत्व गुण और समस्या समाधान क्षमता विकसित करना है।
राजेश धर्माणी ने विद्यार्थियों के लिए चार जीवन-परिवर्तनकारी संकल्प निर्धारित किए जिनमें पहला संकल्प नशा न करना, दूसरा संकल्प स्वास्थ्य, दिनचर्या और समय प्रबंधन, तीसरा संकल्प स्वच्छता तथा चैथा संकल्प प्रकृति और जीव-जंतुओं के प्रति संवेदनशीलता शामिल है।
उन्होंने कहा कि नशा किसी भी विद्यार्थी के जीवन को नष्ट कर सकता है। यदि किसी विद्यार्थी को अपने आसपास नशे की गतिविधि दिखाई दे या कोई उन्हें प्रेरित करे, तो वे तुरंत अपने अध्यापकों, अभिभावकों या 112 पर इसकी सूचना दें। उन्होंने विद्यार्थियों से मोबाइल का सीमित उपयोग करने, खेलकूद, योग, प्राणायाम और पुस्तक पढ़ने की आदत विकसित करने का भी आह्वान किया। साथ ही विद्यार्थियों को व्यक्तिगत स्वच्छता, विद्यालय परिसर, घर और आसपास के वातावरण में सफाई बनाए रखने को प्राथमिकता देने की प्रेरणा दी। उन्होंने बच्चों को अधिक से अधिक पौधे लगाने, पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय भूमिका निभाने और पशुओं के प्रति प्रेम भाव रखने की भी सलाह दी।
उन्होंने क्लस्टर स्कूल के मेधावी विद्यार्थियों को पुरस्कार प्रदान किए और उनके अभिभावकों व शिक्षकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि पुरस्कार न मिलने वाले विद्यार्थी निराश न हों, बल्कि अगले वर्ष बेहतर प्रदर्शन कर अपनी प्रतिभा साबित करने के लिए आज से ही मेहनत शुरू कर दें।
इससे पहले स्कूल के प्रधानाचार्य डॉ. राकेश शर्मा ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा क्लस्टर के सात स्कूलों की वार्षिक गतिविधियों और उपलब्धियों पर आधारित विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की।
इस अवसर पर उपनिदेशक उच्च शिक्षा रेणु कौशल, अमरपुर स्कूल के प्रधानाचार्य तिलक राज शुक्ला, पनोह स्कूल के वीरेंद्र सिंह, औहर स्कूल के प्रधानाचार्य सिमरो भटनागर सहित विभिन्न स्कूलों के एसएमसी प्रधान संजय, सुशील, विजय कुमार, समाजसेवी एवं पूर्व बीडीसी सदस्य कृष्णूराम, सुरेश भारद्वाज, राजेश, अंजना, अनिल मिंटू सहित बड़ी संख्या में स्कूलों के शिक्षक, विद्यार्थी एवं अभिभावक गण मौजूद रहे।