सरकाघाट, 19 सितंबर-जिला बाल संरक्षण इकाई, मंडी द्वारा आज सरकाघाट स्थित बचत भवन के सभागार में एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण में गोपालपुर खंड की लगभग 120 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व सुपरवाइजरों ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों से संबंधित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान करना और उनके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करना था।
शिविर में जिला बाल संरक्षण अधिकारी एन.आर. ठाकुर, बाल विकास परियोजना अधिकारी अनीता शर्मा, संरक्षण अधिकारी शैलजा अवस्थी और विधिक एवं प्रोबेशन अधिकारी रमा कुमारी ने बतौर विशेषज्ञ भाग लिया।
इस अवसर पर एन.आर. ठाकुर ने मिशन वात्सल्य, मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना एवं इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना के विभिन्न घटकों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ये योजनाएं अनाथ, बेसहारा व जरूरतमंद बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इन योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र बच्चे तक पहुंचे, यह सुनिश्चित करना हम सभी की जिम्मेदारी है।
बाल विकास परियोजना अधिकारी अनीता शर्मा ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, ‘देई’ योजना एवं अन्य विभागीय कार्यक्रमों की जानकारी दी तथा प्रतिभागियों से अपील की कि वे इन योजनाओं की जानकारी समुदाय तक पहुंचाएं।
संरक्षण अधिकारी शैलजा अवस्थी ने बाल विवाह के दुष्परिणामों, स्पॉन्सरशिप योजना, आफ्टर केयर योजना और दत्तक ग्रहण की प्रक्रिया से संबंधित जानकारी साझा की। विधिक एवं प्रोबेशन अधिकारी रमा कुमारी ने बाल यौन उत्पीड़न, पॉक्सो अधिनियम और किशोर न्याय अधिनियम की प्रमुख धाराओं की जानकारी दी।
शिविर के अंत में प्रतिभागियों की शंकाओं का समाधान किया गया तथा योजनाओं से संबंधित प्रचार सामग्री भी वितरित की गई।