फील्ड कर्मचारियों को सिखाए जा रहे हैं आपदा प्रबंधन के गुर
हमीरपुर 04 सितंबर। किसी भी तरह की आपदा से सुनियोजित एवं प्रभावी ढंग से निपटने हेतु पंचायत स्तर पर वॉलंटियर्स और फील्ड कर्मचारियों की टास्क फोर्स तैयार करने के लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का दूसरा चरण वीरवार से आरंभ हो गया।
इस अभियान के तहत वीरवार को यहां खंड विकास अधिकारी कार्यालय के हॉल में तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आरंभ हुआ। इसमें पंचायत जनप्रतिनिधि, पंचायत सचिव, रोजगार सेवक, आंगनवाड़ी और आशा वर्कर, महिला मंडलों, युवक मंडलों, अन्य सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी तथा विभिन्न विभागों के फील्ड कर्मचारी भाग ले रहे हैं।
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टॉल फ्री नंबर 1933 पर कर सकते हैं नशे की शिकायत
हमीरपुर 04 सितंबर। नशीले पदार्थों के सेवन और तस्करी को रोकने के लिए अब नेशनल नारकोटिक्स हेल्पलाइन मानस-1933 आरंभ की गई है।
अब राष्ट्रीय स्तर पर टॉल फ्री नंबर 1933 पर नशे से संबंधित कोई भी शिकायत आसानी से की जा सकती है। टॉल फ्री नंबर पर शिकायत के अलावा नशे के आदी व्यक्ति के इलाज, पुनर्वास और परामर्श इत्यादि के बारे में भी कई महत्वपूर्ण हासिल की जा सकती हैं। टॉल फ्री नंबर के अलावा मानस पोर्टल, ईमेल और उमंग ऐप पर भी ये सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं। नशे की तस्करी की शिकायत करने वाले व्यक्ति का नाम पूर्णतयः गुप्त रखा जाता है।
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10 तक बिजली बिल जमा करवा दें लंबलू के उपभोक्ता
हमीरपुर 04 सितंबर। विद्युत उपमंडल लंबलू के उपभोक्ताओं को बिजली के बिल जमा करवाने के लिए 10 सितंबर तक का समय दिया गया है। सहायक अभियंता ज्ञान चंद भाटिया ने कहा कि उपमंडल के जिन विद्युत उपभोक्ताओं ने अभी तक अपने बिलों का भुगतान नहीं किया है, वे इनका भुगतान 10 सितंबर तक उपमंडल कार्यालय के काउंटर पर या ऑनलाइन माध्यम से कर दें।
उन्होंने बताया कि इस तिथि तक बिल जमा न करवाने वाले उपभोक्ताओं के बिजली कनेक्शन पूर्व सूचना के बगैर ही काट दिए जाएंगे। सहायक अभियंता ने उपमंडल के सभी उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है।
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मिशन शक्ति के तहत विशेष जागरूकता अभियान आयोजित
महिला एवं बाल विकास विभाग सोलन द्वारा मिशन शक्ति के तहत 10 दिवसीय विशेष जागरूकता अभियान के तहत कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह जानकारी ज़िला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. पदम देव शर्मा ने दी।
डॉ. पदम देव शर्मा ने कहा कि विशेष जागरूकता अभियान का उद्देश्य महिलाओं को कानूनी अधिकारों, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि मिशन शक्ति के तहत महिलाओं को जागरूक कर सुरक्षित वातावरण स्थापित करना है।
उन्होंने कहा कि मिशन शक्ति के तहत आयोजित कार्यशालाओं एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं के सामने आने वाली विशिष्ट चुनौतियों का समाधान निकालकर समाज में उन्हें आगे बढ़ने के लिए अवसर प्रदान करना है।
ज़िला समन्वयक सोलन रेणु शर्मा ने उपस्थित महिलाओं को महत्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबर, वन स्टॉप सेंटर, लैंगिक संवेदनशीलता, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, यौन व प्रजनन स्वास्थ्य, कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा तथा केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के कल्याणार्थ कार्यान्वित की जा रही योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।
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सोलन- दिनांक 04.09.2025
सोलन ज़िला में राष्ट्रीय लोक अदालत 13 सितम्बर को
ज़िला एवं सत्र न्यायालय सोलन परिसर तथा कण्डाघाट, अर्की, कसौली और नालागढ़ न्यायालय परिसर में 13 सितम्बर, 2025 को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी आज यहां ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण सोलन की सचिव आकांक्षा डोगरा ने दी।
आकांक्षा डोगरा ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न मामलों का निपटारा समझौते के आधार पर किया जाएगा। लोक अदालत में आपराधिक कंपाउंडेबल अपराध, चेक बाऊंस मामले, मोटर व्हीकल चालान के मामले, धन वसूली के मामले इत्यादि पर सुनवाई कर निपटारा किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त लोक अदालत में सड़क दुर्घटना क्लेम के मामले, श्रम विवाद, विद्युत और पानी के बिल, वैवाहिक विवाद, भूमि अधिग्रहण, वेतन, भत्तों और सेवानिवृति से सम्बन्धित मामलों की सुनवाई कर निपटारा किया जाएगा।
ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण सोलन की सचिव ने कहा कि जो मामले अब तक न्यायालय में दायर नहीं हुए हैं, ऐसे मामलों का भी लोक अदालत में निपटारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोक अदालत में समय व धन की बचत होती है। लोक अदालत में न्यायालय शुल्क नहीं लगता और पुराने मुकदमे का न्यायालय शुल्क वापिस हो जाता है। लोक अदालत में किसी पक्ष को सजा नहीं होती।
उन्होंने कहा कि कोई भी इच्छुक व्यक्ति अपने मामलों के निपटारे के लिए 13 सितम्बर, 2025 से पूर्व ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यालय सोलन व ज़िला के सभी न्यायालयों में सादे कागज़ पर आवेदन कर सकता है। जिस अदालत में मामला विचारधीन है उस अदालत में भी आवेदन किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि अधिक जानकारी के लिए दूरभाष नम्बर 01792-220713 व टोल फ्री नम्बर 15100 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
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सूचना दें, पहचान रहेगी गोपनीय – नशामुक्त भारत के लिए मानस-1933 हेल्पलाइन सक्रिय
नशे की तस्करी की जानकारी साझा करने और परामर्श/पुनर्वास सेवाओं के लिए 24x7 उपलब्ध है राष्ट्रीय नारकोटिक्स हेल्पलाइन
मंडी, 4 सितम्बर। नशामुक्त भारत-2047 के संकल्प को साकार करने की दिशा में राष्ट्रीय नारकोटिक्स हेल्पलाइन मानस-1933 शुरू की गई है। केंद्र सरकार की इस हेल्पलाइन के माध्यम से आमजन नशे की तस्करी से संबंधित जानकारी साझा कर सकते हैं और साथ ही नशे की लत से जूझ रहे लोगों को पुनर्वास एवं परामर्श से जुड़ी सेवाओं का मार्गदर्शन भी प्राप्त कर सकते हैं। सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाती है, जिससे लोग निडर होकर इस मंच से जुड़ सकें।विभागीय प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि मानस-1933 को देशभर में स्थापित एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स से जोड़ा गया है। इसका लाभ यह है कि प्राप्त सूचना पर त्वरित एवं प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित हो सके। यह प्लेटफार्म चौबीस घंटे और सप्ताह के सातों दिन सक्रिय रहता है।हेल्पलाइन न केवल नशे की तस्करी रोकने का सशक्त माध्यम है, बल्कि नशे की गिरफ्त में फंसे व्यक्तियों और उनके परिजनों के लिए भी सहारा है। इस नंबर पर कॉल करने से विशेषज्ञ परामर्शदाता नशा मुक्ति और पुनर्वास से संबंधित मार्गदर्शन उपलब्ध करवाते हैं। इससे पीड़ित परिवारों को सही दिशा मिलती है और नशे के शिकार व्यक्ति मुख्यधारा की ओर लौटने में सक्षम होते हैं।प्रवक्ता ने बताया कि मानस पोर्टल पर भी जन-जागरूकता से संबंधित विविध स्रोत सामग्री उपलब्ध है, जिनमें पोस्टर, वीडियो, ब्रोशर और अन्य डिजिटल सामग्री शामिल है। आमजन इन्हें देखकर, डाउनलोड कर और साझा कर नशामुक्त भारत अभियान को बल प्रदान कर सकते हैं। इस सामग्री को https://www.ncbmanas.gov.in/awareness पर लॉगइन करके प्राप्त किया जा सकता है।उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा आयोजित सभी जन-संपर्क, जन-जागरूकता और सामुदायिक गतिविधियों में मानस हेल्पलाइन नंबर 1933 को व्यापक रूप से प्रचारित करने का आह्वान किया गया है। अधिक से अधिक लोग इस मंच से जुड़कर समाज को नशे की बुराई से मुक्त कराने में सहयोग दें, ताकि 2047 तक नशामुक्त भारत का संकल्प साकार हो सके।
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हिमकेयर योजना के तहत हिमकेयर कार्ड पंजीकरण शुरू
मंडी, 4 सितम्बर। मेडिकल सुपरिंटेंडेंट क्षेत्रीय अस्पताल मंडी डॉ दिनेश ठाकुर ने जानकारी दी कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, हिमाचल प्रदेश की ओर से हिमकेयर योजना के तहत पात्र परिवारों का पंजीकरण शुरू हो गया है। उन्होंने बताया कि जिन लोगों को आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत कवर नहीं किया गया है, वे हिमकेयर योजना के पात्र होंगे। इस योजना के अंतर्गत पंजीकृत लाभार्थियों को प्रति परिवार प्रति वर्ष पांच लाख रुपये तक का मुफ्त और कैशलेस इलाज राज्य के पंजीकृत अस्पतालों में उपलब्ध होगा।
डॉ. ठाकुर ने कहा कि पात्र परिवारों में बीपीएल (जो आयुष्मान भारत के अंतर्गत शामिल नहीं हैं), पंजीकृत रेहड़ी-फेरी वाले, मनरेगा मजदूर (जिन्होंने पिछले या चालू वित्तीय वर्ष में कम से कम 50 दिन कार्य किया हो), अनाथालयों में रहने वाले बच्चे, एकल नारी, 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगजन, मिड-डे मील कार्यकर्ता, दैनिक वेतनभोगी, पार्ट टाइम, कॉन्ट्रैक्ट व आउटसोर्स कर्मचारी तथा सेवानिवृत्त कर्मचारी व पेंशनर्स शामिल हैं। विभिन्न श्रेणियों के लिए प्रीमियम शुल्क शून्य से लेकर 1000 रुपये तक निर्धारित है।
उन्होंने बताया कि पंजीकरण के लिए बीपीएल प्रमाण पत्र, 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता प्रमाण पत्र, मनरेगा में 50 दिन कार्य की एमआईएस रिपोर्ट, आयु प्रमाण पत्र और अन्य आवश्यक कागजात प्रस्तुत करने होंगे। मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने पात्र लाभार्थियों से आह्वान किया है कि वे इस अवसर का लाभ उठाकर शीघ्र पंजीकरण करवाएं, ताकि उन्हें योजना के अंतर्गत स्वास्थ्य बीमा सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि पंजीकरण वर्ष में चार बार मार्च, जून, सितंबर और दिसंबर माह में किया जाता है।================================================
गणपति विसर्जन शोभायात्रा के दौरान मंडी शहर में वाहनों की आवाजाही रहेगी प्रतिबंधित
मंडी, 4 सितम्बर। गणपति विसर्जन शोभायात्रा के अवसर पर मंडी शहर में 6 सितम्बर को दोपहर 3 बजे से शाम 7:30 बजे तक वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी। एसडीएम सदर मंडी रूपिंदर कौर ने यह आदेश जारी करते हुए बताया कि गांधी चौक से मोती बाजार होते हुए विक्टोरिया पुल तक तथा वापसी में विक्टोरिया पुल से मोती बाजार होते हुए गांधी चौक तक किसी भी प्रकार के वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। यह आदेश आम जनता की सुरक्षा और विसर्जन कार्यक्रम को सुचारू रूप से सम्पन्न करवाने के उद्देश्य से जारी किए गए हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि इस दौरान केवल आपातकालीन सेवाओं से संबंधित वाहन तथा शोभायात्रा में उपयोग किए जाने वाले वाहन ही इस मार्ग पर चल सकेंगे।एसडीएम ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे प्रशासन को सहयोग प्रदान करें और निर्धारित समय के दौरान वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें, ताकि गणपति विसर्जन शोभायात्रा शांतिपूर्ण और सुरक्षित वातावरण में सम्पन्न हो सके।
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इंसानी हौसले के आगे टिक नहीं सकी प्राकृतिक आपदा की बाधाएं, क्षतिग्रस्त फोरलेन से सुरक्षित निकाली एंबुलेंस
• मंडी व कुल्लू जिला प्रशासन के समन्वय से गंभीर मरीज को एम्ज पहुंचाने में मिली सफलता
मंडी, 04 सितंबर। प्राकृतिक आपदाएं चाहें कितनी भी बड़ी हों, मानवीय संवेदनाएं एवं हौसला किसी भी बाधा को पार करने में सक्षम होते हैं। आज वीरवार को कुल्लू से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्ज) बिलासपुर के लिए रेफर एक गंभीर मरीज को ग्रीन कॉरीडोर बनाते हुए जिला प्रशासन ने क्षतिग्रस्त मनाली-चंडीगढ़ मार्ग से सुरक्षित निकालकर मानवता की मिसाल पेश की है।
कुल्लू के अखाड़ा बाजार में वीरवार सुबह हुए भूस्खलन में एक परिवार के तीन लोग भी चपेट में आ गए। इनमें से एक 32 वर्षीय युवक को सिर पर गहरी चोटें आने से उन्हें कुल्लू अस्पताल से एम्ज बिलासपुर के लिए रेफर किया गया। अब सबसे बड़ी बाधा उन्हें कुल्लू से मंडी तक फोरलेन के माध्यम से सुरक्षित लाने की सामने आई। परिजनों ने कुल्लू तथा मंडी में जिला प्रशासन से सम्पर्क साधा। उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन व उपायुक्त कुल्लू तोरूल एस. रवीश ने आपसी समन्वय से इस बाधा को पार करने का रास्ता निकाला।
लगातार हो रही भारी बारिश तथा मंडी की ओर विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन के कारण फोरलेन सड़क मार्ग बाधित था। ऐसे में चुनौती पहले इस सड़क मार्ग को बहाल करने की थी। औट के समीप ताजा भूस्खलन ने स्थिति को और विकट बना दिया। मंडी जिला प्रशासन ने एसडीएम बालीचौकी देवीराम तथा एसडीएम सदर रूपिंदर कौर की देखरेख में सड़क मार्ग को एंबुलेंस के लिए बहाल करने का कार्य शुरू किया। इसमें भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) व अन्य संबंधित विभागों व एजेंसियों का बहुमूल्य सहयोग मिला। रास्ते से मलबा हटाने के लिए जेसीबी व अन्य मशीनें तैनात की गईं। रास्ते में आवश्यकतानुसार अतिरिक्त एंबुलेंस भी तैनात की गईं, ताकि जरूरत पड़ने पर गंभीर मरीज को इनमें स्थानांतरित कर आगे भेजा जा सके। इसके अतिरिक्त वैकल्पिक सड़क मार्ग की भी संभावनाएं तलाश की गईं।
उफनती ब्यास नदी के किनारे द्डावा तथा कैंची मोड़ सहित अन्य संवेदनशील व भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से निकालते हुए एंबुलेंस को एक तरह से ग्रीन कॉरीडोर प्रदान किया गया। हालांकि इस अभियान में तीन जेसीबी मशीनों को नुकसान भी पहुंचा। जिला प्रशासन, एनएचएआई सहित जेसीबी चालकों के हौसले से यह अभियान सफल रहा और दोपहर बाद तक एंबुलेंस को मंडी से होते हुए बिलासपुर की ओर सुरक्षित भेज दिया गया।
उपायुक्त अपूर्व देवगन ने बताया कि आज सुबह कुल्लू की उपायुक्त ने इस बारे में आग्रह किया था। इसके उपरांत एंबुलेंस को सुरक्षित निकालने के लिए समन्वित प्रयास शुरू किए गए। उन्होंने अभियान से जुड़े प्रशासनिक व विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों, एनएचएआई सहित तमाम सहयोगियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रत्येक जिंदगी की सुरक्षा प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। -
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आपदा में मानवता की मिसाल बने प्रशासन व जनता के सद्प्रयास
• स्थानीय प्रशासन ने जन सहयोग से सात हजार यात्रियों को उपलब्ध करवाई भोजन सुविधा, 650 को दिया आश्रय
मंडी, 04 सितंबर। मंडी जिला में लगातार हो रही भारी बारिश एवं भूस्खलन के कारण चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर मंडी से कुल्लू के मध्य बार-बार सड़क बाधित हो रही है। ऐसे में प्राकृतिक आपदा के कारण इस मार्ग पर फंसे लोगों को सुविधा प्रदान करने में स्थानीय प्रशासन व जनता के सद्प्रयास मानवता की मिसाल बने हैं।
इस फोरलेन मार्ग पर जिला व स्थानीय प्रशासन की ओर से लगातार अनेक स्थानों पर यातायात बहाली के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करवाया जा रहा है, ताकि छोटे व बड़े वाहनों की आवाजाही सुनिश्चित की जा सके। सुरक्षा कारणों से भारी बारिश एवं रात्रि समय में अचानक भूस्खलन या पत्थर गिरने के खतरे को देखते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों का आवागमन रोक दिया जाता है। ऐसे में रास्ते में फंसे वाहन चालकों, पर्यटकों एवं अन्य यात्रियों की सुविधा का भी पूरा ध्यान स्थानीय प्रशासन की ओर से रखा जा रहा है। उनके लिए जलपान से लेकर निःशुल्क भोजन व ठहरने की व्यवस्था भी की गई है।
बालीचौकी उपमंडल के तहत छह स्थानों पर राहत शिविर इस सड़क मार्ग के समीप स्थापित किए गए। इनमें तहसील कार्यालय औट के समीप लघु बचत भवन व थलौट में प्रातःकाल नाश्ते के अलावा दोपहर व रात्रि भोजन की सुविधा प्रदान की जा रही है। हणोगी में सुरंग संख्या 11 के समीप स्वास्थ्य सुविधा के साथ राहत शिविर स्थापित किया गया है। राधा स्वामी सत्संग भवन नगवाईं में आश्रय एवं भोजन की सुविधा प्रदान की गई। स्थानीय स्तर पर गैर सरकारी संगठनों व व्यापार मंडलों के माध्यम से भी लोगों को खाने इत्यादि की सुविधा प्रदान की गई। समाज सेवी संस्थाओं की ओर से भी आश्रय प्रदान किया जा रहा है।
स्थानीय प्रशासन द्वारा गत बुधवार तक इन राहत शिविरों एवं अन्य स्थलों पर लगभग सात हजार लोगों को तीन समय का भोजन व अन्य खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाई जा चुकी है। इसके अतिरिक्त फोरलेन बंद होने से विभिन्न स्थानों पर फंसे लगभग 650 लोगों को ठहरने की सुविधा भी प्रदान की गई है।
एसडीएम बालीचौकी देवीराम ने बताया कि विषम परिस्थितियों में इस फोरलेन मार्ग को यातायात के लिए सुचारू रखने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। भूस्खलन इत्यादि की स्थिति एवं सुरक्षा कारणों से सड़क मार्ग बंद होने पर यहां फंसे लोगों के ठहरने, भोजन व प्राथमिक स्वास्थ्य जांच इत्यादि की भी समुचित व्यवस्था की गई है। इसमें जनसहयोग भी प्राप्त हो रहा है, जिसके लिए उन्होंने सभी का आभार जताया है।
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एनएच किनारे ढाबों और दुकानों पर विभाग की कार्रवाई, अधिक मूल्य वसूली व पॉलीथीन के इस्तेमाल पर सख्ती
मंडी, 4 सितम्बर। जिला नियंत्रक, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंडी ब्रिजेन्द्र सिंह पठानिया ने बताया कि विभाग नियमित रूप से ढाबों और दुकानों में अधिक मूल्य वसूले जाने तथा पॉलीथीन के अवैध इस्तेमाल पर निगरानी रख रहा है।
उन्होंने बताया कि वीरवार को खाद्य आपूर्ति अधिकारी लेखराम, निरीक्षक संयुक्त निरीक्षण ग्रेड-1 मीरां बाई और निरीक्षक ग्रेड-1 विकास शर्मा ने नागचला और पंडोह में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे 33 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया। इस दौरान 2 दुकानों के 1000 रुपये के चालान किए गए, जबकि 5 दुकानों को चेतावनी जारी की गई। टीम ने मौके पर 100 ग्राम पॉलीथीन भी जब्त की।
ब्रिजेन्द्र सिंह पठानिया ने कहा कि उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए विभाग आगे भी इस प्रकार की कार्रवाई करता रहेगा।